Sunday, December 22

केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने कांग्रेस और आआपा पर निशाना साधते हुए क हा कि दिल्ली की आधी सरकार जेल में है, जबकि कांग्रेस भ्रष्टाचार में संलिप्त है। शराब घोटाला और शीश महल भ्रष्टाचार का अड्डा बन चुका है। साथ ही उन्होंने कहा कि अन्ना आंदोलन के दौरान आआपा ने कहा था कि वे कांग्रेस के साथ समझौता नहीं करेंगे, लेकिन आज भ्रष्टाचारी एक हो चुके हैं। इसके साथ ही कांग्रेस  की नजर में रोजगार केवल सरकारी नौकरी है, जबकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का विजन सरकारी नौकरी के साथ स्वरोजगार है।

  • मनीष तिवारी की बहस होती है बेबुनियादी : पीयूष गोयल
  • केंद्रीय मंत्री का तिवारी का जवाब : बहस के लिए संजय टंडन तो दूर किसी पार्षद को भी नहीं भेजेंगे
  • पीयूष का तिवारी पर हमला : चंडीगढ़ का हर व्यक्ति जानना चाहता है तिवारी आआपा या कांग्रेस में किसको वोट देंगे

डेमोक्रेटिक फ्रंट, चंडीगढ़, 29 मई :

कपड़ा एवं सूक्ष्म लघु उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने कांग्रेस प्रत्याशी मनीष तिवारी की बहस करने की चुनौती पर करारा जवाब दिया। पीयूष गोयल बोले,  मनीष तिवारी को लोकसभा में बहस के दौरान उन्होंने देखा है, वह केवल बेबुनियादी बहस करते हैं। इसलिए भाजपा उनके साथ बहस के लिए संजय टंडन तो दूर किसी पार्षद को भी नहीं भेजेगी।

पीयूष गोयल बुधवार को सेक्टर-33 में पार्टी कार्यालय कमलम में पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे। वे भाजपा उम्मीदवार संजय टंडन के समर्थन में चुनाव प्रचार करने के लिए चंडीगढ़ पहुंचे थे। 

चंडीगढ़ पहुंचने पर संजय टंडन ने उनका पुष्प गुच्छ के साथ स्वागत किया। उन्होंने मनीष तिवारी पर जमकर हमला बोला और कहा कि जो व्यक्ति खुद का वोट नहीं डालता है, वह लोकतंत्र की मजबूती के लिए कैसे काम कर सकता है। हर समय तिवारी संविधान बचाने की दुहाई देते है, लेकिन जब संविधान को मजबूत करने का समय आता है तो वह खुद पीछे हट जाते हैं। पिछली बार वे श्री आनंदपुर साहिब में प्रचार करते रहे और लुधियाना में वोट देने नहीं पहुंचे। इस बार यह रोचक रहेगा कि तिवारी लुधियाना में वोट देने जाते हैं या नहीं और आप और कांग्रेस में से किसको वोट देंगे। चंडीगढ़ में आआपा और कांग्रेस की दोस्ती है और पंजाब में कुश्ती चल रही है।

उन्होंने तिवारी पर निशाना साधते हुए कहा कि चंडीगढ़ का हर व्यक्ति जानना चाहता है कि वे आआपा या कांग्रेस में किसको वोट देंगे, क्योंकि जो व्यक्ति खुद वोट की जिम्मेदारी नहीं समझता है, वह जनता से वोट मांगने का हकदार नहीं है। लोकतंत्र के मंदिर में वोट का मूल्य है, लेकिन तिवारी इस मूल्य को नहीं समझते हैं, यह उनका पुराना रिकार्ड रहा है।

पीयूष गोयल ने मनीष तिवारी की बार-बार चंडीगढ़ के विकास की बहस की चुनौती पर दो टूक जवाब दिया कि अनुच्छेद 370 के रद करने पर तिवारी ने संसद में अनाप-शनाप बहस की, उन्हें कश्मीर को भारत का अंग बना और वहां के युवाओं व महिलाओं को सम्मान मिले यह बर्दाश्त नहीं हुआ। इसके साथ ही उन्होंने तिवारी से जवाब मांग कि राम मंदिर पर कांग्रेस अपना स्टैंड स्पष्ट करे। जिस कांग्रेस ने राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा समारोह का निमंत्रण ठुकरा दिया, वह संविधान की रक्षक होने का दावा कर रही है।  

इस अवसर पर भाजपा प्रदेशाध्यक्ष जितेंद्र पाल मल्होत्रा, राष्ट्रीय प्रवक्ता शहजाद पूनावाला, किसान मोर्चा के सदस्य दीदार सिंह, नगर निगम पार्षद जसवंत प्रीत,  व्यापार मंडल से बलजिंद्र सिंह गुजराल व सतिंदर सिंह प्रमुख रूप से मौजूद रहे।  

संजय टंडन ने चंडीगढ़ को समर्पित किया जीवन

केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने भाजपा उम्मीदवार संजय टंडन के सेवाभाव की प्रशंसा करते हुए कहा कि उन्होंने अपना जीवन चंडीगढ़ को समर्पित कर दिया है। कोरोना काल के दौरान उन्होंने खुद 50 बेड का कोविड सेंटर बनाया और गरीबों को 70 हजार पैकेट भोजन के बांटे। कोरोना काल में मनीष तिवारी चंडीगढ़ तो छोड़ो अपने पुरानी संसदीय क्षेत्र श्री आनंदपुर साहिब में भी नजर नहीं आए। उन्होंने संजय टंडन के सेवा कार्यों की सराहना करते हुए कहा कि डेढ़ लाख से ज्यादा युवक-युवतियों को पैरों खड़ा कर चुके हैं। वहीं उनके अथक प्रयासों से चंडीगढ़ क्रिकेट एसोसिएशन को बीसीसीआई से मान्यता मिल पाई है। अब चंडीगढ़ की खुद की क्रिकेट टीम है। उन्होंने कहा क चंडीगढ़ की जनता एक बार फिर मोदी का समर्थन करेगी और संजय टंडन को सांसद के तौर पर चुनेगी। क्योंकि चंडीगढ़ की जनता समझ चुकी है कि टंडन 24 घंटे उनके सुख-दुख का साथी है।  जबकि मनीष तिवारी पर भरोसा नहीं है, क्योकि वह दर-दर भटक रहे हैं।  

दिल्ली की आधी सरकार जेल में

केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने कांग्रेस और आआपा पर निशाना साधते हुए कहा कि दिल्ली की आधी सरकार जेल में है, जबकि कांग्रेस भ्रष्टाचार में संलिप्त है। शराब घोटाला और शीश महल भ्रष्टाचार का अड्डा बन चुका है।

उन्होंने कहा कि अन्ना आंदोलन के दौरान आआपा ने कहा था कि वे कांग्रेस के साथ समझौता नहीं करेंगे, लेकिन आज भ्रष्टाचारी एक हो चुके हैं। इसके साथ ही कांग्रेस  की नजर में रोजगार केवल सरकारी नौकरी है, जबकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का विजन सरकारी नौकरी के साथ स्वरोजगार है।
कांग्रेस व आप भ्रष्टाचार, तुष्टिकरण और परिवारवाद में संलिप्त है। कांग्रेस भेदभव, धर्म, जाति और भाषा के आधार पर राजनीति करती है। कांग्रेस चमड़ी के रंग के आधार पर देश को बांट सकती है। दक्षिणी राज्यों को देश से अलग करने की बात कर रहे हैं। भ्रष्टाचार में लिप्त दोनों पार्टियां जनता के सामने एक्सपोज हो चुकी हैं।