Sunday, December 22

कुलदीप सैनी, डेमोक्रेटिक फ्रंट, चंडीगढ़, 09 मार्च     :

  • डाकखाने में कार्यरत एक आरोपी अपने साथियों को उपलब्ध करवाता था बैंक कस्टमरो के एटीएम कार्ड
  •   नाम, पता वेरिफिकेशन करने के बहाने,ओटीपी नम्बर मांगकर, देते थे साइबर फ्रॉड को अंजाम 

हरियाणा पुलिस में एटीएम कार्ड का इस्तेमाल करते हुए लोगों के बैंक खातो से ऑनलाइन राशि निकालने तथा शॉपिंग करने वाले गिरोह का पर्दाफाश किया है। सिरसा जिला के पुलिस अधीक्षक विक्रांत भूषण के कुशल मार्गदर्शन में साइबर पुलिस थाने के सब इंस्पेक्टर सुभाष चंद्र तथा एएसआई रंजीत सिंह ने मामले की गहनता से जांच पड़ताल की और तीनो आरोपियों को मुंबई से गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की। इनमें से एक आरोपी डाकखाने में ठेके पर कार्यरत था जो अपने साथी आरोपियों को लोगो के एटीएम उपलब्ध करवाता था। आरोपियों की निशानदेही पर उनके पास से एप्पल फोन तथा 31 हजार रुपए की नगदी बरामद कर ली गई है। पकड़े गए तीनों आरोपियों को सिरसा अदालत में पेश किया गया जहां से आरोपियों को न्यायिक हिरासत में जेल भेजा गया है।  

क्या था मामला ?

13 सिंतबर 2023 को तलवाड़ा खुर्द निवासी शैफाली मेहता ने ऐलनाबाद के एक्सिस बैंक में खाता खुलवाकर करीब एक लाख 74 रुपए की एफडी के रुप में अपने खाते में जमा करवाए थे ।  20 सिंतबर 2023 को एटीएम वेरिफिकेशन करने के बहाने एक अज्ञात नंबर से कॉल आई थी,और उसके बाद फोन करने वाले व्यक्ति ने शैफाली मेंहता से ओटीपी नंबर लेकर उसके खाते से 1 लाख 73 हजार 400 रुपए निकाल लिए।  इस संबंध में शेफाली मैहता ने हेल्पलाइन नंबर 1930 पर कॉल कर ऑनलाइन शिकायत दर्ज करवा दी थी । इस मामले में गिरफ्तार किए गए आरोपियों की पहचान मोहम्मद तोहिद पुत्र अजीम शेख आईसा मंजिल आंनद कोलीवाड़ा मुंबई,मोहम्द तोसिफ पुत्र महम्दुल हसन निवासी मुबरा अमृनगर,मुंबई व मोहम्द जुनैद अली पुत्र जाऊदीन अहमद कादरी निवासी नूरी बाग संजय नगर, मुंबई के रुप में हुई है । 

वारदात करने का तरीका :

 शिकायतकर्ता शैफाली मैहता के पास आरोपियों ने फोन कॉल कर एटीएम कार्ड पंहुचाने के बहाने उसके फोन पर आए ओटीपी नंबर लेकर उसके खाते का न्यू पिन नंबर जरनेट कर खाते से एक लाख 20 हजार रुपए का एप्पल का मोबाइल फोन खरीद लिया और 50 हजार रुपए की राशि उसके खाते से निकाल कर 3400 रुपए का मोबाइल चार्ज करने वाला पावर बैंक खरीद कर उसका बैंक खाता खाली कर दिया । जांच के दौरान सामने आया कि पकड़े गए आरोपियों में मोहम्मद तोसिफ डाकखाने का कर्मचारी है,और जो एटीएम डाकखाने में कस्टमर के पास भेजने के लिए आते थे, उन्हें कस्टमर के पास भेजने की बजाय अपने दूसरे साथियों को फ्रॉड के लिए दे देता था ।  पुलिस जांच के दौरान सामने आया है कि मोहम्द तोसिफ एटीएम अपने अन्य साथियों को देने की एवज में प्रत्येक एटीएम के पांच हजार रुपए  लेता था । गिरोह के अन्य साथी एटीएम हाथ में आने के बाद उक्त कस्टमर के दिए गए पते पर संपर्क कर एटीएम वेरीफिकेशन के बहाने ओटीपी नंबर पूछकर न्यू पिन जनरेट कर उसका खाता खाली कर देते थे ।  

गिरफ्तार किए गए आरोपी तोहिद के खिलाफ तीन मामले,तोसीफ के खिलाफ एक अपराधिक मामला मुंबई में पहले से ही दर्ज है जबकि तीसरे आरोपी जुनैद का अपराधिक रिकार्ड खंगाला जा रहा है।

पुलिस प्रवक्ता ने आमजन से अपील करते हुए कहा कि वे किसी भी अनजान व्यक्ति से अपने मोबाइल फोन पर आने वाले ओटीपी को शेयर ना करें। ऐसा करके वे साइबर फ्रॉड का शिकार बन सकते हैं इसलिए लोग सावधान रहे सतर्क रहे।