ऑटिज्म स्पेक्ट्रम विकार ,स्पीच डिसऑर्डर वाले बच्चों के लिए हर्बल व फ्लॉवर चिकित्सा उपचार – उम्मीद की नई उम्मीद – डॉ जसविंदर
डेमोक्रेटिक फ्रंट, चंडीगढ़, 06 दिसंबर:
इंडियन पीडियाट्रिक जर्नल की रिपोर्ट के अनुसार, भारत में हर 68 में से 1 बच्चा ऑटिज़्म से प्रभावित है, और यह संख्या लगातार बढ़ रही है। ऐसे में, वैकल्पिक चिकित्सा पद्धति में माहिर और कई राष्ट्रीय पुरस्कारों से सम्मानित डॉ. जसविंदर सिंह ने हजारों ऑटिस्टिक , स्पीच डिसऑर्डर
बच्चों का हर्बल व फ्लावर आधारित दवाओं से सफल इलाज कर एक नई दिशा दिखाई है। आज यानी शनिवार को चंडीगढ़ प्रेस क्लब में सुबह 11:30 बजे पत्रकारों से बातचीत के दौरान डॉ. सिंह इस विषय पर अपनी रिसर्च और अनुभव साझा करेंगे। उनका मानना है कि करीब दो-तिहाई बीमारियां साइकोसोमेटिक होती हैं और प्राकृतिक उपचार, जैसे हर्बल और फ्लावर दवाएं, इन पर चमत्कारी प्रभाव डाल सकती हैं। उन्होंने बताया कि “यदि आपका बच्चा बुलाने पर प्रतिक्रिया नहीं देता या बार-बार एक ही चीज़ करता है, तो यह ऑटिज़्म के लक्षण हो सकते हैं,” डॉ. सिंह ने बताया। उन्होंने अपने शोध और उपचार के जरिए कई परिवारों को राहत दी है और ऑटिज़्म से पीड़ित बच्चों के लिए एक नई उम्मीद जगाई है।