वरिन्दर जिन्दल, डेमोक्रेटिक फ्रंट, कालांवाली, 13 फरवरी
गांव बप्पा में स्थित श्री कृष्ण गौशाला में दिव्य श्री धेनुमानस गौकथा के प्रथम दिन सनातन धर्म कुटिया से लेकर गौशाला तक कलश यात्रा का आयोजन किया गया। कलश यात्र को लेकर भारी संख्यां मेंं महिलाएं इक्कठी हुई और पूरे विधि विधान के साथ कुटिया से कलश यात्रा आरंभ की गई। डीजे के धार्मिक गीतों के साथ श्रधालु भी झूमते गाते गौशाला तक पहुंचे। ग्राम पंचायत व गौशाला कमेटी सदस्यों द्वारा कथा में पहुंचने पर गौवत्स आचार्य सत्यदेवानंद महाराज व संत बाबा हरिनाम दास पर फूलों की बरसात व फूल मालाएं पहनाकर व तिलक लगाकर स्वागत किया। मंच संचलान भूमिबल शर्मा ने किया। कथा के प्रथम दिन पूजन संदीप कम्बोज, शयाम लाल कक्कड़, अमनदीप द्वारा किया गया। गौपूजन लक्ष्य बंसल व रामस्वरुप झंडई, लक्ष्मण झण्डई व जयंत मेहता द्वारा किया गया। आचार्य सत्यादेवानंद महाराज व संत बाबा हरिनाम दास ने गाय की महता के बारे में अवगत करवाया और गौसेवा करने के लिए आए हुए श्रधालुओं को गऊसेवा के लिए प्रेरित किया।आचार्य जी द्वारा जब गाय नहीं होगी गौपाल कहां होगें भजन पर श्रधालु झूमने लगे वहीं संत बाबा हरिनाम दास ने बताया कि मनुष्य योनी दुलर्भ है इसके साथ साथ गौसेवा संत सेवा भी दुर्लभ और जो संत सेवा व गौसेवा मेंं लगे हुए है तो ये बात पक्की है कि वे समझ जाए कि प्रभु कृपा से वे सही रास्ते पे जा रहे है, वो भाग्यशाली है जो धर्म के रास्ते पर चल रहे है। श्री कृ ष्ण गोबिंद हरी मुरारी हे नाथ नारायण वासुदेवाय पर श्रधालुओं को झूमने पर मजबूर कर दिया।
भजनों व माध्यम के साथ श्रधालुओं में आस्था का माहौल बनाया।