Saturday, December 21

बैठक के बाद नेशनल कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला ने कहा, हम और कांग्रेस एक साथ हैं। सीपीआई-एम भी हमारे साथ जुड़े हैं। मुझे पूरी उम्मीद है कि हमारे लोग (नेकां नेता) भी हमारे साथ हैं। हमें भरोसा है कि इस चुनाव में हमारी जीत होगी। जम्मू-कश्मीर मैं पूरी ‘रियासत’ को बहाल किया जायेगा। कई सालों से कठिनाइयों का सामना कर रहे हैं।

  1. सभी 90 सीटों पर मिलकर चुनाव लड़ेंगी नेकां और कांग्रेस
  2. फारूक अब्दुल्ला ने कहा- जम्मू-कश्मीर मैं पूरी ‘रियासत’ को बहाल किया जायेगा
  3. फारूक अब्दुल्ला ने कहा- किसी के लिए कोई दरवाजा बंद नहीं
  4. फारूक अब्दुल्ला ने राज्य के दर्जे पर दिया जोर

राजवीरेंद्र वसिश्ठ, डेमोक्रेटिक फ्रंट, पंचकूला –  22   अगस्त :

फारूक अब्दुल्ला ने नेशनल कॉन्फ्रेंस और कांग्रेस के बीच चुनाव पूर्व गठबंधन की घोषणा करके अटकलों को खत्म कर दिया है। यह घोषणा राहुल गांधी और मलिकार्जुन खड़गे द्वारा उनके आवास पर की गई मुलाकात के बाद की गई। नेशनल कॉन्फ्रेंस ने 18 सितंबर से शुरू होने वाले विधानसभा चुनावों की प्रत्याशा में जम्मू-कश्मीर में कांग्रेस और सीपीआई (एम) के साथ चुनाव पूर्व गठबंधन की घोषणा की है।

बैठक के बाद नेशनल कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला ने कहा, हम और कांग्रेस एक साथ हैं। सीपीआई-एम भी हमारे साथ जुड़े हैं। मुझे पूरी उम्मीद है कि हमारे लोग (नेकां नेता) भी हमारे साथ हैं। हमें भरोसा है कि इस चुनाव में हमारी जीत होगी। जम्मू-कश्मीर मैं पूरी ‘रियासत'(एक रियासत (जिसे देशी राज्य या भारतीय राज्य भी कहा जाता है) ब्रिटिश भारतीय साम्राज्य की नाममात्र संप्रभु इकाई थी, जो सीधे तौर पर अंग्रेजों द्वारा शासित नहीं थी, बल्कि एक भारतीय शासक द्वारा अप्रत्यक्ष शासन के तहत, एक सहायक गठबंधन और ब्रिटिश ताज की सर्वोच्चता या आधिपत्य के अधीन थी।) को बहाल किया जायेगा। कई सालों से कठिनाइयों का सामना कर रहे हैं।

राहुल गांधी ने श्रीनगर दौरे पर गुरुवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस की है, जिसमें पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे भी मौजूद थे। राहुल गांधी ने मीडिया को संबोधित करते हुए कहा, ”यह कांग्रेस और इंडि’ गठबंधन की  प्राथमिकता है कि जम्मू कश्मीर को राज्य का दर्जा जितनी जल्दी हो सके दोबारा बहाल कराया जाए। हमने उम्मीद की थी यह चुनाव से पहले हो जाएगा। “

‘कश्मीर से मेरा खून का रिश्ता’ : राहुल गांधी

कांग्रेस नेता ने कहा कि यहां आना हमेशा सुखद है।  यहां के लोगों से यहां गहरा नाता है। हम यहां की जनता की मदद करने के लिए तैयार हैं क्योंकि हमें पता है कि आप कठिन दौर से गुजर रहे हैं। बता दें कि जम्मू-कश्मीर में तीन चरणों में सितंबर और अक्टूबर में चुनाव कराया जाना है। पहले चरण के चुनाव की अधिसूचना जारी कर दी गई है। जम्मू-कश्मीर में चुनाव तीन चरणों में 18 सितंबर, 25 सितंबर और 1 अक्टूबर को होने हैं, जबकि मतगणना 4 अक्टूबर को होगी। 

राहुल गांधी ने कहा कि पहले नरेंद्र मोदी छाती फैलाकर आते थे अब झुककर आते हैं। उनके सेल्फ कॉन्फिडेंस को हमने तोड़ दिया है। आप (कांग्रेस वर्कर्स) बब्बर शेर हो। राहुल गांधी ने कहा कि नफरत को नफरत से नहीं हराया जा सकता। हम मिलकर नफरत को मोहब्बत से हराएंगे।

कांग्रेस अध्यक्ष मलिकार्जुन खड़गे ने कहा, “भाजपा जम्मू-कश्मीर में चुनाव सुनिश्चित नहीं कर सकी। पार्टी ने सर्वोच्च नयायालय के निर्देशों के मद्देनजर दबाव में चुनाव की घोषणा की। मैं यह बात रिकॉर्ड में रखना चाहता हूं कि भाजपा अब जम्मू-कश्मीर में लोगों की आवाज नहीं दबा सकती। कांग्रेस जम्मू-कश्मीर के लोगों के कल्याण के लिए काम करने के लिए प्रतिबद्ध है। भाजपा के बड़े-बड़े दावे कि अनुच्छेद 370 के बाद जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद का सफाया हो गया है, पूरी तरह से झूठे साबित हुए हैं। घुसपैठ बढ़ गई है और आतंकवादी घटनाओं में भी तेजी आई है।”