श्रीमद् भागवत कथा के दौरान कान्हा जन्म देख श्रद्धालु हुए आनंदित

  • महामंडलेश्वर स्वामी श्री कमलानंद जी महाराज की अध्यक्षता में श्री महामृत्युंजय महादेव मंदिर में हो रही श्रीमद् भागवत कथा 

रघुनंदन पराशर, डेमोक्रेटिक फ्रंट, जैतो, 17   जुलाई :

श्री कल्याण कमल आश्रम हरिद्वार के अनंत श्री विभूषित 1008 महामंडलेश्वर स्वामी श्री कमलानंद गिरि जी महाराज की अध्यक्षता एवं 108 स्वामी श्री सुशांतानंद जी महाराज के सानिध्य में रोज एनक्लेव स्थित श्री महामृत्युंजय महादेव मंदिर में हो रही श्रीमद् भागवत कथा में रोजाना बड़ी गिनती में श्रद्धालु उमड़ रहे हैं और भागवत कथा रसपान कर पुण्य-लाभ कमा रहे हैं।कथा के चौथे दिन कान्हा का जन्म देख श्रद्धालु आनंदित हो उठे और भजनों पर झूमते नजर आए। श्रद्धालु कान्हा के रुप में सजे बालक का आशीर्वाद प्राप्त करने को लालायित नजर आ रहे थे। मंदिर प्रांगण कान्हा के जयकारों से गूंज उठा। भागवत कथा रसपान कराते हुए भागवताचार्य कथा व्यास श्री नंद किशोर शास्त्री ग्वालियर वाले ने कान्हा जन्म का वृतांत सुनाते हुए कहा कि जिस समय मां देवकी के पुत्र को पिता वासुदेव ने गोकुल ले जाने की इच्छा जाहिर की उसी समय कारागार के सब द्वारपाल सो गए। जब कान्हा को लेकर वासुदेव द्वार पर आए तब बड़े-बड़े कपाट और लोहे की संगलों से बंद दरवाजे स्वयं खुल गए। उस समय मेघ मंद-मंद गर्जना कर बरस रहे थे। शेषनाग जी अपने फनों से वर्षा का जल निवारण करते हुए अज्ञात रूप से वासुदेव जी के पीछे-पीछे जा रहे थे। यमुना जी भगवान को देखते ही प्रेमवश उमड़ पड़ी। भगवान के चरण स्पर्श करना चाहती थी। यह जान भगवान ने अपने पैर धीरे से नीचे लटका दिए जिन्हें छूकर वे तुरंत घट गई और वासुदेव को गोकुल जाने का मार्ग दे दिया। वासुदेव निर्विघ्न गोकुल पहुंच गए। वहां सब गोप सो रहे थे। उन्होंने चुपचाप यशोदा मैया की शैया पर कृष्ण जी को सुला दिया और यशोदा की शैया पर सोई हुई कन्या को लेकर पुनः मथुरा लौट आए जब वासुदेव के पांव पुनः बेड़ियों में जकड़े गए और सभी दरवाजे पूर्णता फिर से बंद हो गए। कथा उपरांत श्रद्धालुओं ने महामंडलेश्वर स्वामी श्री कमलानंद जी महाराज एवं स्वामी श्री सुशांतानंद जी महाराज से आशीर्वाद प्राप्त किया और जीवन सफल बनाया। कथा का विश्राम एवं पूर्णाहुति 19 जुलाई को सुबह साढ़े दस बजे से बारह बजे तक होगी। इस उपल्क्ष्य में 20 जुलाई को सुबह साढ़े छह बजे श्री सद्गुरु पालकी यात्रा का आयोजन होगा। 20 जुलाई को प्रातः सवा नौ बजे श्री रामचरित मानस अखंड पाठ प्रारंभ होंगे। साथ ही शाम चार बजे से संगीतमयी श्री दुर्गा स्तुति पाठ एवं भजन संध्या होगी। इस उपरांत सद्गुरुदेव महाराज के आशीर्वचन भी होंगे।  इस मौके सुमन कुमार मोंगा, श्याम लाल रेहान, जितेश मोंगा, विकास मोंगा, केजी गर्ग, चंदपाल गिरि, विशू नंदा, अश्वनी कोचर, आजाद बिंदू शर्मा, दर्शन लाल चुघ, राकेश मोंगा, संजीव मोंगा, दविंदर गुप्ता, राजू बांसल, गगन बांसल, हरिंदर गोयल, अश्वनी गांधी, संजीव हांडा, सुभाष चावला, मदन लाल, रविंदर, दर्शन चावला, रवि गेरा, रवि गिरि, विपिन गिरि, पं. अर्जुन, राकेश शर्मा समेत बड़ी गिनती में श्रद्धालु मौजूद थे। 

भव्य गुरु पूजा महोत्सव 21 जुलाई को   

श्री कल्याण कमल गुरु पूजा महोत्सव इस बार फरीदकोट के चांद पैलेस में बड़े ही धूमधाम एवं हर्षोल्लास के साथ मनाया जाएगा। 21 जुलाई को प्रातः सवा छह बजे से श्री सद्गुरु देव स्वामी श्री कमलानंद जी महाराज का पूजन एवं संतों का पूजन प्रारंभ होगा। इस दौरान राजस्थान के प्रसिद्ध भजन गायक देव चुघ श्री हनुमानगढ़ वाले, अमर शर्मा एवं राजीव गक्खड़ कोटकपूरा वाले सुमधुर भजनों से श्रद्धालुओं को भाव-विभोर करेंगे एवं भजनों झुमाएंगे। गुरु पूजा महोत्सव में प्रदेश से अलावा विभिन्न राज्यों से गुरु प्रेमी भक्त पहुचेंगे और अपने गुरु महाराज का पूजन कर आशीर्वाद प्राप्त करेंगे।