डॉ. धर्म स्वरूप गुप्त की 88वीं जयंती के उपलक्ष्य पर काव्य पाठ प्रतियोगिता आयोजित

डेमोक्रेटिक फ्रंट, चंडीगढ़, 25 जुलाई :

साहित्यकार, पत्रकार एवं शिक्षाविद स्वर्गीय डॉ. धर्म स्वरूप गुप्त, जो डीएवी कॉलेज सेक्टर 10 के हिंदी विभागाध्यक्ष, भिन्न-भिन्न कॉलेजेस के प्रिंसिपल और चंडीगढ़ साहित्य अकादमी के वाईस चेयरमैन भी रहे थे, की 88 वीं जयंती के उपलक्ष्य पर महर्षि दयानंद पब्लिक स्कूल एमडीएवी भवन, दरिया, चंडीगढ़ में सृजन संस्थान ने काव्य पाठ प्रतियोगिता का आयोजन किया। कार्यक्रम का शुभारम्भ बतौर मुख्य अतिथि पधारीं विद्याधाम यूएसए की फाउंडर प्रेसिडेंट डॉ. सरिता मेहता, सृजन संस्थान के अध्यक्ष सोमेश गुप्ता और प्रिंसिपल डॉ विनोद कुमार शर्मा ने किया। इस प्रतियोगिता को क्रमशः दो भागों जूनियर और सीनियर में बांटा गया। जूनियर कैटेगरी में विद्यार्थियों ने प्यास, आंधी, बेजुबान, दायरे, अंतर्दृष्टि, भटकन, मेरा देश, ए मेरे वतन, मैं हिंदुस्तानी, भारत की संतान, प्यास, जिंदगी, हालात में सुधार, महफिल आदि कविताएं गुनगुनाईं। सीनियर कैटिगरी के विद्यार्थियों ने दिशाहीन, आंधी, जिंदगी एक लहर, ऐ मेरे दोस्त, सावन की क्या बात कहूं मैं,  मुस्कान आदि कविताएं प्रस्तुत की। जूनियर कैटेगरी में हमायरा, निक्की, लक्ष्मी को क्रमशः प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय स्थान मिला जबकि राज और अंकुश को सांत्वना पुरस्कार से पुरस्कृत किया।

सीनियर कैटेगरी में कल्पना को पहले पीयूष को दूसरा और रूपांशी को तीसरा स्थान मिला जबकि नैंसी और काजल को सांत्वना पुरस्कार से प्रदान किया। डॉ सरिता मेहता ने विद्यार्थियों को संबोधित करते डॉ.  धर्मस्वरूप गुप्त उच्च कोटि के शिक्षक थे। उनकी रचनाएं आज भी जन-जन की आवाज बन रही हैं।उनके कार्य लोगों का मार्गदर्शन कर रहे हैं। डॉ विनोद शर्मा ने कहा कि डॉ. धर्म स्वरूप सादा जीवन और उच्च विचार से परिपूर्ण थे। उन्होंने शिक्षा के क्षेत्र के साथ-साथ साहित्य और पत्रकारिता को भी नई दिशा दी। वे सबके प्रेरणा स्रोत हैं। सोमेश गुप्ता ने उपस्थित सभी अध्यापकों और बच्चों का आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि डॉ. धर्मस्वरूप गुप्त की याद में समय-समय पर कार्यक्रम आयोजित होते रहेंगे। उन्होंने स्कूल को पंखे देने की घोषणा भी की।