डेमोक्रेटिक फ्रंट, पंचकूला – 05 जून :
राष्ट्रीय साहित्यिक संस्था ‘शब्दाक्षर’ (रजि.) की जिला समिति पंचकूला द्वारा किशनगढ़ , पंचकूला में आज कवि सम्मेलन आयोजित किया गया। सम्मेलन की अध्यक्षता और मंच संचालन शब्दाक्षर जिलाध्यक्ष राम कुमार वर्मा ‘राम’ द्वारा किया गया। सरस्वती वंदना के बाद शब्दाक्षर प्रदेशाध्यक्ष चंडीगढ़ एवं विशिष्ट अतिथि ग़ज़लकार राजन तेजी ‘सुदामा’ ने ‘मैं ही जाते हुए न पलटा बस, उसने मुड़कर सदा तो दी होगी‘ खूबसूरत ग़ज़ल सुनाकर शुभारंभ किया।
सम्मेलन के मुख्य अतिथि आर. के. मित्तल, पातड़ां वाले कवि एवं उद्योगपति ने पंजाबी कविता ‘दिल करदा ए बच्चा बण जावां’ पेश की। शब्दाक्षर जिला संगठन मंत्री विरेंद्र राय ने ‘शांति का शोरगुल,
चुप्पी की चीत्कार,सन्नाटे की सनसनाहट…’ जीवन पर कविता सुनाई।
शब्दाक्षर प्रदेशाध्यक्ष हरियाणा बलवान सिंह ‘मानव’ ने ‘शब्दाक्षर’ संस्था का परिचय देते हुए ‘मैं शब्दाक्षर के प्यार में हूँ, मैं कवि बनने की कतार में हूँ’ सुंदर कविता सुनाई।
शब्दाक्षर प्रदेश उपाध्यक्ष डॉ. जसवंत सिंह ‘जस्सु’ द्वारा खूबसूरत ग़ज़ल ‘रात ढल गई, सुबह के इंतजार में’ सुनाकर समां बांध दिया।
शब्दाक्षर जिला अध्यक्ष और मंच संचालक राम कुमार वर्मा ‘राम’ ने अपनी ग़ज़ल ‘फिज़ा के फूल भी होंगे अब गुलज़ार देखिए’ सुनाकर सबका मन मोह लिया। शब्दाक्षर जिला उपाध्यक्ष राज गुणपाल ‘बालकिया’ ने बचपन पर सुंदर कविता ‘ये नटखट बचपन याद आता है’ प्रस्तुत की।
प्रदेश अर्थ मंत्री सीमा चहल ‘पुष्प’ ने हास्य कविता ‘यूँ तो इतना प्यार जताते हो, फिर नाईट डयूटी क्यों लगवाते हो?’ सुनाकर सबको लोटपोट कर दिया। चंडीगढ़ से आए मशहूर शायर सर्वेश सिंह ने ग़ज़ल ‘चलता रहा यूं सफर पर मगर, मंजिल से मैं दूर जाता रहा’ सुनाकर वाहवाही लूटी।
शब्दाक्षर प्रदेश साहित्य मंत्री अनीता नरवाल ने सुंदर कविता ‘रूप रंग तन जवानी सब ढल जायेगा, ये बहार ये सावन भी रुल जायेगा’ प्रस्तुत की। शब्दाक्षर प्रदेश प्रचार मंत्री रवनीत ‘आबिद’ ने खूबसूरत ग़ज़ल ‘कुशादा कर नज़र को देख आईना बता क्या है’ सुनाकर सबका मन मोह लिया।
प्रदेश सचिव संदीप भगवाड़िया ने भारतीय जवानों के शौर्य पर अपनी कविता ‘तूफानों ने भी रोका बहुत’ सुनाई। युवा कवयित्री भावना बिहानिया ने प्रेम रचना ‘इक शख़्स मिला हमें दिलरुबा सा, रात अँधेरी के बाद सुबह सा’ पेश की।
युवा कवयित्री श्वेता और मेघा ने सांझे रूप में देशभक्ति कविता ‘देश के इन नौज़वानों को मेरा सलाम, जिन्होंने खो दी अपनी जान’ सुनाकर सबका दिल जीत लिया। इस अवसर पर विशेष रूप से उपस्थित रहे बिजली विभाग के अधिकारी भगवान सिंह, अध्यापक रमेश कुमार, रुक्मेश राणा, नरेश कुमार सहित गांव के अनेक लोगों ने साहित्य का रसास्वादन किया।