- जालंधर को शांतिपूर्ण और अपराध मुक्त शहर बनाने का उद्देश्य
संदीप वर्मा, डेमोक्रेटिक फ्रंट, जालंधर, 29 जून :
आपराधिक तत्वों द्वारा हथियारों के दुरुपयोग को रोकने के लिए किए गए एक अभूतपूर्व कदम के तहत पुलिस कमिश्नर स्वप्न शर्मा के नेतृत्व में जालंधर कमिश्नरेट पुलिस ने शहर में 56 हथियार लाइसेंस रद्द किए हैं। जानकारी देते हुए पुलिस कमिश्नर ने बताया कि कमिश्नरेट पुलिस जालंधर ने आपराधिक पृष्ठभूमि वाले व्यक्तियों के खिलाफ कार्रवाई तेज कर दी है। उन्होंने बताया कि अब तक 56 हथियार लाइसेंस रद्द किए जा चुके हैं और इनमें से अधिकांश लाइसेंस आपराधिक रिकॉर्ड वाले व्यक्तियों के हैं। स्वप्न शर्मा ने बताया कि इन 56 लाइसेंस धारकों में से 13 के खिलाफ हथियार अधिनियम के तहत, 13 के खिलाफ हत्या के प्रयास के, छह एनडीपीएस अधिनियम के तहत, छह हत्या के, पांच चोरी के और 13 के खिलाफ विभिन्न आईपीसी धाराओं के तहत एफआईआर दर्ज हैं।पुलिस कमिश्नर ने कहा कि इस निर्णायक कार्रवाई का उद्देश्य एक चेतावनी देना है कि लाइसेंसशुदा हथियारों का दुरुपयोग और अपराध बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने कहा कि इन लाइसेंसों को रद्द करना इस बात का प्रमाण है कि कमिश्नरेट पुलिस इस बात पर जोर दे रही है कि कोई भी कानून से ऊपर नहीं है। स्वप्न शर्मा ने कहा कि इस ऑपरेशन का उद्देश्य संभावित हिंसा और आपराधिक गतिविधियों को कम करना है। पुलिस कमिश्नर ने यह भी कहा कि यह शहर के सभी निवासियों के लिए एक सुरक्षित और शांतिपूर्ण माहौल बनाने की दिशा में एक कदम है। उन्होंने यह भी कहा कि यह जालंधर कमिश्नरेट पुलिस की शहर में कानून-व्यवस्था बनाए रखने की दृढ़ प्रतिबद्धता को भी दर्शाता है स्वप्न शर्मा ने कहा कि कमिश्नरेट पुलिस जालंधर को शांतिपूर्ण और अपराध मुक्त शहर बनाने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ रही है।
एम बी डी ग्रुप से 2.26 करोड़ की ठगी मामले में जालंधर में केस दर्ज, चंडीगढ़ के एस -7 बुक डिपो का मालिक नामजद
संदीप वर्मा, डेमोक्रेटिक फ्रंट, जालंधर, 29 जून :
मल्होत्रा बुक डिपो (एम बी डी ग्रुप) से करीब 2.26 करोड़ रुपए की ठगी का मामला सामने आया है। जालंधर में थाना डिवीजन नंबर-3 की पुलिस ने अंबाला निवासी हेमंत कक्कड़ के खिलाफ आईपीसी की धारा 420 और 406 के तहत केस दर्ज किया है।जानकारी के मुताबिक 2 करोड़ 26 लाख रुपए की सप्लाई दी गई थी। इसके बाद आरोपी ने न तो किताबें मंगवाईं और न ही बकाया रकम लौटा रहा है। आरोपी चंडीगढ़ में एस-7 बुक शॉप नाम से बड़ी दुकान चलाता है। फिलहाल आरोपी की गिरफ्तारी बाकी है, जल्द ही पुलिस आरोपी को नोटिस जारी कर जांच में शामिल करेगी। अगर उसने सहयोग नहीं किया तो गिरफ्तारी के लिए टीमें भेजी जाएंगी।
हेमंत कक्कड़ के खिलाफ दी गई शिकायत में मल्होत्रा बुक डिपो के ब्रांच मैनेजर गुरचरण सिंह ने बताया कि बीते साल 15 जनवरी को उन्हें हेमंत कक्कड़ ने फोन किया और कहा कि उनका वीआईपी रोड जीरकपुर और चंडीगढ़ सिटी सेंटर पर एस-7 बुक डिपो है। उन्होंने कहा कि वह उनके साथ बिजनेस करना चाहते हैं। इसके बाद उन्होंने उनसे किताबें लेनी शुरू कर दीं और समय-समय पर भुगतान भी करते रहे।पिछले साल दिसंबर माह की 7 तारीख को उन्हें 2 करोड़ 26 लाख रुपए की सप्लाई दी गई थी। इसके बाद आरोपी ने न तो किताबें मंगवाईं और न ही बकाया रकम लौटा रहा था। जिसके बाद मामले की शिकायत कमिश्नरेट पुलिस को दी गई। कमिश्नरेट पुलिस की टीम ने जांच के बाद थाना डिवीजन नंबर-3 में केस दर्ज किया। शिकायत के आधार पर पुलिस ने 6 महीने की जांच के बाद आरोपी हेमंत कक्कड़ के खिलाफ ये मामला दर्ज हुआ। मामले में अभी तक आरोपी की गिरफ्तारी नहीं हुई है।
जालंधर कमिश्नरेट पुलिस की ऐतिहासिक पहल, आपराधिक तत्वों के 56 हथियार लाइसेंस रद्द किए