वैश्य समाज के प्रति कृष्णपाल गुर्जर उगल रहे जहर, ऑडियो वायरल : अशोक बुवानीवाला
- लोकसभा चुनाव में कृष्णपाल गुर्जर का खुलकर विरोध करेगा वैश्य समाज
- जातिवाद का जहर घोलकर कृष्णपाल गुर्जर ने दिखाई अपनी खराब मानसिकता
डेमोक्रेटिक फ्रंट, फरीदाबाद – 21 मार्च :
अग्रवाल वैश्य समाज हरियाणा के अध्यक्ष अशोक बुवानीवाला ने भाजपा के फरीदाबाद लोकसभा से प्रत्याशी कृष्णपाल गुर्जर के उस कथन का विरोध किया है, जिसमें वे वैश्य समाज के खिलाफ जहर उगल रहे हैं। अपने एक कार्यकर्ता के साथ बातचीत में वे वैश्य समाज के बारे में गलत बोलकर अपनी ओछी मानसिकता दिखा रहे हैं।
वायरल वीडियो के आधार पर अशोक बुवानीवाला ने कहा कि फरीदाबाद लोकसभा क्षेत्र से प्रत्याशी एवं निवर्तमान केंद्रीय राज्य मंत्री कृष्णपाल गुर्जर ने वैश्य समाज के खिलाफ जिस तरह से जहरीली बातें कही हैं, उससे यह साफ हो जाता है कि वे वैश्य समाज के खिलाफ किस हद तक हैं। समाज के बिजनेस पर भी वे इस ऑडियो में तंज कसते सुनाई दे रहे हैं। बुवानीवाला का कहना है कि किसी राजेंद्र नामक व्यक्ति से कृष्णपाल गुर्जर की इस ऑडियो में बातचीत है। कृष्णपाल गुर्जर को कॉल करके राजेंद्र कहते हैं कि नेता जी राम-राम।
गुर्जर उन्हें राम-राम का जवाब राम-राम में देते हैं। बात आगे बढ़ती है। राजेंद्र-ठीक हो नेता जी। गुर्जर-हां राजेंद्र भाई ठीक हूं। राजेंद्र-कल भाई आया था गांव में। गुर्जर-अच्छा देवेंद्र आया था। राजेंद्र-नहीं उत्कर्ष आया था। गुर्जर-अच्छा उत्कर्ष आया होगा। मैं राजस्थान था चुनाव में। राजेंद्र-वैसे सब ठीक हैं, बनियों की जैसे उड़ा रो हैं कि…। गुर्जर-तू चिंता मत करै राजेंद्र भाई। राजेंद्र-ना जी हमें तो आपका आशीर्वाद चाहिए जी। गुर्जर-एक बात बता, बनिये लोकसभा लड़ सकै हैं के। कोई गांव में घुसने देगा बनिये को। तुम दुकान पे बैठो, तराजू से तोलो। राजेंद्र-गुजरों के गांव में कैसे वोट मिल जाएंगी। गुर्जर-कहीं भी ना मिलैं।
इतनी बातें निवर्तमान केंद्रीय राज्यमंत्री और उनके एक समर्थक राजेंद्र के बीच होती हैं। कृष्णपाल गुर्जर की वैश्य समाज के प्रति ऐसी सोच दर्शाती है कि वे समाज के किस तरह से खिलाफ हैं। राजनीति में कभी कोई आता है तो कभी कोई, लेकिन इसका मतलब यह नहीं कि एक विशेष वर्ग के प्रति किसी दूसरे वर्ग के नेता इस तरह से बात करें। यह बहुत ही व्यक्तिगत उनकी बात है। इससे समाज में कितना जहर घुलेगा, यह बताने की जरूरत नहीं है। जिस समर्थक को कृष्णपाल गुर्जर ने वैश्य समाज के बारे में इतनी कड़वी बात कही है, वह स्वयं भी कृष्णपाल गुर्जर की इस बात को समाज में प्रचारित करेगा। इस तरह से वैश्य समाज के प्रति दूसरे समाज में कितनी घृणा पैदा होगी इसका अंदाजा भी लगाया जाना चाहिए।
अशोक बुवानीवाला ने कहा कि निवर्तमान केंद्रीय राज्य मंत्री एवं फरीदाबाद से भारतीय जनता पार्टी के लोकसभा प्रत्याशी कृष्णपाल गुर्जर के इस बयान को लेकर वैश्य समाज में रोष है। पूरा समाज इन लोकसभा चुनावों में कृष्णपाल गुर्जर के खिलाफ रहेगा। उन्हें समाज का एक भी वोट नहीं दिया जाएगा। पूरे हरियाणा में इस विरोध को वैश्य समाज जताएगा। जिस समाज ने देश की आजादी से लेकर अब तक देश ही नहीं दुनिया की अर्थव्यवस्था में सम्पूर्ण सहयोग दिया हो, उस समाज के खिलाफ एक केंद्रीय मंत्री का यह कथन उनकी समाज के प्रति नकारात्मक सोच और विचारों को उजागर करता है। एक तरफ तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी देश को एकता के सूत्र में पिरोने की बात करते हैं, दूसरी तरफ का उनका एक मंत्री वैश्य समाज के खिलाफ जहर उगल रहा है। अशोक बुवानीवाला ने कहा कि ऐसे नेता के खिलाफ वैश्य समाज तो वोट की चोट करेगा ही, साथ में भारतीय जनता पार्टी संगठन को भी कड़ा संज्ञान लेते हुए उनकी टिकट बदल देनी चाहिए। उनकी पार्टी में और भी वरिष्ठ नेता हैं, उन्हें टिकट दी जानी चाहिए।