पीडब्ल्यूडी के इंजीनियर के खिलाफ ठेकेदार लामबंद – दी विजलेंस को शिकायत
- इंजीनियर की संपत्ति और कार्य में गड़बड़ी की जांच करे एजेंसी
- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भी भेजी इसकी शिकायत
सारिका तिवारी, डेमोक्रेटिक फ्रंट, चंडिगढ, 04 जनवरी
पीडब्ल्यूडी के जूनियर इंजीनियर रितेश कुमार के खिलाफ ठेकेदार लामबंद हो गए हैं। ठेकेदारों का कहना है कि जेई की संपत्ति और पीडब्ल्यूडी में उनके द्वारा करवाए गए कार्यों और बिलों की जांच विजिलेंस करे। ठेकेदारों ने इस मामले में विजिलेंस विभाग चंडीगढ़ के सेक्टर-9 स्थित दफ्तर में शिकायत भी दी और चंडीगढ़ प्रशासन के दफ्तर के बाहर प्रदर्शन भी किया।
ठेकेदारों ने अपनी शिकायत में लिखा है कि जूनियर इंजीनियर रितेश कुमार लगातार बिलों को रोक रहे हैं। कई ठेकेदारों के बिलों को उन्होंने दो वर्ष से भी ज्यादा के समय होने के बावजूद बनाया ही नहीं। ठेकेदारों ने अपनी शिकायत में लिखाहै कि महज आठ वर्ष में रितेश कुमार ने इतनी बड़ी संपत्ति बना डाली, इसकी जांच की जानी चाहिए। इस मामले में आरोप लगाया गया है कि जूनियर इंजीनियर की कई गड़बड़ियां हैं, जिनकी जांच होने पर यह सामने आ जाएंगी। एक ठेकेदार अनिल ने बताया कि उनके बिल भी काफी समय से बकाया है। इस मामले में मुख्य शिकायतकर्ता अमित कुमार ने बताया कि चंडीगढ़ पीडब्ल्यू डिपार्टमेंट में जूनियर इंजीनियर रितेश कुमार ने आठ वर्ष पहले ही ड्यूटी ज्वाइन की। उनके कार्यकाल के दौरान पीडब्ल्यूडी में कार्यरत ठेकेदारों को ज्यादा परेशानी होने लगी। अमित ने कहा कि इस बारे में विभाग के प्रमुख को कई बार मौखिक रूप से जानकारी दी गई। बावजूद इसके जेई रितेश कुमार ने अपना रवैया नहीं बदला। न ही विभाग ने जेई के खिलाफ कोई कार्रवाई की। कई ठेकेदारों के दो वर्ष के बिल पेंडिंग हैं। जब भी ठेकेदार बिल को पास करवाने को जाते हैं तो उनको टरका दिया जाता है। ठेकेदार शिवचंदर का बिल भी काफी समय से यहां बकाया है। अमित कुमार ने बताया कि उनको इस ठेकेदार के बारे में तब मालूम पड़ा जबकि उसने अपना घर उनसे बनवाया। पहले उसने पिता को कहा कि मकान बनाएं, फिर पापा ने मना किया तो जेई द्वारा बार बार दबाव डालकर मेरे पिता को मजबूर कर दिया गया कि वो उनका घर बनवाएं। अमित ने कहा कि हमको मजबूरी में उनके घर का काम करना पड़ा। मकान बनाने के बाद जो डर था वही हुआ, रितेश ने बकायाा पैसे देने से मना कर दिया।
पुलिस ने लगाई फटकार तो सामान दिया वापस
अमित कुमार ने बताया कि जूनियर इंजीनियर रितेश कुमार को जब पुलिस ने फटकार लगाई तो उन्होंने सामान वापस किया। अमित ने बताया कि एसएसपी को दी गई शिकायत के बाद सेक्टर-36 थाने में उनको बुलाया गया था। वहां जांच अधिकारी ने जेई रितेश कुमार को भी बुलाया और उनको सामान लौटाने को कहा। तब कहीं जाकर रितेश ने मोहाली स्थित अपने घर से कंस्ट्रक्शन के लिए उपयोग किया गया कुछ शटरिंग वापस की। अमित ने बताया कि वास्तव में यह सिर्फ हमारी बात नहीं है, जेई की वजह से सभी ठेकेदार परेशान हो रहे हैं।
आज मौके पर मौजूद रहे अनिल ,शिवचंद्र , मोहम्मद उस्मान , सलाउद्दीन आदि।