सुशील पंडित, डेमोक्रेटिक फ्रंट, यमुनानगर, 13 फरवरी
डीएवी गर्ल्स कॉलेज के इतिहास, अर्थशास्त्र, समाजशास्त्र विभाग तथा रिसर्च एंड डेवलपमेंट सेल के संयुक्त तत्वावधान में एक्सटेंशन लेक्चर का आयोजन किया गया। राजकीय महाविद्यालय अंबाला कैंट के एसोसिएट प्रोफेसर डॉ अतुल यादव मुख्य वक्ता रहे। उन्होंने उत्तर भारत में सामाजिक आर्थिक परिवर्तन व ब्रिटिश आर्थिक औपनिवेशिकता और सुक्ष्म शोध कार्य विषय पर विचार व्यक्त किए। कॉलेज की वाइस प्रिंसिपल डॉ विनीत, इतिहास विभाग इंचार्ज डॉ अमनप्रीत कौर, समाजशास्त्र विभाग इंचार्ज प्रिया कालरा ने संयुक्त रूप से कार्यक्रम की अध्यक्षता की।
डॉ अतुल यादव ने छात्राओं को सामाजिक विषयों में शोध कार्यों के लिए प्रेरित किया। उन्होंने कहा कि किस प्रकार सामाजिक विषयों पर शोध कार्य करने से समाज में सुधार लाया जा सकता है। शोध के जरिए सामाजिक समस्याओं का समाधान किया जाता है। शोध कार्य के लिए हमें किसी बडे विषय की नहीं, बल्कि अपने आसपास मौजूद समाज का अध्ययन कर उसका सुक्ष्म विशलेषण करना चाहिए। इसके लिए जरूरी है कि हर घटना, हर रीति रिवाज का क्यों ढूंढने का प्रयास किया जाना चाहिए। सुक्ष्म शोध कार्य के महत्व को बताते हुए उन्होंने गौरवमयी इतिहास से रूबरू करवाया। उन्होंने तत्कालीन आर्थिक परिस्थितियों व सम सामयिक आर्थिक परिस्थितियों में संबंध बताते हुए छात्राओं को विषयों की गंभीरता से अवगत कराया। उन्होंने बताया कि भारत की आर्थिक परिस्थितियो को लाभ उठाकर ही अंग्रेजी ने इंग्लैंड को संपन्न बनाने के लिए औपनिवेशिकवाद को बढावा दिया। जिस कारण भारत के संसाधनों को दोहन हुआ। कार्यक्रम के सफल आयोजन में अर्थशास्त्र विभाग की प्राध्यापिका जसमीत कौर, रिसर्च एंड डेवलपमेंट सेल सदस्या डॉ मधु ने सहयोग दिया।