एटीएफआई प्रमुख वीरेश शांडिल्य ने शहीद प्रदीप नैन के पिता बलवान को दिया ब्रेव फैमिली अवार्ड
- शहीद की पढ़ी-लिखी बहनों को मिले सरकारी नौकरी एवं केंद्र सरकार हर शहीद परिवार को दें कारगिल जैसी सुविधाएं : वीरेश शांडिल्य
- चंडीगढ़ में बने हरियाणा के तमाम शहीदो की मेमोरियल: वीरेश शांडिल्य
- एंटी टेरोरिस्ट फ्रंट इंडिया के राष्ट्रीय अध्यक्ष वीरेश शांडिल्य शहीद कमांडो प्रदीप नैन को श्रद्धांजलि देने उनके गांव जाजनवाला पहुंचे
कोरल ‘पुरनूर’, डेमोक्रेटिक फ्रंट, पंचकुला – 19 जुलाई :
ऐ मेरे वतन के लोगों जरा आंख में भर लो पानी, जो शहीद हुए हैं उनकी जरा याद करो कुर्बानी उपरोक्त शब्द एंटी टेरोरिस्ट फ्रंट इंडिया के राष्ट्रीय अध्यक्ष वीरेश शांडिल्य ने नरवाना के गांव जाजनवाला में पहुंचकर शहीद कमांडो प्रदीप नैन के श्रद्धांजलि सभा में कहे। शांडिल्य ने शहीद प्रदीप नैन के चित्र पर पुष्प अर्पित कर उन्हें सलाम किया व प्रदीप के पिता बलवान सिंह व माता रामस्नेही व बहन मंजू व पत्नी मनीषा को सांत्वना दी। शांडिल्य ने अपने संबोधन में कहा कि सरकार शहीदों के परिजनों को एक करोड़ रूपए दे रही है लेकिन मैं भारत वासियों से आहवान करता हूं कि भारत माता की रक्षा करते हुए वीरगति को प्राप्त होने वाले हर सेना के जवान को देश के 140 करोड़ लोगों को उसके अकाऊंट में एक एक रूपया भेजना चाहिए ताकि शहीद के परिजनों को 140 करोड़ की मदद के रूप में राशि मिले और ऐसा होने से हर दूसरा परिवार अपने बेटे-बेटी को देश की सरहदों की रक्षा के लिए भेजेगा। शांडिल्य ने कहा कि वह 30 साल से आतंकवाद के खिलाफ लड़ रहे हैं और देश में सबसे पहले आतंकवाद के खिलाफ 2002 में दिल्ली से जम्मू कश्मीर तक यात्रा लेकर गए थे और यहां तक पाकिस्तानी आतंकवादी, बब्बर खालसा के आतंकवादियों सहित खालिस्तान के खिलाफ खुलकर बोलते है जिस कारण आतंकवादियों के निशाने पर रहते है। उन्होंने आज शहीद के पिता बलवान सिंह और माता रामस्नेही से आशीर्वाद मांगा कि उनकी मौत भी आतंकवाद से लड़ाई लड़ते आए। सेना के जवानों की तरह देश के हर नागरिक का फर्ज है कि वह राष्ट्र की रक्षा करे इसी कारण शहीद-ए-आजम भगत सिंह, राजगुरू, सुखदेव, मदनलाल ढींगरा, असफाक उल्ला खान, खुदीराम बोस, रामप्रसाद बिस्मिल जैसे शहीदों ने भारत को आजाद कराने के लिए और तिरंगा पाने केलिए फांसी के फंदे चूमे और उन्हीं की सोच पर प्रदीप नैन जैसे युवा देश के लिए कुर्बानियां दे रहे हैं जिनकी कुर्बानी को मैं सलाम करता हूं।
शांडिल्य ने कहा कि जिस तन लागे सौ तन जाने जिसका बेटा गया उसकी मां से, पिता से, पत्नी से, बहन से पूछो कि दर्द क्या होता है लेकिन अब प्रदीप जाजनवाला का बेटा नहीं पूरे देश का बेटा बन गया है। एंटी टेरोरिस्ट फ्रंट इंडिया के राष्ट्रीय अध्यक्ष वीरेश शांडिल्य ने मंच से मांग की कि हरियाणा के तमाम शहीद चाहे 1965 जंग के हों, 1971 की जंग के हों या कारगिल शहीद हों या फिर जम्मू कश्मीर में आतंकवाद से लोहा लेते हुए हरियाणा के शहीद हुए हों या देश की संसद के हमले में हरियाणा का कोई शहीद है तो उन सबका हरियाणा की राजधानी चंडीगढ़ में मेमोरियल बनाया जाए और साथ ही वीरेश शांडिल्य ने शहीद की पत्नी मनीषा एवं शहीद की बहनों को क्लास वन नौकरी व शहीद के माता पिता को पेट्रेल पंप या गैस एजेंसी कारगिल युद्ध की तरह शहीद के परिजनों को देने की मांग की। साथ ही वीरेश शांडिल्य ने कहा कि शहीद के माता पिता को अलग अलग पेंशन और बेटे की शहादत से मिले एक करोड़ में से 50 लाख रूपए माता पिता को देने के लिए रक्षा मंत्री गाइड लाइन बनाए और शहीद को कोई भी मरणोपरांत सम्मान मिले तो वह शहीद की मां को मिले क्योंकि बच्चे की पहली गुरू मां, दूसरा गुरू पिता, तीसरा गुरू शिक्षक और चौथा गुरू भगवान होता है। इस अवसर पर मुकुल गोयल, एडवोेकेट आदित्य शांडिल्य, गोल्डी आदि भी मौजूद थे। इस मौके पर एंटी टेरोरिस्ट फ्रंट इंडिया के राष्ट्रीय अध्यक्ष वीरेश शांडिल्य ने शहीद प्रदीप नैन के पिता बलवान सिंह को ब्रेव फैमली अवार्ड और दोशाला पहनाकर सम्मान दिया और कहा की उनका संगठन हर समय शहीद परिवार के साथ खड़ा है l
दुख का विषय नहीं आया कोई प्रशासनिक अधिकारी : शांडिल्य
एंटी टेरोरिस्ट फ्रंट इंडिया के राष्ट्रीय अध्यक्ष वीरेश शांडिल्य ने कहा कि दुःख का विषय है कि आज श्रद्धांजली सभा में कोई भी सरकार का प्रतिनिधि एवं जिला से कोई भी प्रशासनिक अधिकारी नहीं आया l उन्होंने कहा शहीद राष्ट्र के धरोहर है दो दिन तक शहीदों को याद किया जाता है फिर परिवार अकेला रह जाता है l शांडिल्य ने कहा जो कौम शहीदों को भूल जाती है वह तरक्की नहीं कर सकती l शांडिल्य ने कहा एंटी टेरोरिस्ट फ्रंट इंडिया हमेशा शहीदों के परिवार के साथ था और रहेगा l