पंजाब के पल्लेदारों की मंत्री कटारूचक से मीटिंग रही बेनतीजा 

  • पल्लेदार बोले-पंजाब में खत्म करें ठेकेदारी प्रथा
  • साढ़े तीन लाख वर्करों का हो रहा इससे नुकसान

डेमोक्रेटिक फ्रंट, चंडीगढ़, 12 जनवरी

पंजाब में ठेकेदारी प्रथा खत्म करवाने के लिए एकजुटता से जुटे पंजाब के पल्लेदार  पंजाब भवन में मंत्री कटारूचक से मीटिंग को पहुंचे लेकिन मीटिंग बेनतीजा रहने से निराशा हाथ लगी । पल्लेदारों ने कहा कि पंजाब में ठेकेदारी प्रथा खत्म करने की मांग काफी समय से चल रही है। इसकी वजह है कि ठेकेदार पल्लेदारों को पचास फीसदी से भी कम मजदूरी देते हैं। जिसकी वजह से उनका नुकसान हो रहा है।

पल्लेदारों ने कहा कि पंजाब में ठेकेदारों की वजह से काफी ज्यादा समस्या आ रही है। पंजाब प्रदेश पल्लेदार मजदूर यूनियन के प्रधान शिंदर पाल सिंह ने कहा कि पंजाब में साढ़े तीन लाख पल्लेदार और वर्कर हैं। जिनकी जीवन इसी से चलता है। ठेकेदार पल्लेदारों को सिर्फ पचास फीसदी से भी कम मजदूरी देते हैं। यह सभी पल्लेदार और वर्कर ठेकेदारी प्रथा के तले पिस रहे हैं।

इस मौके पर गल्ला मजदूर यूनियन के हरदेव सिंह गोल्डी, पंजाब पल्लेदार एटक यूनियन के अमर सिंह, और फूड हैंडलिंग वर्कर यूनियन के केवल सिंह मोगा और फूड एलाइड वर्कर यूनियन के रमेश सहोता ने बताया कि पहले भी  पंजाब भवन चंडीगढ़ में हुई मीटिंग के दौरान पंजाब के कैबिनेट मंत्री अमन अरोड़ा ने आश्वासन दिया था कि ठेकेदारी प्रथा खत्म की जाएगी। हालांकि अब तक ऐसा नहीं हुआ।  पल्लेदारों ने एक आवाज में कहा कि जल्द से जल्द मजदूर यूनियन का बोर्ड बनाया जाए और ठेकेदारी प्रथा से निजात दिलाई जाए।