केरल मार्शल आर्ट कलरियापट्टू का ऐतिहासिक प्रयास

केरल मार्शल आर्ट कलरियापट्टू टैगोर में स्पिक मैके द्वारा ऐतिहासिक प्रयास

डेमोक्रेटिक फ्रंट, चंडीगढ़,  18 सितंबर:

चंडीगढ़ में पहली बार स्पिक मैके द्वारा आयोजित, टैगोर थियेटर सोसायटी व कल्चर डिपार्टमेंट  के सहयोग से  टैगोर थियेटर में 2 घण्टे केरल मार्शल आर्ट  देख हुए स्तब्ध शहरवासी

चंडीगढ़, स्पिक मैके के  प्रयास से चंडीगढ़ वासियों को कलरियापट्टू की विस्तृत परफॉर्मेंस देखने का मौका मिला। इसमें कल्चर डिपार्टमेंट यु टी चंडीगढ़, टैगोर थियेटर सोसाइटी व केरल समाज का सहयोग रहा। 

         वल्लभट्ट कलारी ग्रुप की तरफ से केरल के सबसे पुराने मार्शल आर्ट कलरियापट्टू  की परफॉर्मेंस में मुख्य रहे मैथारी , कोल्थरी , अंकथानी ,  वेरुमकाई प्रयोगम । 

दरअसल कलरियापट्टू में हवा में उछल कर बचाव करने के  दृश्य ने   खूब तालियां बटोरी । 

वालाभट्ट कलारी ग्रुप लीडर राजीव के पी के निर्देशन में अजित शंकर , गोकुल, विनायक , आनंद के  पी , गोकुल कृष्ण , अद्वैथ , भास्करन व सीमालं ने पूरी एनर्जी से  चारों विधाओं का खूब प्रदर्शन किया । 

जिक्र योग है कि कलरियापट्टू  है तो मार्शल आर्ट लेकिन देखने में किसी मनोहारी डांस से कम नहीं है और यह आज की युवा पीढ़ी को जहां एक ओर फ़िजिकल फिटनेस सिखाता है वहीं मानसिक एकाग्रता से उन्हें पढ़ाई व करियर में अपने लक्ष्य भेदन में भी सहायक होता है।