- श्री दरबार साहिब दीवार पर गोली लगने के बाद अकाल तख्त बब्बर खालसा के आतंकवादियों को पंथ से बाहर करें: वीरेश शांडिल्य
- एंटी टेरोरिस्ट फ्रंट इंडिया के राष्ट्रीय अध्यक्ष वीरेश शांडिल्य ने अकाल तख्त के जत्थेदार व शिरोमणि गुरूद्वारा प्रबंधक कमेटी को पत्र लिख मांग की है कि नारायण सिंह चौरा के खिलाफ सख्त कार्रवाई को लेकर पुलिस को पत्र लिखें
कोरल ‘पुरनूर’, डेमोक्रेटिक फ्रंट, पंचकुला – 05 दिसंबर :
एंटी टेरोरिस्ट फ्रंट इंडिया के राष्ट्रीय अध्यक्ष वीरेश शांडिल्य ने कहा कि 2004 में शहीद मुख्यमंत्री बेअंत सिंह के हत्यारे जगतार सिंह हवारा, परमजीत भ्यौरा व जगतार तारा को सुरंग खोद कर चंडीगढ़ बुडैल जेल से फरार करवाने की साजिश रचने वाले नारायण सिंह चौरा ने यह साबित कर दिया कि पंजाब व देश की अमन और शांति को खंडित करने के लिए उनके लिए कोई धार्मिक मान्यता नहीं है इसलिए बब्बर खालसा के आतंकवादी नारायण सिंह चौरा ने पवित्र श्री दरबार साहिब (हरमंदिर) की पवित्रता भंग कर श्री दरबार साहिब में पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल के बेटे पूर्व डिप्टी सीएम सुखबीर बादल की हत्या की साजिश रची और वह गोली दरबार साहिब की पवित्र दीवार पर लगी जो दरबार साहिब पर हमला ही माना जाएगा जिस पर आज वीरेश शांडिल्य ने शिरोमणि गुरूद्वारा प्रबंधक कमेटी के प्रधान व श्री अकाल तख्त के जत्थेदार को पत्र लिखकर नारायण सिंह चौरा को पंथ से निकालने और बब्बर खालसा से जुड़े तमाम आतंकवादियों को पंथ से बाहर का रास्ता दिखाएं। उन्होंने कहा कि बब्बर खालसा के आतंकवादी नारायण सिंह चौरा ने दरबार साहिब की पवित्रता भंग की और सुखबीर सिंह बादल की उस वक्त हत्या करने की साजिश रची जब उन्हें सिखों की सर्वोच्च संस्था श्री अकाल तख्त ने सजा दी। जो हमला सुखबीर बादल पर नहीं बल्कि पवित्र दरबार साहिब व पंजाब में आतंकवाद फैलाने की बब्बर खालसा ने घिनौनी साजिश रची। वीरेश शांडिल्य ने शिरोमणि गुरूद्वारा प्रबंधक कमेटी प्रमुख व श्री अकाल तख्त के जत्थेदार से मिलने का समय मांगा और कहा कि इस वक्त पंजाब व देश की अमन और शांति को बचाने के लिए और पंजाब में फिर आतंकवाद न फैल सके हिन्दु सिख भाईचारे को एक होकर चलना होगा। एंटी टेरोरिस्ट फ्रंट इंडिया के राष्ट्रीय अध्यक्ष वीरेश शांडिल्य ने कहा कि दरबार साहिब (हरमंदिर साहिब) परिसर में बब्बर खालसा के आतंकवादी नारायण सिंह चौरा ने हमला बोल यह साबित कर दिया कि आतंकवादियों को कोई धर्म नहीं होता। वह तो राष्ट्र के लिए कोरोना से ज्यादा खतरनाक हैं। वीरेश शांडिल्य ने श्री अकाल तख्त के जत्थेदार को लिखे पत्र में कहा कि बब्बर खालसा के आतंकवादी व गुरू के सिख मुख्यमंत्री सरदार बेअंत सिंह व उनके साथ अन्य निर्दोषों की हत्या करने वाले जगतार सिंह हवारा ने तो उसी दिन श्री अकाल तख्त को चुनौती दे दी थी जिस दिन श्री अकाल तख्त के सामांतर अपने आप को जत्थेदार घोषित कर लिया था। वीरेश शांडिल्य ने कहा कि उनका संगठन एंटी टेरोरिस्ट फ्रंट इंडिया सुखबीर बादल व उनके परिवार व पंजाब की अमन और शांति के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़ा है। उन्होंने कहा कि आतंकवादी चौरा ने यह हमला सुखबीर बादल पर नहीं बल्कि दरबार साहिब पर किया है इसलिए श्री श्री अकाल तख्त व शिरोमणि गुरूद्वारा प्रबंधक कमेटी को बब्बर खालसा से जुड़े तमाम आतंकवादियों को पंथ से बाहर का रास्ता दिखाकर पंजाब की अमन को मजबूत कर हिन्दू सिख भाई चारे को बढ़ावा दें।