Friday, December 27
  • खाद्य पूर्ति मंत्री ने डीएफएससी एफएसओ इंस्पेक्टर तथा सब इंस्पेक्टर  सस्पेंड  तथा इंस्पेक्टर पर दिए एफ आईआर आदेश
  • मंत्री में जांच के दौरान मिली गीली गेंहू  कट्टो का मिला साढे 52 से 53 किलो वजन

जगदीश असीजा, डेमोक्रेटिक फ्रंट, उकलाना, 26        दिसंबर :

प्रदेश के खाद्य आपूर्ति मंत्री राजेश नागर ने खाद्य आपूर्ति विभाग के गेहूं गोदाम का निरीक्षण किया जिसमें गेहूं गीली मिली तथा नीचे की जगह भी गीली मिली जिस पर राज्य मंत्री ने निरीक्षक विकास  पर एफआईआर दर्ज करने के आदेश दे दिए इसके अतिरिक्त डीएफएससी अमित कुमार को भी सस्पेंड करने के आदेश दिए। उकलाना थाने के सामने जो गोदाम है उस गोदाम में प्रदेश के  खाद्य आपूर्ति मंत्री राजेश नागर ने डिपू होल्डर की शिकायत पर निरीक्षण किया। जिसमें जो गेहूं डिपो पर जा रहा था वह गेहूं गीली मिली और वजन गेहूं के कट्टों में साढे 52 से 53 किलो मिला जिस पर खाद्य आपूर्ति मंत्री ने कार्रवाई की। खाद्य आपूर्ति मंत्री राजेश नागर ने बताया कि डिपू होल्डर की जो शिकायत थी उसमें बताया जा रहा था कि 53 किलो से 55 किलो तक के कट्टे गेहूं के आ रहा है। जिस कारण डिपो होल्डर को नुकसान हो रहा है और गरीबों को खाने का गेहूं भी खराब गेंहू मिल रहा है जिससे सरकार की बदनामी हो रही है। जिसमें खाद्य आपूर्ति मंत्री ने निरीक्षण किया किया तो मामला सही पाया। इस पर यह कार्रवाई की गई जिस पर खाद्य आपूर्ति मंत्री ने खाद्य आपूर्ति विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव आनंद मोहन शरण को इस भ्रष्टाचार में सम्मिलित सभी पर कार्रवाई करने के भी निर्देश दिए हैं। जो भी इसमें शामिल हो उसे पर कार्रवाई की जाए ।

खाद्य आपूर्ति मंत्री ने निरीक्षण के वक्त इंस्पेक्टर को फोन किया और लोकेशन मांगी तब उन्होंने कुरुक्षेत्र की बताई  जबकि कुछ इस समय में इंस्पेक्टर मौके पर पहुंच गया इस पर मंत्री ने इंस्पेक्टर को कहा कि आप तो कुरुक्षेत्र बता रहे थे कैसे पहुंच गए गेहूं खराबी मामले को लेकर मंत्री ने प्राथमिक दर्ज करने की भी आदेश दे दिए।

यह तो मंत्री ने संज्ञान लिया है अगर अधिकारी को शिकायत देते तो उनका ही लाइसेंस कैंसल कर देते

दबी आवाज में डिपो होल्डर ने नाम छापने बताया कि शिकायत करें किसको अधिकारियों की ऊपर तक सब मिली भगत है गरीबों को जो सरकार अन्न देती है वह उच्च क्वालिटी का मिलता है लेकिन पहुंचता निम्न क्वालिटी का जिससे सरकार की बदनामी भी होती है। कट्टे का वजन 53 से 55 किलो मिल रहा है अगर मामले की जांच हो तो इसमें अनेक अधिकारी कर्मचारी जिसकी जो जिम्मेदारी बनती है वह कभी गेहूं पहुंचने तक नहीं आता। जांच कैसे होगी अगर कोई आवाज उठाता है तो उसको यह धमकी दी जाती है कि आपका लाइसेंस कैंसल कर दिया जाएगा। मजबूरी में रोजगार चलाने के लिए सब काम कर रहे हैं ।यह तो खुद मंत्री जी ने संज्ञान लिया है अन्यथा अधिकारियों के पास शिकायत जाती तो डिपो होल्डर का ही लाइसेंस कैंसिल हो जाता।

 जब इस विषय पर डीएफसी अमित शेखावत से बात की तो उन्होंने कहा कि उनके पास मामला संज्ञान में आया था लेकिन आज कोई गेहूं का उठान नहीं था कुछ शिकायत उनको गेंहू मिली की मिली थी उन्होंने गेहूं बदलने के लिए कहा था। लेकिन इससे पूर्व खाध्य मंत्री ने आज कार्रवाई कर दी है जिसमें उनको खुद को एएफएसओ संदीप चहल इंस्पेक्टर विकास सब इंस्पेक्टर सचिन को सस्पेंड किया है तथा इंस्पेक्टर पर एफआईआर दर्ज करने के लिए आदेश दिए हैं विभाग की ओर से किस प्रकार की प्राथमिक की होगी वह भी अधिकारी तय कर रहे हैं वहीं उन्होंने कहा की शैड ऊपर से टूटा हुआ है जिसकी उच्च अधिकारियों को जानकारी दी जा चुकी है वह मौके पर अपना पक्ष रखेंगे ।