रघुनंदन पराशर, डेमोक्रेटिक फ्रंट, जैतो – 13 मार्च :
बेसहारा गौशाला गोनियाना में चल रही “श्री मद्भागवत सप्ताह ज्ञान यज्ञ” के तीसरे दिन व्यासगदी के प्रवक्ता श्री अश्वनी शर्मा जी कालांवाली ने ध्रुव भगत की कथा सुनाई जिसमें ध्रुव भगत की प्रभु भक्ति का वर्णन किया गया है, जब ध्रुव जी भक्ति करने का दृढ़ निश्चय कर लेते हैं जब इस बात का उनके माता-पिता को पता चला कि उनका बेटा ध्रुव पूजा करने जा रहा है, तो उन्होंने उसे रोकने के लिए हर तरह के प्रलोभन दिए, जैसे पहले उन्हें जौ के आटे से बनी रोटी मिलती थी अब उन्हें गेहूं के आटे की रोटी का लोभ दिया गया। लेकिन वे नहीं माने। फिर उनको राजा यानि उनके पिता द्वारा पाँच गाँव देने की बात कही इस पर भी ध्रुव जी नहीं माने, फिर उसके बाद और भी कई अनुरोध किये गये, लेकिन ध्रुव जी अपने इरादे पर दृढ़ रहे और भक्ति के मार्ग पर चलते रहे। इस प्रकार ध्रुव जी ने वृन्दावन के मधुबन में 6 महीने तक भगवान की आराधना की और उनकी दृढ़ भक्ति के कारण ध्रुव जी को भगवान ने दर्शन दिये और 36 हजार वर्षों तक राज्य करने का आशीर्वाद दिया। कथा को आगे बढ़ाते हुए अश्वनी शर्मा जी ने अपने घर पर प्रतिदिन 5 यज्ञ करने और अपने जीवन को बेहतर बनाने की बात कही और भक्ति के महत्व के बारे में बताया कि मनुष्य द्वारा की गई भक्ति कभी व्यर्थ नहीं जाती बल्कि वह कई जन्मों तक बनी रहती है। इस अवसर पर अन्यों के अलावा राज कुमार लिली, पवन कुमार बुर्जावाले, राजेश कुमार बिट्टू, अमृतपाल टल्ली, लाजपत रॉय गोयल, राजिंदर कुमार, विजय गोयल, नरेंद्र बांसल, दीपक भगत, केवल कृष्ण गोयल, राव सुरजीत, दलजीत खुरमी, संजय गर्ग , गगनदीप शरमन, सुरेश ठेकेदार, देविंदर दीपू, प्रिंस रोमाना आदि मौजूद रहे।