8 घंटे निर्बाध बिजली देने के दावे  की निकली हवा : इंद्रजीत सिंह

मुख्य मंत्री द्वारा धान के लिए किसानों को 8 घंटे निर्बाध बिजली देने के दावे  की निकली हवा  किसान नेता इंद्रजीत सिंह घनिया

रघुनंदन पराशर, डेमोक्रेटिक फ्रंट, जैतो, 20   जुलाई :

भारती किसान यूनियन एकता सिधूपुर ने जिला महासचिव फरीदकोट इंद्रजीत सिंह घनिया  के नेतृत्व में एस.सी. कार्यालय के बाहर धान की खेती के लिए किसानों को पूरी बिजली नहीं देने के विरोध में फरीदकोट में कार्यालय के  सामने धरना दिया गया।इस मौके पर मीडिया से बात करते हुए इंद्रजीत सिंह घनिया  ने कहा कि मुख्यमंत्री पंजाब ने धान के सीजन के दौरान किसानों को8 घंटे निर्बाध बिजली आपूर्ति देने का वादा किया था, लेकिन बार-बार बिजली कटौती के कारण मोटरों में केवल 2 से 3 घंटे ही बिजली आ रही है।  जिसके कारण पहले से ही आर्थिक रूप से टूट चुके किसान महंगे डीजल का उपयोग कर जेनरेटर से धान की सिंचाई करने को मजबूर हैं,जबकि अभी धान की कटाई भी नहीं हुई है। उन्होंने पंजाब सरकार से मांग की कि पंजाब के मुख्यमंत्री अपने वादे के मुताबिक किसानों को निर्बाध बिजली मुहैया कराएं।जिसको लेकर उन्होंने एस.सी. फरीदकोट को निर्बाध बिजली आपूर्ति के लिए मांग पत्र दिया गया। उन्होंने आगे पंजाब सरकार से मांग की कि पंजाब सरकार को पंजाब के कुल कृषि योग्य क्षेत्र में नहरी पानी मुहैया कराना चाहिए और खेतों के साथ लगती नदियों में केवल 365 दिन पानी छोड़ा जाना चाहिए,जिससे किसान साल भर नहर के पानी से अपनी फसल लगा सकते हैं और किसानों को भूमिगत जल खींचने के लिए मजबूर नहीं होना पड़ेगा। आगे बोलते हुए किसान नेता इंद्रजीत सिंह घनिया ने कहा कि अगर पंजाब सरकार पंजाब के पानी को बचाने और भूमिगत जल के स्तर को बढ़ाने के प्रति ईमानदार है, तो राजस्थान की तर्ज पर पंजाब में भी किसानों को सब्सिडी देनी चाहिए और बांध बनाने चाहिए।पंजाब में प्रवाह प्रत्येक रजबाहे के मोघा के पास एक जल पुनर्भरण प्रणाली स्थापित की जानी चाहिए ताकि किसान अतिरिक्त पानी की स्थिति में सुई के पानी को उस पुनर्भरण प्रणाली की ओर मोड़ सकें और उनके साथ भूजल स्तर बढ़ सके । इस मौके पर सुखचरन सिंह ब्लाक प्रधान गोलवाल, तेजा सिंह पक्का ब्लॉक फरीदकोट, बलजिंदर सिंह वाडा भाईका ब्लॉक अध्यक्ष बाजाखाना, निर्मल सिंह ब्लॉक अध्यक्ष कोटकपुरा, सुखजीवन सिंह ढिल्लवां, रमनदीप गिल मंड वाला, गुरमीत सिंह बीड भोलूवाला और अन्य नेता मौजूद थे।