पंजाब के गवर्नर बनवारी लाल पुरोहित ने अचानक दिया इस्तीफा
पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान से राज्यपाल बनवारीलाल पुरोहित के कई मामलों में मतभेद रहे हैं। पंजाब की आप सरकार लगातार राज्यपाल पर निशाना साधती रही है। जनवरी महीने में राज्यपाल ने मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर पूछा था कि पारिवारिक विवाद मामले में दोषी ठहराए गए राज्य मंत्री अमन अरोड़ा को अभी तक मंत्री पद से क्यों नहीं हटाया गया और विधानसभा सदस्यता क्यों नहीं खत्म की गई। वहीं, बीजेपी और अकाली दल ने एक्शन की मांग की थी। राज्यपाल के इस फैसले के खिलाफ भगवंत मान सरकार ने सुप्रीम कोर्ट जाने का फैसला किया है। सत्र के पहले दिन की कार्यवाही शुरू होने के कुछ घंटे बाद ही सदन की कार्यवाही अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दी गई। राज्यपाल बनवारीलाल पुरोहित ने सत्र को अवैध करार दिया था और राजस्व संबंधी विधेयकों को अपनी मंजूरी रोक दी थी, जिससे उनके और मुख्यमंत्री भगवंत मान के बीच विवाद बढ़ गया है और सरकार ने राज्यपाल के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है।
- गैर बीजेपी शासित राज्यों में राज्यपाल सरकार में ठन रही
- केरल, तमिलनाडु और बंगाल में भी हुआ विवाद
- दिल्ली में अरविंद केजरीवाल बनाम एलजी का विवाद भी
- अब पंजाब में राज्यपाल बनाम AAP सरकार हुआ
सारिका तिवारी, डेमोक्रेटिक फ्रंट, चंडीगढ़ – 03 फरवरी :
पंजाब के राज्यपाल बनवाली लाल पुरोहित ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। पंजाब के गवर्नर बनवारी लाल पुरोहित ने राष्ट्रपति को अपना इस्तीफा पत्र भेज दिया है, जिसमें उन्होंने निजी कारणों का हवाला दिया है। बनवारीलाल पुरोहित ने ने एक पत्र में कहा, ‘अपने व्यक्तिगत कारणों और कुछ अन्य प्रतिबद्धताओं के कारण, मैं पंजाब के राज्यपाल और केंद्र शासित प्रदेश चंडीगढ़ के प्रशासक के पद से अपना इस्तीफा दे रहा हूं।’
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को लिखे अपने आधिकारिक पत्र में, बनवारीलाल पुरोहित ने पंजाब के साथ-साथ केंद्र शासित प्रदेश चंडीगढ़ के राज्यपाल पद से अपना इस्तीफा सौंप दिया। राष्ट्रपति मुर्मू को लिखे उनके पत्र में कहा गया, ‘अपने व्यक्तिगत कारणों और कुछ अन्य प्रतिबद्धताओं के कारण, मैं पंजाब के राज्यपाल और प्रशासक, केंद्र शासित प्रदेश, चंडीगढ़ के पद से अपना इस्तीफा देता हूं। कृपया इसे स्वीकार करें और उपकृत करें।’