पंचांग का पठन एवं श्रवण अति शुभ माना जाता है। माना जाता है कि भगवान श्रीराम भी पंचांग का श्रवण करते थे। शास्त्र कहते हैं कि तिथि के पठन और श्रवण से मां लक्ष्मी की कृपा मिलती है। तिथि का क्या महत्व है और किस तिथि में कौन से कार्य करान चाहिए या नहीं यह जानने से लाभ मिलता ह। पंचांग मुख्यतः पाँच भागों से बना है। ये पांच भाग हैं : तिथि, नक्षत्र, वार, योग और करण। यहां दैनिक पंचांग में आपको शुभ समय, राहुकाल, सूर्योदय और सूर्यास्त का समय, तिथि, करण, नक्षत्र, सूर्य और चंद्र ग्रह की स्थिति, हिंदू माह और पहलू आदि के बारे में जानकारी मिलती है।
डेमोक्रेटिक फ्रंट, आध्यात्मिक डेस्क – पंचांग, 31 जुलाई 2024
नोटः आज कामिका एकादशी व्रत तथा शुक्र मघा में, सर्वार्थ सिद्धि योग है। इस दिन भगवान विष्णु की पूजा-अर्चना कर उनका आशीर्वाद प्राप्त करना शुभ माना जाता है। सावन के महीने में कामिका एकादशी मनाई जाएगी। इस पवित्र दिन पर लोग सूर्योदय से व्रत रखेंगे और अगले दिन द्वादशी तिथि को अपना व्रत खोलेंगे। कामदा एकादशी व्रत व्यक्ति के पाप धुल जाते हैं और उसके कर्मों का फल शुभ होता है। श्रीहरि की कृपा से उसे हर कार्य में सफलता मिलती है और कामनाओं की पूर्ति होती है। कामदा एकादशी व्रत करने से काम, क्रोध, लोभ और मोह जैसे पापों से मुक्ति मिल जाती है।
विक्रमी संवत्ः 2081,
शक संवत्ः 1946,
मासः श्रावण़
पक्षः कृष्ण,
तिथिः एकादशी अपराहन् काल 03.56 तक है,
वारः बुधवार।
नोटः आज उत्तर दिशा की यात्रा न करें। अति आवश्यक होने पर बुधवार को राई का दान, लाल सरसों का दान देकर यात्रा करें।
नक्षत्रः रोहिणी प्रातः काल 10.13 तक,
योग धु्रव़ दोपहर काल 02.14 तक है,
करणः बालव,
सूर्य राशिः कर्क, चन्द्र राशिः वृष,
राहू कालः दोपहर 12.00 बजे से 1.30 बजे तक,
सूर्योदयः 05.46, सूर्यास्तः 07.09 बजे।