विज, डेमोक्रेटिक फ्रंट, चंडीगढ़ – 13 सितंबर :
मेहर चंद महाजन डीएवी महिला महाविद्यालय, चंडीगढ़ के स्नातकोत्तर हिंदी विभाग ने संवाद साहित्य मंच, चंडीगढ़ के सहयोग से हिंदी दिवस के उपलक्ष्य में कविता लेखन कार्यशाला और कवि सम्मेलन का आयोजन किया। कविता लेखन कार्यशाला का संचालन संवाद साहित्य मंच के अध्यक्ष श्री प्रेम विज, संवाद साहित्य मंच के उपाध्यक्ष डॉ. विनोद शर्मा और अखिल भारतीय कवि परिषद के कार्यकारी अध्यक्ष, डॉ. अनीश गर्ग सरीखे राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर पुरस्कृत कवियों द्वारा किया गया। कार्यशाला का शुभारंभ करते हुए प्रेम विज ने कहा कि कविता वह संवेदना है जो एक दिल से दूसरे दिल को छू जाती है, यह जीवन भर हमारे साथ रहती है। उन्होंने कविता के विभिन्न दृष्टिकोणों पर प्रकाश डालते हुए कविता के विभिन्न रूपों पर भी चर्चा की। डॉ. विनोद शर्मा ने अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि कविता का वितान व्यापक है, उन्होंने प्रतिभागियों को कविता के विभिन्न रूपों से भी अवगत कराया। कविता के लिए मौलिक भावों के सृजन पर विचार व्यक्त करते हुए उन्होंने कहा कि कविता के सृजन के लिए विचारों को पोषित करने की आवश्यकता है । डॉ. अनीश गर्ग ने कहा कि कविता मानव मन के भीतर से जन्म लेती है, उन्होंने यह भी कहा कि कविता विचारों, कल्पनाओं को चित्रित करने का विस्तृत कैनवास होने के साथ साथ मानवीय संवेदनाओं की अभिव्यक्ति का एक सशक्त माध्यम है। इस अवसर पर आयोजित कवि सम्मेलन काव्य प्रेमियों के लिए एक उपहार था, जिसमें प्रसिद्ध कवियों ने जीवन के विभिन्न रंगों को दर्शाते हुए प्रेम, आशा, मानव अस्तित्व, रिश्ते, दिव्यता और सामाजिक मुद्दों को व्यक्त करते हुए अपने शब्दों से जादू बिखेरा। सम्मेलन के दौरान अपनी रचनाएँ प्रस्तुत करने वाले अन्य कविगणों में डॉ निशा भार्गव, प्रेम विज, डॉ. विनोद कुमार, डॉ. अनीश गर्ग, डॉ. नीरू मित्तल, डॉ. प्रज्ञा शारदा, विमला गुगलानी, यश कंसल, अशोक नादिर, दीपक शर्मा चनारथल, गुरदर्शन सिंह मावी, डॉ. मृदुला शर्मा, डॉ. जैसमीन आनंद, डॉ. अमरदीप कौर, डॉ. सीमा कंवर, डॉ. सुनैना जैन, सुश्री आँचल मेहता, डॉ. अनुभूति शर्मा, डॉ. सुनीता कुमारी और डॉ. दीपशिखा शर्मा शामिल थे ।