शहर का गंदगी संकट खत्म : डोर-टू-डोर गार्बेज कलेक्टर्स की हड़ताल समाप्त, नगर निगम ने मांगे मानी
डेमोक्रेटिक फ्रंट, चंडीगढ़, 31 दिसंबर:
पिछले दो दिनों से शहर की सड़कों पर गंदगी का अंबार लग गया था क्योंकि डोर-टू-डोर गार्बेज कलेक्टर्स अपनी मांगों को लेकर हड़ताल पर थे। आखिरकार, नगर निगम ने उनकी मांगों पर सहमति जताते हुए संकट का समाधान किया।
नगर निगम के जॉइंट कमिश्नर गुरविंदर सोढ़ी ने कर्मचारियों के साथ बैठक में उनकी समस्याओं का समाधान करने का आश्वासन दिया। उन्होंने कहा कि पहले हम कमर्शियल और मार्केट एरिया के वेतन की जांच करेंगे। इसके लिए एक समिति बनाई गई है, और इसके नतीजे जल्द ही सामने आएंगे। विवादित लेबर रेट को भी तुरंत प्रभाव से रद्द कर दिया गया है।
डोर-टू-डोर गार्बेज कलेक्टर्स यूनियन के प्रधान धर्मवीर राणा ने इस फैसले का स्वागत करते हुए सभी कर्मचारियों और अधिकारियों को धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा कि यह जीत हमारे संघर्ष की है। हमारे साथी कर्मचारियों ने एकजुटता दिखाई और उनकी एक अपील पर सभी साथी हड़ताल के दौरान कंधे से कंधा मिलाकर खड़े रहे।
इस हड़ताल ने न केवल प्रशासन को चुनौती दी, बल्कि चंडीगढ़ के नागरिकों को भी परेशान किया। हालांकि अब स्थिति सामान्य होने की ओर बढ़ रही है। नगर निगम ने भरोसा दिलाया है कि गार्बेज कलेक्टर्स की जायज़ मांगों का उचित समाधान किया जाएगा, ताकि भविष्य में ऐसी स्थिति दोबारा न बने।
शहरवासियों ने भी इस फैसले पर राहत की सांस ली है। हालांकि, यह मामला साफ दर्शाता है कि श्रमिकों के मुद्दों को अनदेखा करना लंबे समय तक टाला नहीं जा सकता।