Friday, December 27
  • अभासा परिषद् ने वीर बाल दिवस एवं अटल जयंती पर काव्य एवं विचार गोष्ठी का आयोजन किया
  • गुरु गोबिंद सिंह जी के साहिबजादों की शहादत को याद करके कलेजा मुंह को आता है : कृष्णा गोयल

डेमोक्रेटिक फ्रंट, चंडीगढ़,  26   दिसंबर:

अखिल भारतीय साहित्य परिषद् द्वारा वीर बाल दिवस एवं अटल जयंती के उपलक्ष्य में एक काव्य एवं विचार गोष्ठी का आयोजन किया गया। परिषद् की हरियाणा प्रांत उपाध्यक्ष संतोष गर्ग के सान्निध्य में आयोजित इस कार्यक्रम में वरिष्ठ कवयित्री कृष्णा गोयल ने अध्यक्षता निभाई। संतोष गर्ग ने गुरु गोबिंद सिंह जी के लाडलों की शहादत के बारे में बताया और कहा कि धर्म की रक्षा हेतु अपने बेटों की बलि देने वाले गुरु गोबिंद सिंह ने हजारों यातनाएं झेलकर भी धर्म की रक्षा की। उन्होंने भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी के बारे में भी संदर्भ साझा किए। संचालन करते हुए संस्था के महासचिव अनिल शर्मा ‘चिंतक’ ने कहा कि हमें अपने गौरवशाली इतिहास को कभी भी नहीं भुलाना चाहिए।  इस संगोष्ठी में प्रसिद्ध गायिका दर्शना सुभाष पाहवा ने अपने गीत में कहा कि हे अटल, तुम तो काव्य की अनवरत बहती धार थे। मंजू बिसला ने कहा कि अटल तुम अटल, अजर, अमर हो, मौत तुम्हें क्या छू पाएगी। संगोष्ठी में कवयित्री आभा साहनी, सुनीता सिंह, नीरजा शर्मा, अरुणा डोगरा, नेहा शर्मा, डॉ विनोद शर्मा, प्रेरणा तलवार, जसपाल सिंह ने भी अपने भाव व्यक्त किए।  अध्यक्षीय संबोधन में कृष्णा गोयल ने भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी के आदर्शों पर चर्चा की। उन्होंने कहा कि गुरु गोबिंद सिंह जी के वीर बालकों की शहादत को याद करके कलेजा मुंह को आता है। कार्यक्रम के अंत में पूर्व इकाई अध्यक्ष  बालकृष्ण गुप्ता जी के रिक्त पद पर मनोनयन हेतु सुझाव आमंत्रित किए गए, जल्द ही जनवरी माह में अध्यक्ष पद के नाम की घोषणा की जाएगी।