डेमोक्रेटिक फ्रंट, पंचकुला – 01जनवरी :
विश्वास फाउंडेशन द्वारा आयोजित तीन दिवसीय विश्वास मैडिटेशन रिट्रीट की अंतिम बैठक में आज यहां विश्वास मैडिटेशन सेंटर, सेक्टर 9 के मैडिटेशन हाल में परम पूज्य गुरुदेव श्री स्वामी विश्वास जी के रिकॉर्डेड प्रवचनों में कहा गया कि नया साल सभी के लिए महान तोहफा है और इस नए साल का स्वागत अंतस ध्यान से करना चाहिए ताकि आने वाले साल के लिए ऊर्जा व पाजीटिव वाइब्रेशंस मिलें। स्वस्थ जीवन जीने के लिए अंतस की यात्रा ही एकमात्र माध्यम है जो सीधे परमात्मा से भी जोड़ती है।
इस विशेष सत्र में सैकड़ों अनुयायियों, साधक-साध्वियों व श्रद्धालुजनों को विश्वास मैडिटेशन की महान गहराईयों में उतरते हुए गुरुदेव श्री के वचनों का आनंद लिया।
पूज्य गुरूदेव श्री जी ने पुनः फरमाया – नव वर्ष की नवप्रभात में मैडिटेशन अन्तस ध्यान में उतर कर जीवन को नव जागरण के प्रकाश से जगमगा लेना। अन्तस ध्यान ही जीवन जागरण है। जागरण का अर्थ है – भीतर देखो। उल्टी यात्रा है। भीतर देखने से सब जागरण रूप हो जाता है, सब बदल जाता है। बाहर की दोनो आंखों से बहुत जागे हैं, परन्तु अपने भीतर की आंख, अपने शिवनेत्र से अन्जान हैं। जीवन भीतर के जागरण में है, बाहर नहीं। बाहर की आंखों के साथ साथ भीतर की आंख का भी सदुपयोग करना।
जीवन के बाहर-भीतर जागरण का प्रकाश हो ऐसा समन्वित जीवन ही स्वयं में स्थित हो स्वस्थपूर्ण, प्रेमपूर्ण, आनन्दपूर्ण जीता है। यही मैडिटेशन का जगमगाता रूप है जहां जीवन की अनूठी, संतुलित, सरस, सुमधुर धारा बह उठती है। जीवन जागरण ही एकमात्र जीवन शिखर है जिसे उपलब्ध होना प्रत्येक मनुष्य का परम कर्तव्य है – इसी एक कर्तव्य की ओर बढ़ते हुए नव वर्ष का स्वागत करना।