पंचांग का पठन एवं श्रवण अति शुभ माना जाता है। माना जाता है कि भगवान श्रीराम भी पंचांग का श्रवण करते थे। शास्त्र कहते हैं कि तिथि के पठन और श्रवण से मां लक्ष्मी की कृपा मिलती है। तिथि का क्या महत्व है और किस तिथि में कौन से कार्य करान चाहिए या नहीं यह जानने से लाभ मिलता ह। पंचांग मुख्यतः पाँच भागों से बना है। ये पांच भाग हैं : तिथि, नक्षत्र, वार, योग और करण। यहां दैनिक पंचांग में आपको शुभ समय, राहुकाल, सूर्योदय और सूर्यास्त का समय, तिथि, करण, नक्षत्र, सूर्य और चंद्र ग्रह की स्थिति, हिंदू माह और पहलू आदि के बारे में जानकारी मिलती है।
डेमोक्रेटिक फ्रंट, आध्यात्मिक डेस्क – पंचांग, पंचांग, 29 जनवरी 2024 जनवरी 2024
नोटः आज श्री गणेश चतुर्थी व्रत है। आज गौरी-वक्र तुण्ड़ चतुर्थी व्रत उत्सव है।
श्री गणेश संकष्टी चतुर्थी व्रत, गौरी-वक्रतुण्ड चतुर्थी। सूर्योदय का समय 29 जनवरी 2024 : सुबह 7 बजकर 10 मिनट पर। सूर्यास्त का समय 29 जनवरी 2024 : शाम 5 बजकर 57 मिनट पर।
विक्रमी संवत्ः 2080,
शक संवत्ः 1945,
मासः माघ,
पक्षः कृष्ण,
तिथिः चतुर्थी (चतुर्थी तिथि की वृद्धि है जो मंगलवार को प्रातः 8.055 तक है),
वारः सोमवार।
नोटः आज पूर्व दिशा की यात्रा न करें। अति आवश्यक होने पर सोमवार को दर्पण देखकर, दही,शंख, मोती, चावल, दूध का दान देकर यात्रा करें।
नक्षत्रः पूर्वाफाल्गुनी सांय काल 06.57 है,
योगः शोभन रात्रि काल 09.43 तक,
करणः बव,
सूर्य राशिः मकर, चन्द्र राशिः सिंह,
।राहु कालः प्रातः 7.30 से प्रातः 9.00 बजे तक,
सूर्योदयः 07.15, सूर्यास्तः 05.53 बजे।