- स्टार्ट-अप और इनोवेशन की दुनिया का अनुभव लेने के लिए एसडी कॉलेज के छात्रों ने किया इनोवेशन मिशन पंजाब का दौरा
- नवाचार और उद्यमशीलता की जानकारी प्रदान करने के लिए आयोजित किए गए विभिन्न सत्र
डेमोक्रेटिक फ्रंट, चंडीगढ़, 23 अगस्त :
सेक्टर-32 स्थित गोस्वामी गणेश दत्त सनातन धर्म कॉलेज के इंस्टीट्यूशन इनोवेशन काउंसिल (आईआईसी) की ओर से कॉलेज के स्टूडेंट इनोवेटर्स और महत्वाकांक्षी एंट्र्प्रेन्योर्स को इनोवेशन मिशन पंजाब के दौरे पर ले जाया गया जहां उन्हें स्टार्ट-अप और इनोवेशन की दुनिया का गहन अनुभव हासिल हुआ। इस दौरे के दौरान जहां छात्रों को गतिशील चर्चाओं व संवादात्मक सत्रों में भाग लेने का मौका मिला वहीं, इनोवेशव मिशन पंजाब की उपलब्धियों और युवा उद्यमियों को समर्थन देने की क्षमता के बारे में भी जानकारी मिली। छात्रों के साथ इस दौरे में शिक्षक प्रणव कपिल, डॉ. मालविका वालिया और डॉ. शमिंदर सिंह भी शामिल थे।
इस दौरे की शुरुआत प्रिंसिपल डॉ. अजय शर्मा ने छात्रों को सीखने के हर अवसर को भुनाने और विशेषज्ञों के साथ पूरी तरह से जुड़ने के लिए प्रेरित करते हुए की। पहले सत्र में धवल काकू द्वारा “लीन स्टार्ट-अप और न्यूनतम व्यवहार्य उत्पाद/व्यवसाय” विषय पर व्याख्यान दिया गया। इस सत्र में स्टार्ट-अप शुरू करने के व्यावहारिक पहलुओं पर ध्यान केंद्रित किया गया, जिसमें विचारों का कुशलतापूर्वक परीक्षण और सत्यापन करने के लिए न्यूनतम व्यवहार्य उत्पाद (एमवीपी) के विकास पर जोर दिया गया। व्याख्यान वास्तविक दुनिया के उदाहरणों और इंटरैक्टिव तत्वों से समृद्ध था, जिससे छात्रों को अवधारणाओं से सीधे जुड़ने का मौका मिला। प्रणव कपिल ने इस सत्र के लिए इनोवेशन एंबैसडर के रूप में कार्य किया।
इस दौरे का मुख्य आकर्षण इनोवेशन मिशन पंजाब के सोमवीर सिंह द्वारा आयोजित एक जीवंत चर्चा थी। उन्होंने छात्रों को स्टार्ट-अप ईकोसिस्टम की गहन खोज में शामिल किया तथा पंजाब के नवाचार परिदृश्य में उभरते उद्यमियों के लिए उपलब्ध महत्वपूर्ण सहायता तंत्रों के बारे में मूल्यवान जानकारी साझा की। सिंह के इस सत्र में इनोवेशन मिशन पंजाब में सुविधाओं के बारे में जानकारी शामिल थी, जिसमें इसकी महत्वपूर्ण उपलब्धियों और युवा उद्यमियों को प्रदान किए जाने वाले अवसरों की संभावनाओं के बारे में बताया गया। इसके बाद अधिराज अहलूवालिया द्वारा संचालित “इनोवेशन और स्टार्ट-अप ईकोसिस्टम एनएबलर्स” विषय पर एक आयोजित पैनल डिस्कशन में स्टार्ट-अप परिदृश्य का व्यापक अवलोकन प्रस्तुत किया गया।
पैनलिस्टों ने फंडिंग के अवसरों, मेंटरशिप कार्यक्रमों और इनक्यूबेशन सेंटरों जैसे आवश्यक सक्षमताओं के बारे में गहन जानकारी प्रदान की, जिससे छात्रों को स्टार्ट-अप के निर्माण और विस्तार की चुनौतियों से निपटने के लिए एक स्पष्ट रोडमैप मिला। डॉ. मालविका वालिया ने इस सत्र के लिए इनोवेशन एंबैसडर के रूप में कार्य किया। पूरे दौरे के दौरान, व्यावहारिक ज्ञान और अंतर्दृष्टि प्रदान करने पर जोर दिया गया, जिसे छात्र सीधे अपने उद्यमशीलता प्रयासों में लागू कर सकें। इन सत्रों को इस प्रकार डिजाइन किया गया था कि वे सूचनाप्रद और आकर्षक हों, ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि विद्यार्थी सैद्धांतिक अवधारणाओं और वास्तविक दुनिया के अनुप्रयोगों के बीच के अंतर को जान सकें। कॉलेज में इंस्टीट्यूशन इनोवेशन काउंसिल की यह पहल अपने छात्रों के बीच नवाचार और उद्यमशीलता को बढ़ावा देने के लिए कॉलेज की मजबूत प्रतिबद्धता को दर्शाती है, जो उन्हें आज के प्रतिस्पर्धी स्टार्ट-अप परिदृश्य में सफल होने के लिए आवश्यक उपकरणों और अंतर्दृष्टि से लैस करती है।