36 बिरादरी के नेता अनिल विज को भाजपा हाईकमान हरियाणा से जाट- नॉन जाट शब्द के खात्मे की मुहिम चलाने के लिए कहे : शांडिल्य
कोरल ‘पुरनूर’, डेमोक्रेटिक फ्रंट, पंचकुला – 11 अक्टूबर :
विश्व हिन्दू तख्त व ब्राह्मण महापंचायत के प्रमुख वीरेश शांडिल्य ने आज भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा सहित आरएसएस के प्रमुख मोहन भागवत को पत्र लिखकर हरियाणा में 1966 के बाद लगातार भाजपा की तीसरी बार सरकार बनने पर बधाई दी और साथ ही पत्र में कहा कि 1966 में हरियाणा बना था और हरियाणा में जाति के आधार पर पंडित भगवत दयाल मुख्यमंत्री नहीं बने थे वह काब्लियत के आधार पर व 36 बिरादरी के भाई चारे के आधार पर पंडित भगवत दयाल हरियाणा के पहले सीएम बने थे। नवरात्रों में भाजपा को नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में हरियाणा में स्पष्ट बहुमत मिला अब मोदी, नड्डा व मोहन भागवत हरियाणा में जाट, नॉन जाट शब्द को हटाकर हरियाणा को 36 बिरादरी के भाईचारे बनाने की पहल करें। ब्राहामण महापंचायत व विश्व हिन्दु तख्त प्रमुख जो देश में आतंकवाद के खिलाफ आर पार की लड़ाई लड़ने वाला चेहरा हैं और देश की एकता और अखंडता के लिए वीरेश शांडिल्य ने 26 जुलाई 2002 को दिल्ली से जम्मू कश्मीर तक आतंकवाद के खिलाफ आतंकवाद विरोधी रथ यात्रा निकाली थी राष्ट्रद्रोहियों व आतंकवादियों को ललकारती यह पहली रथ यात्रा हरियाणा से वीरेश शांडिल्य के नेतृत्व में दिल्ली से जम्मू कश्मीर गई। वीरेश शांडिल्य ने भारत के प्रधानमंत्री ने राष्ट्रहित में अनेक फैसले लिए और अब हरियाणा में तीसरी बार भाजपा की लगातार सरकार बनने पर एक बड़ा फैसला लेते हुए हरियाणा को जाट, नॉन जाट मुक्त करते हुए हरियाणा एक हरियाणवी एक का नारा देते हुए इस जहर को खत्म करें।
वीरेश शांडिल्य ने प्रधानमंत्री को लिखे पत्र में कहा कि हरियाणा से जाट, नॉन जाट के जहर को पूर्व गृह एवं स्वास्थ्य मंत्री व अंबाला छावनी से सातवीं बार विधायक बने अनिल विज खत्म कर सकते हैं क्योंकि गृह मंत्री होते हुए अनिल विज ने 36 बिरादरी की खुले दरबार लगाकर सुनवाई की उनके दरवाजे पर जात पात नहीं इंसानियत पूजी जाती थी। एंटी टेरोरिस्ट फ्रंट इंडिया के राष्ट्रीय अध्यक्ष वीरेश शांडिल्य ने कहा कि 15 अक्तूबर को अनिल विज को ऐसा कैबिनेट में पद दिया जाए जिससे
हरियाणा की 36 बिरादरी का सिर गर्व से ऊपर हो और अनिल विज को यह जिम्मा दिया जाए कि 2029 के चुनावों तक 36 बिरादरी को हरियाणा में एक किया जाए, एक मंच पर लाया जाए जैसे दसवें गुरू गोबिंद सिंह ने अलग अलग समुदाय के लोगों को 5 प्यारों के रूप में सजाया फिर उन्हीं के जूठे बांटे में खुद अमृत छक कर गुरू गोबिंद राय से गुरू गोबिंद सिंह बने वह छुआछूत ऊंच नीच खत्म किया। वीरेश शांडिलय ने मोदी, नड्डा व मोहन भागवत को पत्र में लिखा कि हरियाणा में अनिल विज को इतनी बड़ी जिम्मवारी दी जाए कि हरियाणा में अनिल विज जाट, नॉन जाट को ही नहीं बल्कि जात पात के जहर को खत्म कर दें।