Monday, December 23
  • जूना अखाड़ा, चण्डीगढ़ ने प्रयागराज कुंभ मेले की भव्य तैयारियाँ शुरू कीं, 41 दिनों तक चलेगा लंगर
  • लंगर सेवा में आर्य सेवा संगठन, हर-हर महादेव कांवड़ सेवा संघ एवं अन्य संस्थाओं का भी अहम योगदान रहेगा

डेमोक्रेटिक फ्रंट, चंडीगढ़,  18  नवंबर:वि

श्व के सबसे बड़े धार्मिक आयोजन, प्रयागराज कुंभ मेले की तैयारियाँ जोर-शोर से शुरू हो चुकी हैं। इस आयोजन को भव्य और सुव्यवस्थित बनाने के लिए जूना अखाड़ा, चण्डीगढ़ जवाला जी धाम ने 11 सदस्यीय समिति का गठन किया है। संस्था के अध्यक्ष स्वामी सुधीर नारायण ने बताया कि समिति में गुलाब सिंह नंबरदार, धूम सिंह, देशराज राणा, बलजिंदर सिंह राणा और बलदेव सिंह सहित कई प्रमुख नाम शामिल हैं। महाकुम्भ में 41 दिनों का लंगर में आर्य सेवा संगठन, हर-हर महादेव कांवड़ सेवा संघ एवं चण्डीगढ़ की अन्य संस्थाओं का भी अहम योगदान रहेगा। जूना अखाड़ा के संतों ने इस बार मेले में आने वाले लाखों श्रद्धालुओं और संतों के लिए विशेष इंतजाम किए हैं। प्रमुख रूप से 41 दिनों तक चलने वाले लंगर की व्यवस्था पर जोर दिया गया है। इसमें हर दिन हजारों श्रद्धालुओं को भोजन कराया जाएगा। इसके साथ ही संतों और महंतों के लिए टेंट, शाही स्नान और अन्य आवश्यक सुविधाओं का प्रबंध किया गया है। 


 जूना अखाड़ा के वरिष्ठ संत होंगे मुख्य आकर्षण 

 इस ऐतिहासिक आयोजन में श्री महंत हरी गिरी महाराज (जूना अखाड़ा के संरक्षक ), सभापति प्रेम गिरी महाराज, और अंतरराष्ट्रीय प्रवक्ता नारायण गिरी महाराज के नेतृत्व में अनेक संत और महंत अपनी उपस्थिति दर्ज कराएंगे। महंत मंगल गिरी महाराज और श्री महंत शांति आनंद गिरी, जूना अखाड़ा, चण्डीगढ़ जवाला जी धाम से स्वामी सुधीर नारायण की देखरेख में पूरे आयोजन को सुव्यवस्थित किया जा रहा है। स्वामी सुधीर नारायण ने कहा कि कुंभ मेले का उद्देश्य केवल एक धार्मिक अनुष्ठान नहीं है, बल्कि यह भारतीय संस्कृति, संत परंपरा, और समाज को जोड़ने का एक माध्यम भी है। इस बार जूना अखाड़ा ने व्यवस्था को और अधिक समृद्ध और प्रभावशाली बनाने के लिए अतिरिक्त प्रयास किए हैं।

 41 दिनों तक सेवा और भक्ति का संगम 

लंगर प्रबंधन के लिए 41 लोगों की अलग टीम तैयार की गई है, जो भोजन और अन्य सेवाओं का संचालन करेगी। श्रद्धालुओं के लिए यह लंगर भक्ति और सेवा का प्रतीक बनेगा। इसके अलावा, शाही स्नान और संतों के विशेष अनुष्ठानों के दौरान अद्वितीय माहौल बनने की उम्मीद है।  


श्रद्धालुओं में उत्साह चरम पर 


 प्रयागराज कुंभ मेले की तैयारियों और जूना अखाड़ा द्वारा की जा रही व्यवस्थाओं को लेकर श्रद्धालुओं में गहरा उत्साह देखा जा रहा है। इस बार का कुंभ मेला भारतीय परंपराओं और संस्कृति का अद्वितीय प्रदर्शन करेगा, जो न केवल देश बल्कि विश्व भर से आए लोगों को अपनी ओर आकर्षित करेगा।  

प्रबंधकों और आयोजकों का संदेश 

श्री महंत हरी गिरी महाराज ने कहा कि कुंभ मेला केवल एक धार्मिक आयोजन नहीं बल्कि मानवता को एकता के सूत्र में पिरोने का अवसर है।स्वामी सुधीर नारायण गिरी महाराज ने इसे भारतीय सभ्यता का गौरव बताया और सभी को मेले में शामिल होने का निमंत्रण दिया। प्रयागराज कुंभ मेला, अपने भव्य आयोजनों और गहन धार्मिक गतिविधियों के साथ इस वर्ष एक बार फिर आध्यात्मिकता और संस्कृति का संगम बनने के लिए तैयार है।