Monday, December 23
  • राम मंदिर निर्माण के लिए  श्रीनिवास गोयल सहित उकलाना के कारसेवकों की रही अहम भूमिका
  • कारसेवकों के जेल में बीते 20 दिन अब मना रहे हैं खुशियां

जगदीश असीजा, डेमोक्रेटिक फ्रंट, उकलाना, 08 जनवरी

 श्री राम जन्मभूमि मंदिर निर्माण 22 जनवरी को जनता को समर्पित होने जा रहा है और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इसका उद्घाटन करने जा रहे हैं। यह तभी संभव हो पाया जब छोटे-छोटे क्षेत्र से भी कार सेवकों ने मंदिर निर्माण के लिए 1990व 1992में अपना योगदान दिया और अनेक कार्य सेवकों ने अपनी कुर्बानी भी राम मंदिर के लिए दी । उन्ही में से आज हम आपका परिचय करवा रहे हैं उकलाना से राष्ट्रीय स्वयंसेवक व भाजपा नेता श्रीनिवास गोयल  ने बताया कि 1990 में राम जन्मभूमि जाने की प्रेरणा पूर्व उपप्रधानमंत्री लालकृष्ण आडवाणी एवं मौजूदा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की रथ यात्रा उकलाना में अयोध्या न्यास अध्यक्ष श्री श्री 1008 नित्य गोपाल दास महाराज जी व आनंद ज्योति परमहंस के उकलाना पधारने पर प्रेरित होकर अयोध्या में कार सेवा करने की प्रेरणा मिली। श्रीनिवास गोयल 1990 में 27 कारसेवक ईश्वर बिंदल, मदनलाल सिंगला, महेंद्र जैन, ललित बंसल, प्रेम सागर परूथी, भूषण गर्ग ,प्रेम भेरिया, रामफल गोयल, रमेश गोयल राखी वाले, रघुवीर गोयल, विष्णु गोयल, गौरी शंकर बांसल, सनियाना से जगजीवन शर्मा ,उमाकांत शर्मा ,सुभाष मुंजाल, लीलू राम छिम्पी, टहल सिंह छिम्पी आदि को राम प्रताप बिंदल,अशोक गोयल , सतनारायण बंसल, रतन सिंगला, किशोरी लाल महिपाल प्रधान मंदिर कमेटी, लालाराम प्रसाद सिंगला, आदि प्रमुख लोगों ने कार सेवकों को यहां से रवाना किया।

कार सेवक उकलाना से हिसार होते हुए अयोध्या जा रहे थे तो श्रीनिवास गोयल व उनके साथियों को टूंडला में गिरफ्तार कर लिया गया और 20 दिन अलीगढ़ जेल में बिताए।

अब श्रीनिवास गोयल ने राम मंदिर का निर्माण हो चुका  तो उन लम्हों का जिक्र करते हुए कहा कि उसे दौरान उत्तर प्रदेश पुलिस का कार सेवकों पर पूरा तांडव होता था और अयोध्या में पहुंचने तक नहीं दिया जाता था उससे पूर्व ही गिरफ्तार कर लिया जाता था। मेरे साथ गए कार सेवकों को भी गिरफ्तार किया।

खूंखार कैदियों के बीच उनको रखा गया और समय-समय पर दी गई।

 यातनाएं आज करवाएंगे रामलाल के दर्शन उन लोगों का जिक्र करते हुए कहा कि उनके चाचा तत्कालीन जिला एवं सत्र न्यायाधीश ओम प्रकाश गोयल आगरा से अलीगढ़ जेल में मिलने के लिए आए।बीस दिन उपरांत अलीगढ़ जेल से उनको रिहा कर दिया गया।

6 दिसंबर 1992 का जिक्र करते हुए कहा कि 22 कारसेवकों  सहित फिर अयोध्या मंदिर निर्माण के लिए पहुंच गए उसी दिन कार सेवकों ने विवादित ढांचे को गिरा दिया मौके पर सभी कर सेवक अयोध्या मौजूद थे। जगजीवन राम शर्मा का दोनों हाथों में इंट लेकर तोड़ते हुए माया पत्रिका में फोटो भी प्रकाशित हुआ यह एक बहुत बड़ी श्रीनिवास गोयल व कारसेवकों के लिए उपलब्धि थी।