Thursday, December 26

पंचांग का पठन एवं श्रवण अति शुभ माना जाता है। माना जाता है कि भगवान श्रीराम भी पंचांग का श्रवण करते थे। शास्त्र कहते हैं कि तिथि के पठन और श्रवण से मां लक्ष्मी की कृपा मिलती है। तिथि का क्या महत्व है और किस तिथि में कौन से कार्य करान चाहिए या नहीं यह जानने से लाभ मिलता ह। पंचांग मुख्यतः पाँच भागों से बना है। ये पांच भाग हैं : तिथि, नक्षत्र, वार, योग और करण। यहां दैनिक पंचांग में आपको शुभ समय, राहुकाल, सूर्योदय और सूर्यास्त का समय, तिथि, करण, नक्षत्र, सूर्य और चंद्र ग्रह की स्थिति, हिंदू माह और पहलू आदि के बारे में जानकारी मिलती है।

डेमोक्रेटिक फ्रंट, आध्यात्मिक डेस्क – पंचांग, 12 अप्रैल 2024

नोटः आज श्री दमनक चतुर्थी व्रत हैं, तथा श्री लक्ष्मी पंचमी व्रत है।

श्री दमनक चतुर्थी व्रत : भगवान गणेश जी को प्रसन्न करने के लिये दमनक चतुर्थी का पर्व मनाया जाता है। चैत्र माह के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी को यह पर्व मनाया जाता है। इस वर्ष 12 अप्रैल 2024 को दमनक चतुर्थी का उत्सव मनाया जाएगा। भगवान श्री गणेश जी को दमनक नाम से भी पुकारा जाता है।

विक्रमी संवत्ः 2081, 

शक संवत्ः 1946, 

मासः चैत्र, 

पक्षः शुक्ल, 

तिथिः  चतुर्थी दोपहर काल 01.12 तक है, 

वारः शुक्रवार।

नोटः आज पश्चिम दिशा की यात्रा न करें। शुक्रवार को अति आवश्यक होने पर सफेद चंदन, शंख, देशी घी का दान देकर यात्रा करें।

नक्षत्रः रोहिणी रात्रि काल 12.51 तक है, 

योगः सौभाग्य रात्रि काल 02.13 तक, 

करणः विष्टि, 

सूर्य राशिः मीन, चन्द्र राशिः वृष, 

राहु कालः प्रातः 10.30 बजे से दोपहर 12.00 बजे तक, 

सूर्योदयः 06.03, सूर्यास्तः 06.42 बजे।