पंजाब में पहली बार बीजेपी अकेले चुनावी मैदान में उतरी। इससे पहले वो हमेशा शिरोमणि अकाली दल के साथ मिलकर चुनाव लड़ती रही। लेकिन किसान आंदोलन के बीच अकाली दल ने ये दोस्ती तोड़ दी थी। दोनों पार्टियों ने इस बार अकेले चुनावी मैदान में उतारने का फैसला किया। दो सीटों पर चुनाव लड़ने वाली बीजेपी इस बार पंजाब की 12 सीटों पर चुनाव लड़ी। किसानों का विरोध झेल रही भाजपा यहां कोई कमाल नहीं दिखा पाई है। उसे एक भी सीट नहीं मिली है।
- अगर केन्द्र सरकार ने पंजाब के साथ भेदभाव की राजनीति बन्द न की तो पंजाब के लोग अपने हकों के लिए सड़कों पर आने से गुरेज़ नहीं करेंगेः बेगमपुरा टाईगर फोर्स
- पंजाब में लोकसभा चुनावों में हुई बड़ी हार के कारण भाजपा के लीडर पंजाब के साथ नाराज़ चल रहे हैंः पंजाब प्रधान बीरपाल ठरोली
तरसेम दीवाना, डेमोक्रेटिक फ्रंट, हुशियारपुर, 26 अगस्त :
बेगमपुरा टाईगर फोर्स के राष्ट्रीय चेयरमैन तरसेम दीवाना तथा राष्ट्रीय प्रधान धर्मपाल साहनेवाल के दिशा निर्देशानुसार फोर्स की एक ज़रूरी मीटिंग फोर्स के मुख्य कार्यालय मुहल्ला भगत नगर में फोर्स के प्रदेश अध्यक्ष बीरपाल ठरोली की अध्यक्षता में हुई। मीटिंग में फोर्स ज़िला प्रधान हैप्पी फतेहगढ़ ने विशेष तौर पर शिरकत की। मीटिंग में बोलते हुये नेताओं ने कहा कि बीते दिनों लोक सभा के चुनावों में चाहे भाजपा तीसरी बार सरकार बनाने में कामयाब हो गई पर पंजाब में लोकसभा चुनावों में हुई बड़ी हार के कारण भाजपा के लीडर पंजाब के साथ रूठे-रूठे लग रहे हैं। शायद यही कारण है कि केन्द्र सरकार पंजाब को अब अनदेखा कर रही है।
उन्होंने कहा कि जहां केन्द्र सरकार ने बजट में पंजाब को अनदेखा करके पहली बार पंजाब के लिए कुछ भी न रखकर पंजाब के लोगों को निराश ही नही किया बल्कि उनके हको पर सरेआम डाका भी मारा है क्योंकि केन्द्रीय बजट में जो भी पैसा है वो पंजाब के लोगों के खून पसीने की टैक्स की कमाई का भी है। दूसरी बात बजट के बाद केन्द्रीय ट्रांसपोर्ट मन्त्री नितिन गडगरी की ओर से पंजाब के तीन बड़े सड़कों के प्रोजैक्टों को रद्द करके आठ और सड़कों के प्रोजैक्टों को रद्द करने की चेतावनी को देखकर लगता है कि केन्द्रीय मन्त्री नितिन गडगरी सरकार के इशारे पर पंजाब में हुई हार का बदला ले रहे हैं। उन्होंने कहा कि केन्द्रीय मन्त्री लॉ-एंड-आर्डर की हालत को खराब बताकर प्रोजैक्ट रद्द कर रहे है, यह सही नही है क्योंकि पहली बात पंजाब का लॉ-एंड-आर्डर बिल्कुल सही है। अगर केन्द्रीय सरकार को कोई लॉ-एंड-आर्डर पर शंका है तो उनके पास पावर तथा सत्ता है तथा लॉ-एंड-आर्डर सही करने की पंजाब सरकार के साथ केन्द्र सरकार की भी ज़िम्मेवारी बनती है।
उन्होंने कहा कि अगर केन्द्र सरकार ने पंजाब के साथ भेदभाव की राजनीति बन्द न की तो पंजाब के लोग अपने हकों के लिए सड़कों पर आने से गुरेज़ नही करेंगे। अंत में उन्होंने कहा कि बेगमपुरा टाईगर फोर्स में से निकाले हुये शरारती तत्व सरकारे दरबारे तथा लोगों को बेगमपुरा टाईगर फोर्स के नाम पर गुमराह कर रहे है। ऐसे शरारती तत्वों से बचने की ज़रूरत है जब क्योंकि इन लोगों को बेगमपुरा टाईगर फोर्स के साथ दूर तक कोई वास्ता नही है। इस अवसर पर अन्यों के इलावा हैप्पी फतेहगढ़, सतीश कुमार शेरगढ़, रोहित कुमार ढिल्लो नारा, मुनीष, चरनजीत डाडा, कमलजीत डाडा, गोगा मांझी, अमनदीप सिंह, मनीष कुमार, चरनजीत सिंह डाडा, प्रिंस नारा, राजा बस्सी किक्करां, सोनी, रवि कुमार, दविन्दर कुमार, रवि सुन्दर नगर आदि उपस्थित थे।