- पुलवामा शहीदों की याद में शिवानंद चौबे मेमोरियल चैरिटेबल ट्रस्ट ने रक्तदान शिविर का किया आयोजन
- लगभग 75 रक्त यूनिट हुए एकत्रित
डेमोक्रेटिक फ्रंट, चंडीगढ़, 14 फरवरी
पांच वर्ष पहले 14 फरवरी 2019 के दिन जम्मू- कश्मीर के पुलवामा में हुए आतंकी हमले में शहीद हुए भारतीय सेना के जवानों को याद करते हुए शिवानन्द चौबे मेमोरियल चैरिटेबल ट्रस्ट की ओर से रक्तदान शिविर का आयोजन कर उनके प्रति श्रद्धांजलि अर्पित की गई। शिवानन्द चौबे मेमोरियल चैरिटेबल ट्रस्ट द्वारा बुधवार को रोटरी एंड ब्लड बैंक सोसाइटी रिसोर्स सेंटर सेक्टर 37 चंडीगढ़ में 52वें रक्तदान शिविर का आयोजन किया गया। रक्तदान शिविर की सबसे बड़ी विशेषता यह रही कि सौरभ आर्ट्स और नवयुग रामलीला कमेटी के कलाकार राम, सीता, लक्ष्मण और हनुमान ने वेशभूषा में रक्तदान किया। एक सबसे खास बात यह रही कि राम (मुकेश वर्मा), सीता (नेहा कपूर), लक्ष्मण ( अभिषेक तिवारी) औऱ हनुमान (प्रदीप रावत) का मेकअप मुस्पिम व्यक्ति शहजाद आलम ने किया।इस अवसर पर सी आर पी एफ की 5 सिग्नल बटालियन के कमांडेंट विशाल खंडेलवाल सहित सी आर पी एफ के अन्य अधिकारी व जवान भी मौजूद थे। वहीं सौरभ आर्टस के निदेशक सुनील शर्मा भी इस मौके उपस्थित रहे। रक्तदान शिविर के दौरान लगभग 75 रक्त यूनिट एकत्रित हुए।
शिविर में शिवानन्द चौबे मेमोरियल चैरिटेबल ट्रस्ट के अध्यक्ष संजय चौबे ने कहा कि रक्तदान से बड़ा दुनिया में कोई दान नहीं है। इसके माध्यम से कई जिंदगी बचाई जा सकती हैं। लोगों को तीन महीने में एक बार रक्तदान जरूर करना चाहिए। साथ ही अपने दोस्तों, संबंधियों को भी रक्तदान के लिए जागरूक करना चाहिए। पुलवामा शहीदों को याद करते हुए उन्होंने कहा कि हमें शहीदों को कभी भूलना नहीं चाहिए। इन वीर शहीदों के बलिदान की बदौलत ही आज हम आजादी की खुली हवा में सांस ले रहे हैं।
ट्रस्ट की महासचिव सरोज चौबे ने इस मौके लोगों से व युवाओं से अपील की जाएगी कि रक्तदान के माध्यम से शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित करें जो हमारा कर्तव्य है। ऐसा करने से एक पंथ दो काज होते हैं। पहला शहीदों को श्रद्धांजलि भी अर्पित की जाती है व आपके रक्त से किसी जरूरतमंद की जान भी बचती है।
जनसेवा वेलफेयर सोसाइटी के प्रेसिडेंट अश्वनी सिंगला ने बताया कि इस नेक और महान कार्य में सम्पूर्ण राम परिवार की तरफ से ब्लड डोनेट किया गया है! साथ ही साथ सौरभ आर्टस एवं नवयुग रामलीला कमेटी के कलाकार राम , लक्ष्मण, सीता और हनुमान ने अपनी बेष भूषा में पहुंच कर रक्तदान किया! रक्तदान सबसे बड़ा दान है और सबसे बड़े सौभाग्य की बात यह है कि यह रक्तदान शहीदों की याद में किया गया है।