Monday, December 30

पंचगव्य के सेवन से सभी अज्ञात रोग, पाप, और दरिद्रता से होने वाले कष्ट कम होते हैं : आचार्य कुलदीप पाण्डेय 

डेमोक्रेटिक फ्रंट, पंचकूला –  18       नवंबर :

रम पूज्य श्री सुधांशुजी महाराज जी के प्रिय शिष्य आचार्य कुलदीप पाण्डेय जी के मुखारविंद से शिव महापुराण कथा मोरनी रोड पर स्थित शिव धाम हो रही है। आज की कथा में कथा व्यास आचार्य ने बताया कि शिव पुराण के मुताबिक पंचगव्य से ही भगवान शिव का अभिषेक करना चाहिए। पंचगव्य में शामिल पदार्थों का उल्लेख शैव और वैष्णव दोनों धर्मों में मिलता है। पंचगव्य में गाय का गोबर, गाय का मूत्र, दूध, दही, गुड़, घी, केला, नारियल, और पानी शामिल होता है। पंचगव्य को अमृत के बराबर माना जाता है। पंचगव्य के सेवन से सभी अज्ञात रोग, पाप, और दरिद्रता से होने वाले कष्ट कम होते हैं। पंचगव्य का औषधियां बनाने एवं जैविक खेती में भी इस्तेमाल किया जाता है।