श्री चरणछोह गंगा खुरालगढ़ साहिब के चेयमैन ने प्रधान की कारवाईयों को असंवैधानिक ठहराया
हिसाब ऑडिट तथा पारदर्शी करने के लिए संगतों का सहयोग जरुरी : अजीत राम खेतान
तरसेम दीवाना, डेमोक्रेटिक फ्रंट, हुशियारपुर, 17 सितंबर :
हाल ही में सोशल मीडिया पर वायरल हुई राष्ट्रीय कैशियर अमित कुमार पाल की चिट्ठी के बाद ऐतिहासिक स्थान श्री चरणछोह गंगा खुरालगढ़ साहिब के चेयरमैन अजीत राम खेतान द्वारा प्रधान की असंवैधानिक कारवाईयों तथा गुरुघर में हो रही अनियमिताओं पर सवाल उठाये हैं तथा हिसाब किताब में हुई अनियमिताओं को स्पष्ट करने के लिए ऑडिट कमेटी बनाने बनाने तथा डिप्टी कमिश्नर साहिब को मिल कर जांच करवाने के लिए आदि धर्म मिशन के कार्यकारी सदस्यों के विचार जानने लिए राये मांगी है। खेतान ने कहा कि प्रधान राष्ट्रीय कैशियर से हिसाब मांग रहा है तथा कैशियर अपना हिसाब पेश करने का सोश्ल मीडिया द्वारा स्पष्टीकरन दे कर प्रधान द्वारा पिछले वर्षों का कोई हिसाब पेश ना करने का स्पष्ट बयान दे रहा है जिसने संसार स्तर पर संगतों बीच हिसाब किताब को ले कर हो रहे गबन का शक गहरा कर दिया है क्योंकि हमारे कार्यकाल के दौरान कोई ऑडिट नहीं हुआ है।
चेयरमैन जीत राम खेतान ने कहा कि कैशियर अमित पाल की चिट्ठी से पहले श्री चरणछोह गंगा खुरालगढ़ साहिब की प्रबंधक कमेटी के सदस्यों ने भी हिसाब जानने की कई बार मांग की है। खेतान ने कहा कि पालकी साहिब गुरुघर खड़ी है तथा कर्जे की किश्तें कैशियर दे रहा है जबकि पालकी साहिब आदि धर्म मिशन द्वारा सतगुरु रविदास जी की बाणी तथा बाबू मंगू राम मुगोवालिया, बाबा साहिब डा. आंबेडकर, बाबा बंता राम घेड़ा, साहिब कांशी राम के मिशन के प्रचार के लिए खरीदी गई थी, बड़ी हैरानी की बात है कि लाखों रुपये संगतों के खर्च करके आज तक मिशन के प्रचार प्रसार के लिए एक भी यात्रा नहीं निकाली गई। खेतान ने कहा कि आल इंडिया आदि धर्म मिशन (रजि.) भारत के राष्ट्रीय चेयरपर्सन कमलेश कौर घेड़ा, राष्ट्रीय प्रधान संत सतविंदर हीरा, वाईस प्रधान ज्ञान चंद दीवाली को अपना पक्षपाती रवैया त्याग कर गुरुघर के प्रबंधों की बेहतरी तथा संगतों की भावनाओं को मुख्य रखते हुए सख्त स्टैंड लेना चाहिए तथा गलत तत्वों को कमेटी के पदों से हटा कर पारदर्शी ढंग से प्रबंधों को चलाने के लिए ऑडिट कमेटी, मैनेजर, कैशियर, परचेज़ कमेटी, धार्मिक दीवानों के प्रबंधों के लिए अलग प्रबंधक कमेटी, प्रचार कमेटी बना कर रागी, पाठी, कथा वाचक आम सहमति के साथ रखने चाहिए। चेयरमैन अजीत राम खेतान ने इस सवाल के जबाव में कहा कि प्रधान के पास कोई ताकत नहीं है कि वो संवैधानिक तरीके के साथ चुने गये किसी भी सदस्य को बिना कोई नोटिस दिये कमेटी से बाहर निकाल सके, गुरुघर की प्रबंधक कमेटी को 21 सदस्यों से 11 सदस्य करना भी असंवैधानिक है, इस बारे में कानूनी सलाह भी ली जा सकती है तथा जल्द ही डिप्टी कमिश्नर होशियारपुर को मिल कर प्रतिनिधिमंडल द्वारा यह मामला उठाया जायेगा।
जब गुरुघर के पूर्व कैशियर राम लाल विरदी के बयान के संबंध में सवाल पूछा कि विरदी का कहना है कि 2012 से 2016 तक सारा हिसाब रोजाना रजिस्टर पर दर्ज होता था तथा 2016 में गुरुघर की सालाना आमदन करीब 1 करोड़ रुपये तक पहुंच गई थी तो खेतान ने कहा कि प्रबंधक कमेटी के सदस्य इसी लिए मांग करते आ रहे हैं कि सारा हिसाब ऑडिट किया जाये ताकि दूध का दूध पानी का पानी संगतों के सामने स्पष्ट किया जा सके। उन्होने कहा कि गुरुघर में हो रही अनियमितायें रोकने के लिए समाज हितेषी लोगों द्वारा बुलाये जा रहे आम इजलास में भी वह बाकि कमेटी सदस्यों के साथ हाजिर हो कर इस संबंध में विस्तारपूर्वक जानकारी देंगे तथा संगतों के हर फैसले को खुशी से स्वीकार करेंगे तथा अच्छे पारदर्शी ढंग प्रबंधों के लिए समर्थन करेंगे। खेतान ने देश विदेश की संगतों के दिलों में दिन प्रति दिन बढ़ रहे रोष को देखते हुए जिला प्रशासन होशियारपुर को समाज के इस गॅभीर मसले में दखल देने की भी अपील की। उन्होने संगतों से भी अपील की कि हिसाब ऑडिट करने, अनियमिताओं को रोकने के लिए सहयोग करें।