कसौली म्यूजिक फेस्टिवल का पहला एडीशन एक शानदार नोट पर संपन्न हुआ

डेमोक्रेटिक फ्रंट, कसौली – 30 मार्च    :

हिमाचल प्रदेश के शानदार और खूबसूरत हिल स्टेशन कसौली की मनमोहक पहाड़ियों के बीच 29-30 मार्च को आयोजित “म्यूजिक फेस्टिवल इन कसौली”- एमएफके का पहला एडीशन संपन्न हो गया है।

एमएफके का आयोजन शोकेस इवेंट्स और वेलकम हेरिटेज सांता रोजा द्वारा चंडीगढ़ के एक प्रमुख ऑनलाइन टिकटिंग प्लेटफॉर्म, सपोर्ट पार्टनर, सिटी वूफर के साथ संयुक्त रूप से किया गया था। समापन दिवस का मुख्य आकर्षण प्रसिद्ध गायिका विधि शर्मा की मीना कुमारी पर संगीतमय दास्तानगोई – “मीना कुमारी की दास्तान” थी, जो विशेष रूप से 31 मार्च को मीना कुमारी की पुण्य तिथि मनाने के लिए आयोजित की गई थी। मनमोहक प्रस्तुति दास्तानगोई शैली में दी गई थी जो कहानी कहने का एक प्राचीन तरीका है और यह रितेश यादव और विधि द्वारा बेहद शानदार अंदाज में सुनाई गई।

शोकेस इवेंट्स के सीईओ और एमएफ की क्यूरेटर नन्नी सिंह ने कहा कि “दो दिनों के दौरान, एमएफके ने न केवल इस क्षेत्र, बल्कि भारत के अन्य हिस्सों के संगीत प्रेमियों को  प्रदर्शनों की एक विस्तृत सीरीज पेश करके मंत्रमुग्ध कर दिया । दिल को झकझोर देने वाली धुनों से लेकर इलैक्ट्रीफाइंग करने वाली धुनों तक, यह म्यूजिक फेस्टिवल संगीत विविधता और कलात्मक प्रतिभा के बेहतरीन ब्लेंड से गूंज उठा।”

यह ध्यान दिया जाना चाहिए कि मशहूर गायिका कविता सेठ के “मैं कविता हूं” के अलावा, राजस्थानी लोक गायक कुतले  खान का “कुतले  खान प्रोजेक्ट” भी एक प्रमुख आकर्षण था। इससे भी अधिक, संगीतकार और वादक अभिजीत पोहनकर के “बॉलीवुड घराना ” ने शास्त्रीय, लोक और बॉलीवुड संगीत का मिश्रण प्रस्तुत किया।

डॉ. जोया सिंह, निदेशक, वेलकमहेरिटेज सांता रोजा, कसौली में एक रिसॉर्ट, जहां फेस्टिवल आयोजित किया गया था, ने कहा, “म्यूजिक परफाॅर्मेंसेज के अलावा हमारे पास इंटरैक्टिव वर्कशाॅप्स, वेलनेस सेशंस, कारीगर बाजार और कलनरी डिलाइट्स थे, इसलिए सभी के लिए इन सभी से जुड़ने और कुछ नया करने और सीखने का बेहतरीन मौका था।”

“म्यूजिक परफाॅर्मेंसेज और कई अन्य पहलों के माध्यम से, उत्सव का उद्देश्य लोगों, संगीत और पर्यावरण के बीच गहरे संबंध को बढ़ावा देना है, साथ ही स्थानीय विकास और संरक्षण प्रयासों में भी योगदान देना है।

डॉ. सिंह ने कहा, “हमारा रिसॉर्ट हरे-भरे जंगल के बीच में स्थित है, और यह अपने आप में हिमाचल की महान प्राकृतिक सुंदरता का प्रतीक है।”

उपस्थित लोगों को प्रशंसित कलाकारों और उभरती प्रतिभाओं दोनों द्वारा मनमोहक प्रस्तुतियों का आनंद दिया गया। इसने हिमाचल के स्थानीय गायकों और संगीतकारों को एक मंच प्रदान किया। इसके अलावा संगीत उत्सव ने हिमाचल के लोक संगीत की समृद्ध संस्कृति को भी बढ़ावा दिया।

एमएफके के वीडियो पार्टनर ट्रान्जा स्टूडियोज के एमडी अंगद सिंह ने कहा कि , उत्सव का मैदान जोश और एनर्जी से भर गया क्योंकि उपस्थित लोगों ने खुद को असंख्य गतिविधियों और अनुभवों में डुबो दिया।

फेस्टिवल को समर्थन देने वालों में ट्रान्जा स्टूडियोज, ऑडी चंडीगढ़, माय एफएम और रॉयल एस्टेट ग्रुप शामिल हैं।