राहुल गांधी की युवा कांग्रेस टीम ने धीरे धीरे कहा अल्विदा
युवाओं की पार्टी कहा जाने वाला कांग्रेस अब बिखरता हुआ नजर आ रहा है। यह बात किसी से नहीं छिपी है की एक समय में राहुल गांधी की टीम में युवा नेताओं की भीड़ रहती थी। 2014 में सरकार पलटी और कांग्रेस पार्टी की उल्टी गिनती शुरू हो गई। आपको जो तस्वीर दिख रही है वह बेहद खास है। इसमें सचिन पायलट, ज्योतिरादित्य सिंधिया, आरपीएन सिंह, जितिन प्रसाद और मिलिंद देवड़ा साथ हैं। यह उन दिनों की तस्वीर है जब राहुल गांधी के करीबी ये सभी नेता कांग्रेस में हुआ करते थे। इनकी गिनती पार्टी की युवा ब्रिगेड में होती थी। राष्ट्रपति भवन में 28 अक्टूबर 2012 को ली गई यह तस्वीर अचानक सोशल मीडिया पर दौड़ पड़ी है। उस दिन कांग्रेस के नए केंद्रीय मंत्रियों का शपथ ग्रहण समारोह था। मिलिंद देवड़ा ने रविवार को कांग्रेस से बरसों पुराना नाता तोड़ लिया। इसके बाद जिस किसी को देखो वह इस तस्वीर को शेयर कर रहा है। वजह समझनी मुश्किल नहीं है। तस्वीर में दिख रहे राहुल के इन पांडवों में से एक को छोड़ अब सभी कांग्रेस को बिसरा चुके हैं।
- कांग्रेस की गुटबाजी से परेशान होकर ज्योतिरादित्य सिंधिया ने बदला रास्ता
- जितिन प्रसाद ने लोगों के साथ पार्टी की बढ़ती दूरियों का हवाला देकर कांग्रेस छोड़ दी थी
- आरपीएन सिंह ने ज्योतिरादित्य सिंधिया की मौजूदगी में बीजेपी ज्वॉइन की थी
- फेहरिस्त में अब मिलिंद देवड़ा का भी नाम
- दक्षिण मुंबई लोकसभा सीट पर उद्धव सेना के दावे से थे नाराज
सारिका तिवारी, डेमोक्रेटिक फ्रंट, चंडीगढ़ – 14जनवरी :
कांग्रेस से नाराज चल रहे दक्षिण मुंबई के पूर्व सांसद मिलिंद देवड़ा ने पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है। राजनीतिक हलकों में चर्चा है कि देवड़ा एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना में शामिल हो सकते हैं। ऐसे में बड़ा सवाल यह है कि राहुल गांधी के करीबी मिलिंद देवड़ा ने यह कदम क्यों उठाया? दिलचस्प बात यह है कि मिलिंद देवड़ा का इस्तीफा उस दिन आया है जब कांग्रेस पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी मणिपुर से अपनी भारत जोड़ो न्याय यात्रा शुरू कर रहे हैं। यात्रा 15 राज्यों के 100 लोकसभा क्षेत्रों से होकर गुजरेगी। दरअसल कांग्रेस ने पिछले दिनों देवड़ा को अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी का संयुक्त कोषाध्यक्ष नियुक्त करके तोहफा भी दिया था। इसके बावजूद उनका इस्तीफा सवाल खड़े कर रहा है।
पूर्व केंद्रीय मंत्री मिलिंद देवड़ा शिवसेना (शिंदे गुट) में शामिल हो गए हैं। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे की मौजूदगी में उन्होंने रविवार (14 जनवरी 2024) को पार्टी की सदस्यता ली। पार्टी में शामिल कराने के बाद एकनाथ शिंदे ने उन्हें भगवा झंडा भी दिया। मिलिंद देवड़ा ने शिवसेना में शामिल होने के बाद अपने आपको भावुक दिन बताया।
उन्होंने कहा, “मैंने कभी सोचा नहीं था कि 55 सालों का कॉन्ग्रेस का साथ छोड़कर मैं शिवसेना में आऊँगा।” मिलिंद देवड़ा ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे को जमीनी नेता बताया और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह के विजन को बहुत बड़ा बताया।
देवड़ा ने कहा कि बीते 10 सालों में मुंबई में एक भी आतंकी हमला नहीं होना, ये बताता है कि पीएम मोदी के नेतृत्व में देश बेहतर काम कर रहा है। उन्होंने घोषणा की है कि अब फिर से मुंबई को आर्थिक राजधानी बनाना है। फाइनेंस के मामले में मुंबई को फिर से आगे ले जाना है।
मिलिंद देवड़ा के कॉन्ग्रेस से इस्तीफे पर कॉन्ग्रेस के नेता आचार्य प्रमोद कृष्णम ने कहा, “कॉन्ग्रेस में कुछ ऐसे लोगों का कब्जा हो गया है, जो न तो सच सुनना चाहते हैं न सनातन और राम की बात सुनना चाहते हैं। जो श्रीराम और सच की बात तथा जमीनी हकीकत को बताने की कोशिश करेगा, उसे कॉन्ग्रेस छोड़नी पड़ रही है… भगवान राम के मंदिर के निमंत्रण को जिस तरह ठुकराने का काम किया गया है, मुझे लगता है कि उनका प्रकोप शुरु हो गया है…।”
शिवसेना ज्वॉइन करने से पहले मिलिंद देवड़ा सिद्धिविनायक मंदिर गए। उन्होंने मंदिर में दर्शन किए और आशीर्वाद लेकर शिवसेना में नई पारी की शुरुआत की। देवड़ा ने एक्स पर लिखा, “मैंने श्री सिद्धिविनायक मंदिर में जाकर श्री गणपति जी के दर्शन किए और बाबा के आशीर्वाद से नई ऊर्जा मिली। गणपति महाराज जी से मुंबई और देश की सेवा के लिए प्रेरणा मिलती है।”
मिलिंद देवड़ा ने बोस्टन विश्वविद्यालय के क्वेस्ट्रॉम स्कूल ऑफ बिजनेस से बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन में ग्रेजुएशन किया है। राजनीति में आने से पहले मिलिंद देवड़ा ने अमेरिका और भारत में कॉरपोरेट सेक्टर में विभिन्न पदों पर काम किया। साल 2008 में उन्होंने फिल्म निर्माता मनमोहन शेट्टी की बेटी पूजा शेट्टी से शादी की थी। मिलिंद देवड़ा की पत्नी पूजा शेट्टी एक फिल्म निर्माण कंपनी में मैनेजिंग डायरेक्टर के पद पर हैं।
मिलिंद देवड़ा का परिवार आधी सदी से अधिक यानी 55 वर्षों से कांग्रेस के साथ जुड़ा रहा है। मिलिंद देवड़ा के पिता मुरली देवड़ा एक अनुभवी कांग्रेस नेता थे, जो केंद्र सरकार में विभिन्न मंत्री पदों पर रहे। राष्ट्रीय राजनीति में कदम रखने से पहले मुरली देवड़ा 1970 के दशक में मुंबई के मेयर भी रहे। सियासी चर्चाओं की मानें तो वह महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना में शामिल होंगे। इंडिया ब्लॉक के गठबंधन सहयोगी शिवसेना (यूबीटी) की ओर से मुंबई दक्षिण लोकसभा सीट पर दावा किये जाने को लेकर मिलिंद देवड़ा ने अपनी नाराजगी जाहिर की थी।