पांडिचेरी पहुंची एस.के.एम. गैर-राजनीतिक की टीम
किसानों की मांगें पूरी होने तक संघर्ष लड़ते रहेंगे : लखविंदर सिंह
रघुनंदन पराशर, डेमोक्रेटिक फ्रंट, जैतो, 26 अगस्त :
संयुक्त किसान मोर्चा (गैर-राजनीतिक) एसकेएम (एनपी) पुडुचेरी राज्य कार्यकारिणी परिचय और संगोष्ठी कराईकल में आयोजित हुई। कार्यक्रम की अध्यक्षता पोन राजेंद्रन ने की। एसकेएम (एनपी) के राष्ट्रीय समन्वयक हरियाणा से लखविंदर सिंह औलख, तमिलनाडु से पी आर पांडियन, पंजाब से अमरजीत सिंह रड़ा, दक्षिण भारत समन्वयक कर्नाटक से कुरबुरू शांताकुमार, तेलंगाना से वेंकटेश्वर राव, केरल से केवी बीजू सहित दक्षिण भारत के कई किसान नेताओं ने इस मीटिंग में हिस्सा लिया। दक्षिण भारत के पांडिचेरी में एसकेएम गैर राजनीतिक ने अपना विस्तार करते हुए पोन राजेंद्रन को एसकेएम गैर-राजनीतिक पांडिचेरी का कन्वीनर नियुक्त किया। औलख ने कहा कि भारत का किसान 197 दिनों से एमएसपी खरीद गारंटी कानून, स्वामीनाथन आयोग (सी2+50) के तहत फसलों के भाव और संपूर्ण कर्जा माफी सहित अपनी मांगों को लेकर संघर्षरत हंै। केंद्र की घमंडी भाजपा सरकार किसानों की मांगें मानने की बजाय उन्हें प्रताडि़त करने का काम कर रही है। समय-समय पर भाजपा के नेता, लोकसभा व राज्यसभा सांसद किसानों के खिलाफ जहर उगलते रहते हैं। हाल ही में विवादों में रहने वाली बीजेपी सांसद कंगना रनौत ने किसानों के खिलाफ बहुत ही अभद्र भाषा का प्रयोग किया है। यह सब एक एजेंडे के तहत किया जाता है। पीआर पांडियन ने कहा कि कराईकल को भी संरक्षित कृषि क्षेत्र घोषित किया जाना चाहिए। दक्षिण भारत के किसानों की मांगों को भी भारत सरकार अनदेखा नहीं कर सकती है। पूरे देश का किसान एक हो चुका है। किसान आंदोलन-2 में दक्षिण भारत के किसानों की अह्म भूमिका रही है और आगे भी किसानों की मांगे पूरी होने तक हम सब एक होकर अपने हक की लड़ाई इसी प्रकार बदस्तूर जारी रखेंगे।