Wednesday, December 25

पंचांग का पठन एवं श्रवण अति शुभ माना जाता है। माना जाता है कि भगवान श्रीराम भी पंचांग का श्रवण करते थे। शास्त्र कहते हैं कि तिथि के पठन और श्रवण से मां लक्ष्मी की कृपा मिलती है। तिथि का क्या महत्व है और किस तिथि में कौन से कार्य करान चाहिए या नहीं यह जानने से लाभ मिलता ह। पंचांग मुख्यतः पाँच भागों से बना है। ये पांच भाग हैं : तिथि, नक्षत्र, वार, योग और करण। यहां दैनिक पंचांग में आपको शुभ समय, राहुकाल, सूर्योदय और सूर्यास्त का समय, तिथि, करण, नक्षत्र, सूर्य और चंद्र ग्रह की स्थिति, हिंदू माह और पहलू आदि के बारे में जानकारी मिलती है।

डेमोक्रेटिक फ्रंट, आध्यात्मिक डेस्क – पंचांग, 23 जनवरी 2024

नोटः आज भौम प्रदोष व्रत है। एवं ईशान व्रत है। आज सुभाष चंद्र बोस जयंती है।

भौम प्रदोष व्रत

भौम प्रदोष व्रत : मंगलवार को त्रयोदशी तिथि होने से इसको भौम प्रदोष कहा जाता है।  इस दिन शिवजी और हनुमानजी दोनों की पूजा की जाती है।  इस दिन शिव की उपासना करने से हर दोष का नाश होता है।  साथ ही हनुमान की पूजा करने से शत्रु बाधा शांत होती है और कर्ज से छुटकारा मिलता है। 

ईशान व्रत

ईशान व्रत : ईशान व्रत अपने नाम के अनुरुप भगवान शिव से संबंधित है क्योंकि भगवान शिव का एक अन्य नाम ईशान भी है।  इसी के साथ वास्तुशास्त्र में भी ईशान संबंधित दिशा की शुभता सर्वव्यापी है यह दिशा आपके लिए शुभता और सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह भी बनती है।  इस व्रत में शिवलिंग की पूजा की जाती है और मुख्य रुप से शिवलिंग के बाँयी ओर विष्णु हों और दाँयी ओर सूर्य देव को स्थापित किया जाता है तब पूजन आरंभ होता है। 

सुभाष चंद्र बोस जयंती : भारत के महान क्रांतिकारी, विभिन्न आंदोलनों के अगुआकार नेताजी की उपाधि प्राप्त करने वाले सुभाष चंद्र बोस को सम्मान और उनके पराक्रम को सराहने के लिए प्रतिवर्ष 23 जनवरी को सुभाष चंद्र बोस जयंती के रूप में मनाया जाता है।10 hours ago

विक्रमी संवत्ः 2080, 

शक संवत्ः 1945, 

मासः पौष, 

पक्षः शुक्ल, 

तिथिः त्रयोदशी रात्रिः काल 08.40 तक है, 

वारः मंगलवार। 

नोटः आज उत्तर दिशा की यात्रा न करें। अति आवश्यक होने पर मंगलवार को धनिया खाकर, लाल चंदन,मलयागिरि चंदन का दानकर यात्रा करें।

नक्षत्रः आर्दा अरूणोदय काल 06.27 तक है, 

योगः ऐन्द्र रात्रि काल 08.04 तक, 

करणः कौलव, 

सूर्य राशिः मकर, चन्द्र राशिः मिथुन, 

राहु कालः अपराहन् 3.00 से 4.30 बजे तक, 

सूर्योदयः 07.17, सूर्यास्तः 05.48 बजे।