शिविर में भारतीय प्रथम महिला शिक्षिका सावित्रीबाई फुले की जयंती मनाई  

डिम्पल अरोड़ा, डेमोक्रेटिक फ्रंट, कालांवाली – 03 जनवरी  :  

            राजकीय मॉडल संस्कृति वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय कालांवाली में चल रहे सात दिवसीय एनएसएस विशेष शिविर के दूसरे दिन सहीराम चाहर खंड शिक्षा अधिकारी औढा मुख्यातिथि मुख्य वक्ता के रूप में पहुंचे| शिविर की शुरुआत प्रार्थनासभा के साथ की गई|उन्होंने प्रथम भारतीय महिला शिक्षिका सावित्रीबाई फुले की प्रतिमा पर पुष्प अर्पित किए|खंड शिक्षा अधिकारी ने स्वयंसेवकों के साथ श्रमदान करते हुए उन्हें प्रेरित किया|

            उन्होंने स्वयंसेवकों को सम्बोधित करते हुए राष्ट्रीय सेवा योजना शिविर का महत्व बताया| ये शिविर आपको अच्छे नागरिक, समाज में आपकी भूमिका, समाज सेवा की भावना पैदा करते है| युवा विद्यार्थी ही देश की रीढ़ होते है, उन्हें अच्छी दिशा में चलकर अपने भविष्य का निर्माण करना चाहिए| शिविर के प्रथम चरण में स्वयंसेवकों ने श्रमदान करते हुए विद्यालय प्रवेश द्वार के पास लगी कंटीली झाड़ियों को उखाड़ा| दीवारों के साथ उगी हुई खरपतवार को हटाते हुए स्वच्छ्ता का कार्य किया| उबड़- खावड़ रास्तों को समतल बनाने में विशेष योगदान दिया|

            दूसरे चरण में प्राध्यापक रुपिन्द्र गुरैयां ने प्रथम भारतीय महिला शिक्षिका माता सावित्री बाई फुले जी के जीवन पर प्रकाश डालते हुए उनका जीवन संघर्ष विस्तारपूर्वक स्वयंसेवकों को बताया| सावित्री बाई शिक्षक होने के साथ  भारत के नारी मुक्ति आंदोलन की पहली नेता, समाज सुधारक  थी| उन्होंने बालिकाओं को शिक्षित करने के लिए समाज का कड़ा विरोध झेलना पड़ा| कार्यक्रम अधिकारी मनोहर खनगवाल ने सावित्री बाई के बारे बताया कि उन्होंने  अपने 9छात्राओं के साथ महिलाओं के लिए पहले स्कूल की स्थापना 3 जनवरी 1848 में पुणे में की |  उन्हें इस दौरान विद्यालय चलाना बहुत मुश्किल था लोग उस पर पत्थर तथा कीचड़ फेंकने लगते थे क्योंकि उस समय महिलाओं को शिक्षा का अधिकार नहीं था| जातिवाद,छूआ-छूत, सतीप्रथा, बाल विवाह अपने चरम पर था|

            उन्होंने इन सभी सामाजिक कुरीतियों को मिटाने के लिए अपना जीवन समाज सेवा में अर्पित कर दिया| स्वयंसेवकों ने ध्यान मग्न होकर उनके जीवन संघर्ष के बारे में सुना और उनके आदर्शो पर चलने का संकल्प लिया|

            इस अवसर पर रेणु बाला, गुरप्रीत सिंह,गुरदीप सिंह,हरपाल सिंह,नम्रता गोयल, विनोद कुमार,अंजु रानी,राजन गर्ग, दीपिका, रजनी सेठी, देवेंद्र फौजी स्टाफ सदस्य मौजूद रहे|

स्वास्थ्य मंत्री चेतन सिंह जोड़ेमाजरा द्वारा छाती के कैंसर की प्राथमिक जांच के लिए सिवल अस्पताल समाना में स्थापित डिजिटल स्क्रीनिंग डिवाइस का किया उद्घाटन

डिवाइस से बिना किसी स्पर्श, दर्द या रेडीएशन के बिना होगी छाती के कैंसर की प्राथमिक जांच

राकेश शाह, डेमोक्रेटिक फ्रंट, चंडीगढ़ : पंजाब सरकार की तरफ से पंजाब के निवासियों को मानक स्वास्थ्य सहूलतें उपलब्ध करवाने के मंतव्य से आज सिवल अस्पताल समाना में ब्रैस्ट कैंसर ए. आई. डिजिटल प्रोजैक्ट के अंतर्गत छाती के कैंसर की प्राथमिक जांच एक नयी तकनीक से करने संबंधी स्थापित किये थर्मल स्क्रीनिंग डिवाइस का उद्घाटन माननीय स्वास्थ्य मंत्री पंजाब स. चेतन सिंह जोड़ामाजरा ने करके लोगों को समर्पित किया। इस मौके पर बोलते हुये स्वास्थ्य मंत्री पंजाब स. चेतन सिंह जोड़ामाजरा कहा कि पंजाब में ब्रैस्ट कैंसर एक गंभीर बीमारी है जिसके केस हर साल 5 प्रतिशत की दर से बढ़ रहे हैं। साल 2021 के आंकड़ों के अनुसार पंजाब में 4446 मरीज़ इस बीमारी साथ पीड़ित हैं। इनमें से ज़्यादातर मरीज़ों की पहचान तीसरी या चौथी स्टेज़ पर होती है। जिसका बड़ा कारण लोगों में इस बीमारी के लक्षणों की पहचान संबंधी जागरूकता की कमी और ब्रैस्ट कैंसर की स्क्रीनिंग जल्द न होना है। उन्होंने कहा कि यदि छाती के कैंसर की पहचान समय पर हो जाती है तो जहाँ इसका इलाज आसान हो जाता है वहीं इस बीमारी की गंभीरता से भी बचा जा सकता है। इसका पूरी तरह इलाज किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि इस मंतव्य से स्वास्थ्य विभाग की तरफ से निरमय और रौशे इंडिया के सहयोग से पंजाब में तीस साल से अधिक उम्र की हरेक औरत का इस बीमारी संबंधी नयी डिजिटल तकनीक के द्वारा मुफ़्त टैस्ट करने के लिए एक प्रोजैक्ट शुरू किया गया है। जिसके अंतर्गत आज समाना के सिवल अस्पताल में इस टैस्ट की शुरुआत की गई है। यह टैस्ट छाती के कैंसर की जांच के लिए इस्तेमाल किये जाने वाले एक और टैस्ट मैमोग्राफ़ी के समान है जिसकी लागत लगभग 2000 रुपए है, परंतु सरकार की तरफ से यह टैस्ट बिल्कुल मुफ़्त किया जायेगा। इस तरह ब्रैस्ट कैंसर की प्राथमिक जांच और मुफ़्त जांच प्रदान करने वाला पंजाब देश का पहला राज्य है। उन्होंने कहा कि इस तरह की तकनीक को एक मोबायल वैन के द्वारा गाँव-गाँव तक पहुंचाने की कोशिश की जायेगी। उन्होंने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों, निरमय और रौशे इंडिया को बधाई दी जो राज्य सरकार के मंतव्य अनुसार गरीब लोगों को बढ़िया स्वास्थ्य सहूलतें देने के लिए हमेशा यत्नशील रहते हैं। उन्होंने कहा कि सिवल अस्पताल समाना में दो और डायलसिस मशीनें स्थापित हो गई हैं जोकि जल्द ही काम करना शुरू कर देंगी। इसके इलावा यहाँ मरीजों के लिए अल्ट्रासांउंड की सुविधा भी जल्द शुरू करवाई जायेगी। उन्होंने कि कहा कि पंजाब के अलग-अलग अस्पतालों में स्टाफ की कमी को जल्द ही पूरा किया जायेगा।

डायरैक्टर स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण पंजाब डा. रणजीत सिंह घौतरा ने आम लोगों से अपील की कि वह इस तरह की बीमारियों के बारे जागरूक हों और सरकार की तरफ से मुहैया करवाई जा रही इस मुफ़्त सुविधा का अधिक से अधिक लाभ उठाएं जिससे छाती के कैंसर जैसी घातक बीमारी को समय रहते पहचाना जा सके और शिनाख़्त किये गए मरीज़ का योग्य इलाज करवाया जा सके। उन्होंने कहा कि पंजाब सरकार की तरफ से मुख्यमंत्री कैंसर राहत कोष योजना के अंतर्गत हर कैंसर पीड़ित मरीज़ का 1.5 लाख रुपए तक का इलाज सरकारी और मान्यता प्राप्त अस्पतालों में मुफ़्त करवाया जा रहा है। इस मौके पर सहायक डायरैक्टर कम नोडल अफ़सर डा. सन्दीप सिंह की तरफ से प्रोग्राम के बारे विस्तार में जानकारी दी और बताया कि इस प्रोजैक्ट के अंतर्गत चरणबद्ध ढंग से पंजाब के सभी जिलों को कवर किया जा रहा है। सिवल सर्जन डा. दलबीर कौर की तरफ से मुख्य मेहमान और आये हुये सभी अधिकारियों का स्वागत किया गया और बताया कि इस प्रोजैक्ट के अंतर्गत जिले के पैरा मैडीकल स्टाफ को प्रशिक्षण देकर और सर्वे करवा कर छाती के कैंसर के लक्ष्णों वाली शक्की औरतों की सूची तैयार की गई है जिन की अलग-अलग ब्लॉकों में जाकर टीम की तरफ से इस डिवाइस के द्वारा प्राथमिक जांच की जायेगी। सीनीयर मैडीकल अफ़सर डा. रिश्मा भोरा द्वारा आये हुए सभी मेहमानों का धन्यवाद किया। इस मौके पर ज़िला परिवार कल्याण अफ़सर डा. एस. जे. सिंह, निरमय संस्था के सी. ओ. विक्की नन्दा, प्रोग्राम मैनेजर तरनजीत कौर, ज़िला मास मीडिया अधिकारी कृष्ण कुमार, समूह स्टाफ और जांच करवाने आईं औरतें भी शामिल थी।

बाग़बानी विभाग के साल अंत : मान सरकार ने किसान-हितैषी विभिन्नता का आधार बांधा

इंडो-डच्च सहयोग से प्याज़ की आधुनिक खेतीकारी के लिए संगरूर में सैंटर आफ एक्सीलेंस होगा स्थापित

प्याज़ की खेती को बढ़ावा देने के लिए अपनाई जायेगी पोस्ट हारवैस्ट तकनीक

रिवायती फसलों के विकल्प के तौर पर अन्य फसलों की खेती से किसानों की आय में होगा विस्तार और फ़सलीय विभिन्नता के लिए होगा रास्ता साफ

पोषण सुरक्षा को यकीनी बनाने के लिए पंजाब सरकार ने राज्य के सरकारी प्राथमिक स्कूलों में 1.25 लाख से अधिक फलदार पौधे लगाए

राकेश शाह, डेमोक्रेटिक फ्रंट, चंडीगढ़ : पंजाब सरकार द्वारा राज्य में किसानों की आय बढ़ाने और फ़सलीय विभिन्नता को यकीनी बनाने की योजनाओं को अमली जामा पाने के लिए बाग़बानी विभाग द्वारा राज्य में चलाए जा रहे सैंटर आफ एक्सीलेंस के द्वारा राज्य का दोगुना क्षेत्रफल बाग़बानी के तहत लाने के लिए सभी संभव यत्न किये जा रहे हैं।

पोषण सुरक्षा को ज़मीनी स्तर पर यकीनी बनाने के लिए पंजाब सरकार की अहम और अभिलाषी मुहिम शहीद-ए-आज़म सरदार भगत सिंह हरियाली लहर के हिस्से के तौर पर राज्य के सरकारी प्राथमिक स्कूलों में 1.25 लाख से अधिक फलदार पौधे लगाए गए हैं।

इस सम्बन्धी जानकारी देते हुये पंजाब के बाग़बानी और फूड प्रोसेसिंग मंत्री फौजा सिंह सरारी ने बताया कि पंजाब सरकार सरकारी स्कूलों में फलदार पौधे लगाने के इलावा राज्य के 10 प्रतिशत वन अधीन क्षेत्र को फलों के बाग़ों में तबदील करेगी। उन्होंने कहा कि फलदार वृक्ष लगाने से न केवल राज्य में हरियाली बढ़ाने में मदद मिलेगी बल्कि यह लोगों ख़ास कर बच्चों, जो फल खरीदने में असमर्थ हैं, के लिए पोषण सुरक्षा को भी यकीनी बनाऐगा।

कैबिनेट मंत्री फौजा सिंह सरारी ने कहा कि किसानों को रिवायती फसलों का विकल्प मुहैया करवाने के मद्देनजऱ एक और पहलकदमी के अंतर्गत संगरूर जिले के गाँव खेड़ी में प्याज़ के लिए एक और सैंटर आफ एक्सीलेंस स्थापित किया जायेगा। उन्होंने कहा कि यह पंजाब में इंडो-डच्च समझौते के अनुसार स्थापित किया जाने वाला तीसरा सैंटर आफ एक्सीलेंस होगा।

इस आधुनिक केंद्र का उद्देश्य पंजाब के किसानों को प्याज़ की खेती में नवीनतम तकनीकी और वैज्ञानिक प्रगति से अवगत करवाना ही नहीं बल्कि दो-फ़सली प्रणाली के रिवायती फ़सली चक्र को तोडऩा है, जिसके नतीजे के तौर पर पानी का स्तर लगातार नीचे जा रहा है।

उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री भगवंत मान के नेतृत्व वाली राज्य सरकार कुदरती स्त्रोतों की संभाल और वातावरण को बचाने के लिए लगातार यत्नों के साथ-साथ नयी फसलों और नवीनतम तकनीकों के द्वारा किसानों की आय बढ़ाने पर ध्यान केंद्रित कर रही है।

और जानकारी देते हुये मंत्री ने कहा कि यह केंद्र डच्च के सहयोग से प्याज़ की खेती को 22 टन से बढ़ा कर 40 टन प्रति हेक्टेयर करने और डच्च की नवीनतम स्टोरेज तकनीक का प्रयोग करके कटाई के बाद के नुकसान को 30 प्रतिशत तक घटाने पर केंद्रित होगा। जिक़रयोग है कि यह केंद्र 10 करोड़ रुपए की लागत से मिशन फार इंटीग्रेटिड डिवैल्पमैंट आफ हार्टिकल्चर (ऐमआईडीऐच) के अंतर्गत स्थापित किया जायेगा।

बाग़बानी मंत्री ने कहा कि मौजूदा समय में पंजाब प्याज़ की 25 प्रतिशत ज़रूरत पूरी कर रहा है और एक बार इस आधुनिक केंद्र की स्थापना होने पर 3 सालों में यह क्षेत्रफल 60000 एकड़ तक बढ़ जायेगा। मौजूदा समय में 25000 एकड़ क्षेत्रफल में प्याज़ की खेती की जा रही है।

लैंड ऐकुईज़ीशन के दौरान मुआवज़े में विस्तार

विकास प्रोजेक्टों के लिए ज़मीन एक्वायर करने के दौरान अधिक मुआवज़ा लेने की राज्य भर के किसानों की लम्बित माँग को पूरा करते हुये मुख्यमंत्री भगवंत मान के नेतृत्व वाली सरकार ने मुआवज़े की रकम में 4-5 गुणा विस्तार कर दिया है। इस सम्बन्धी जवाबदेही को यकीनी बनाते हुए पूरी पारदर्शिता लाने के लिए बहुत सी गड़बडिय़ों को दूर किया गया।

बाग़बानी मंत्री फौजा सिंह सरारी ने कहा कि विभाग किसानों को रेशम के उत्पादन के लिए प्रेरित कर रहा है और 2000 से अधिक किसानों को इस तरफ़ उत्साहित किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि पंजाब सरकार इस साल फिऱोज़पुर में बड़े स्तर पर मिर्चों की खेती के लिए ‘चिल्ली अस्टेट’ भी स्थापित करेगी।

मंत्री ने बताया कि सरकार की तरफ से ‘बाग़बानी हब’ बनाने की योजना भी बनाई जा रही है, जोकि एक कम्युनिटी हायरिंग सैंटर, प्लांट हैल्थ क्लीनिक, माईक्रो न्यूट्रीऐंट स्तर तक मिट्टी की जांच, वर्मी कम्पोस्ट, फलों और सब्जियाँ के बीज आदि प्रदान करके किसानों की लागत में 24000 रुपए प्रति एकड़ की कमी लाएगी। मंत्री ने कहा कि अगले 5 सालों में ऐसे 25 बाग़बानी हब बनाऐ जाएंगे।

पंजाब में उद्यमी निवेश में एक बड़ा उछाल देखा गया है और भारत सरकार के कृषि ढांचा फंड स्कीम का लाभ लेने के लिए लगभग 2100 करोड़ रुपए के व्यक्तिगत निवेश प्रोजैकट प्रगति अधीन हैं। यह स्कीम अधिक से अधिक 2 करोड़ रुपए के निवेश के साथ कजऱ्े के ब्याज पर 3 फीसद की छूट देती है। बैंकों की तरफ से अब तक 408 करोड़ रुपए मंज़ूर किये जा चुके हैं।

कैबिनेट मंत्री फौजा सिंह सरारी इस स्कीम के सक्रिय राजदूत रहे हैं और उन्होंने 22 जुलाई, 2022 को सम्मेलन आयोजित किया, इसके इलावा 4 दिसंबर, 2022 को एग्री टेक में राज्य स्तरीय सत्र भी करवाया।

फ़सलीय विभिन्नता में एक और बड़ी पहलकदमी के अंतर्गत एक राज्य योजना तैयार की गई है, जिसके अधीन विभिन्नता के लिए सहमत किसानों को 14000 रुपए प्रति एकड़ सब्सिडी दी जायेगी।

माई ट्रू बैंक- टीबीएल में यस बैंक, एसबीआई, पीएनबी विजेता रहे

डेमोक्रेटिक फ्रंट संवाददाता, चंडीगढ़  –  03 जनवरी:  

            ट्राईसिटी स्पोर्ट्स एकेडमी, पीरमुछल्ला में ‘माई ट्रू बैंक – ट्राइसिटी बैंकर्स लीग’ (संस्करण-1) के तहत खेले जा रहे मैचों में यस बैंक, एसबीआई और पीएनबी विजेता रहे। टूर्नामेंट के तीसरे मैच में, यस बैंक ने पंजाब राज्य सहकारी बैंक (पीएससीबी) के खिलाफ 180 रनों का लक्ष्य निर्धारित करते हुए बल्लेबाजी शुरू की, लेकिन पीएससीबी सिर्फ 137 रन ही बना सका। यस बैंक के कप्तान सुभाष चंदर को मैन ऑफ द मैच घोषित किया गया। उन्होंने बल्लेबाजी में 34 रन और गेंदबाजी करते हुए 22 रन में 3 विकेट लिए। इस मैच में यस बैंक के विक्रांत दुग्गल को गेम चेंजर और गौरव जसवाल को बैस्ट फील्डर घोषित किया गया। 181 रनों का पीछा करते हुए पीएससीबी के अगोचर ने 31 और सोमिल गुम्बर ने 32 रन बनाए।

            टूर्नामेंट का चौथा मैच पंजाब एंड सिंध बैंक (पीएसबी) बनाम एसबीआई के बीच हुआ। पीएसबी ने पहले बल्लेबाजी करते हुए एसबीआई के सामने 104 रन का लक्ष्य रखा। एसबीआई ने 9 विकेट खोकर लक्ष्य हासिल कर लिया। इस मैच में एसबीआई के कपिल देव को मैन ऑफ द मैच घोषित किया गया जिन्होंने गेंदबाजी में 2 विकेट लिए। पंजाब एंड सिंध बैंक के राजन शर्मा को गेम चेंजर और मनदीप सिंह को सर्वश्रेष्ठ फील्डर घोषित किया गया।

            पांचवां मैच पीएनबी और इंडसइंड बैंक के बीच खेला गया। पीएनबी ने इंडसइंड को 148 रन का लक्ष्य दिया। 148 रनों का पीछा करते हुए इंडसइंड के बल्लेबाज पिच पर ज्यादा देर टिक नहीं सके और 129 रन ही बना सके। अच्छी गेंदबाजी और फील्डिंग के बूते पीएनबी टीम ने आसानी से मैच जीत लिया। पीएनबी के हिमांशु को सर्वश्रेष्ठ फील्डर घोषित किया गया और अजय लुबाना को उनकी अच्छी बल्लेबाजी के लिए मैन ऑफ द मैच घोषित किया गया, जबकि मनीष कुमार को गेम चेंजर घोषित किया गया। उन्होंने चार ओवर में पांच विकेट लिए।

            डीएसए चंडीगढ़ द्वारा माई ट्रू बैंक- ट्राईसिटी बैंकर्स लीग, एडिशन-1 टूर्नामेंट का आयोजन किया गया है, जिसमें ट्राईसिटी के 8 बैंक भाग ले रहे हैं। माई ट्रू बैंक और जे एंड एफ बैट्स इस टूर्नामेंट के स्पॉन्सर हैं। इससे पहले इन्होंने मेवरिक्स ओरिजिनेशन क्रिकेट क्लब, एक टीम जिसमें बैंकिंग, एफएमसीजी, सरकारी विभागों के कर्मचारी, उद्यमी और स्वरोजगार से जुड़े कामकाजी प्रोफेशनल शामिल हैं, को दो वर्षों तक सफलतापूर्वक स्पॉन्सर किया था।

प्राथमिक प्रशिक्ष्‍ण केन्‍द्र , भारत तिब्‍बत सीमा पुलिस बल, भानू में 482वें जीडी म‍हिेला  बैच के 192 नव प्रशिक्षणार्थियों के प्रशिक्षण का हुआ शुभारम्‍भ

डेमोक्रेटिक फ्रंट संवाददाता, चंडीगढ़  –  03 जनवरी:  

             प्रा‍थमिक प्रशिक्षण केन्‍द्र, भारत तिब्बत सीमा पुलिस बल, भानू, पंचकुला (हरियाणा) में 482वां जी.डी. महिला  बैच के 26 राज्‍यों के 192 नव प्रशिक्षाणार्थियो की 44 सप्‍ताह की ट्रेनिंग आरम्‍भ हुई । इस उद्घाटन समारोह के  मुख्‍य अतिथि ईश्‍वर सिंह दुहन, महानिरीक्षक, प्राथमिक प्रशिक्षण केन्‍द्र, भारत तिब्‍बत सीमा बल थे । इस अवसर पर विक्रांत थपलियाल सेनानी एवं अन्‍य अधिकारी भी उपस्थिति थे। इन नव प्रशिक्षाणार्थियों की शैक्षणिक योग्‍यता हाईस्‍कूल से स्‍नाकोत्‍तर तक है। प्रशिक्षण के दौरान शारीरिक तथा मानसिक रूप से सक्षम बनाने के उददेश्‍य से इन प्रशिक्षणार्थियों को ड्रिल, वैपन, मैप रीडिंग तथा हथियारों की सिखलाई इत्‍यादि विषयों पर 44 सप्‍ताह का कठोर प्रशिक्षण दिया जायेगा, जिससे प्रत्‍येक प्रशिक्षणार्थी आने वाली सभी चुनौतियों का सामना आसानी से कर सके ।

             इस प्रशिक्षण का मुख्‍य उददेश्‍य प्रत्‍येक सैनिक को वास्‍तविक युद्व में तैनात होने की तैयारी के लिए पूरी तरह प्रशिक्षित करना है। इस प्रशिक्षण में महिलाओं को  अपनी डूयूटी के लिऐ एक कांस्‍टेबल जवान की तरह अपने आप को तैयार करना है जिससे कही पर भी महिलाओं को कमतर न आका जा सके । अर्द्वसैनिक बलों में लगातार महिलाओं का बडी उत्‍सकता के साथ भर्ती होना  महिला सशक्तिकरण का एक उदाहरण है कि अपनी देश की सेवा के लिए महिलाएं आगे बढ रही हैं।

            44 सप्‍ताह के कठोर प्रशिक्षण के दौरान  प्रत्‍येक महिला को तन, मन और धन से मजबूत बनाया जाएगा, ताकि देश की सेवा के साथ-साथ अपनी पारिवारिक जिम्‍मेवारियां  भी निभा सके। 

              इस अवसर पर ईश्‍वर सिंह दुहन, महानिरीक्षक द्वारा महिला नव प्रशिक्षार्थियों को बताया गया कि आप सब के लिए भारत तिब्‍बत सीमा पुलिस बल में भर्ती होना  गौरव की बात है क्‍योंकि यह बल समस्‍त बलों में से  सर्वोत्‍तम बल है। प्राथमिक प्रशिक्षण केन्‍द्र एक बेहतरीन प्रशिक्षण केन्‍द्र है जिसमें बेहतरीन सुविधाएं जैसे ड्रिल ग्राउण्‍ड , पी०टी० ग्राउण्‍ड ,आब्‍सटिकल ,स्‍वींमिंग पूल, वैपन विंग तथा टैक विंग , छोटी व लम्‍बी फायरिंग रेंज इत्‍यादि सुविधाएं उपलब्‍ध है । इसके उपरांत श्री ईश्‍वर सिंह दुहन, महानिरीक्षक महोदय ने सभी प्रशिक्षणार्थियों को शुभकामनाएं दी और कहा कि मुझे आशा ही नही बल्कि पूर्ण विश्‍वास है कि आप  सब अपने प्रशिक्षण के दौरान हर क्षेत्र में अच्‍छा से अच्‍छा सीखने का प्रयास करेंगी ।

पंजाब सरकार आम लोगों की समस्याओं का हल करने के लिए वचनबद्ध : कुलदीप सिंह धालीवाल

‘जनता दरबार’ के दौरान सुनी लोगों की 200 से अधिक शिकायतें

सम्बन्धित अधिकारियों को मामले जल्द हल करने के दिए निर्देश

राकेश शाह, डेमोक्रेटिक फ्रंट, चंडीगढ़ : पंजाब सरकार राज्य के आम लोगों की समस्याओं का हल करने के लिए वचनबद्ध है। यह प्रगटावा पंजाब के ग्रामीण विकास एवं पंचायत, कृषि एवं किसान कल्याण और प्रवासी भारतीय मामलों संबंधी मंत्री ने आज विकास भवन, एस. ए. एस. नगर (मोहाली) में करवाए साप्ताहिक ‘जनता दरबार’ के दौरान लोगों की शिकायतें सुनने के मौके पर किया।

 धालीवाल ने सम्बन्धित मुख्यालय, चंडीगढ़ और ज़िला अधिकारियों को लोगों की शिकायतों का जल्दी निपटारा करने के निर्देश देते हुये कहा कि शिकायतों और समस्याओं का निपटारा बिना देरी करना यकीनी बनाया जा रहा है।

 धालीवाल ने बताया कि आज 200 से अधिक मामलों की सुनवाई की गई है और मौके पर सम्बन्धित अधिकारियों को फ़ोन के द्वारा निर्देश दिए हैं। उन्होंने अपने विभागों से सम्बन्धित कर्मचारियों/अधिकारियों को जन हित में मेहनत और ईमानदारी से काम करने के लिए कहा।

 धालीवाल आगे बताया कि राज्य सरकार लोगों के मामलों के हल के इलावा पंजाब के बहुपक्षीय विकास में उनको सक्रिय हिस्सेदार बना रही है। उन्होंने बताया कि जल्दी ही लोगों की शिकायतें पर पंचायती ज़मीनों पर किये नाजायज कब्जों को छुड़वाने के लिए दूसरी मुहिम चलाई जायेगी। उन्होंने बताया कि पहली मुहिम के दौरान लगभग 10 हज़ार एकड़ से अधिक पंचायती ज़मीन को नाजायज कब्जों से मुक्त करवाया गया है।

लोक निर्माण विभाग का सीनियर सहायक 5000 रुपए रिश्वत लेता विजीलैंस ब्यूरो द्वारा रंगे हाथों काबू

राकेश शाह, डेमोक्रेटिक फ्रंट, चंडीगढ़ : पंजाब विजीलैंस ब्यूरो ने मंगलवार को लोक निर्माण विभाग के कार्यकारी इंजीनियर, बी. एंड. आर, नाभा, ज़िला पटियाला के दफ़्तर में तैनात सीनियर सहायक कुलजीत कुमार 5000 रुपए की रिश्वत मांगते और लेते हुए रंगे हाथों काबू किया है।

इस सम्बन्धी जानकारी देते हुये विजीलैंस ब्यूरो के प्रवक्ता ने बताया कि उपरोक्त मुलजिम को उसके जूनियर सहायक जसविन्दर दास की शिकायत पर गिरफ़्तार किया गया है। अन्य विवरण देते हुये उन्होंने बताया कि शिकायतकर्ता ने विजीलैंस ब्यूरो के पास पहुँच करके दोष लगाया है कि उसका उक्त सीनियर कर्मचारी उसके छुट्टी यात्रा रियायत ( ऐलटीसी) बिलों को पास करने के बदले 5000 रुपए की रिश्वत की माँग रहा है।

प्रवक्ता ने बताया कि इस शिकायत की पुष्टि करने के बाद विजीलैंस ब्यूरो की टीम ने जाल बिछाया और मुलजिम कुलजीत कुमार को दो सरकारी गवाहों की मौजूदगी में 5000 रुपए की रिश्वत लेते हुये रंगे हाथों काबू कर लिया।

उन्होंने बताया कि उक्त मुलजिम के खि़लाफ़ भ्रष्टाचार रोकथाम कानून के अंतर्गत विजीलैंस ब्यूरो के थाना पटियाला में मुकदमा दर्ज करके अगली कार्यवाही आरंभ कर दी है।

टेक्ट्रो स्वदेश यूनाइटेड ने आईएसएल क्लब ओडिशा एफसी को 5-0 से हराकर किया जीत से आगाज

डेमोक्रेटिक फ्रंट संवाददाता, चंडीगढ़   03 जनवरी:  

                        हीरो एलीट यूथ लीग में मिनर्वा की टीम टेक्ट्रो स्वदेश यूनाइटेड ने शानदार जीत के साथ आगाज किया और आईएसएल क्लब ओडिशा एफसी को 5-0 से हराया। टीम को बेहद मुश्किल ग्रुप मिला, लेकिन इसका फर्क टेक्ट्रो के प्रदर्शन पर नहीं पड़ा। मैच के शुरुआत से ही टीम ने मौके बनाए और उन्हें फ्री-किक भी मिली। इस पर टेक्ट्रो ने दबाव बनाया, लेकिन गोल नहीं हो सका। ओडिशा को जीत का दावेदार माना जा रहा था, लेकिन टीम टेक्ट्रो गोल की कोशिश करती रही। वे मैच में पूरी तरह से हावी रहे।

            14वें मिनट में टेक्ट्रो ने ओडिशा को चौकाया और लालफाकजुआला ने बड़ी रेंज से गोल दागकर टीम का खाता खोल दिया। इसके बाद भी टीम लगातार अटैक करती रही और जल्दी ही निर्भय ने लीड को डबल करने के लिए मौका बनाया। उन्होंने क्रॉस दिया और कप्तान आशिष राणा ने 25वें मिनट में स्कोर  2-0 कर दिया। टेक्ट्रो की कोशिश यही थी कि वे अटैक करते रहें। ओडिशा एफसी ने उन्हें सफल नहीं होने दिया और बोर्ड पर पहले हाफ के अंत में स्कोर 2-0 ही रहा।

                        टेक्ट्रो का इरादा साफ था और गोल की भूख उनमें दिखाई दे रही थी। ओडिशा ने उन्हें कुछ समय तक रोक कर रखा, लेकिन 73वें मिनट में टेक्ट्रो ने गोल कर दिया। ये गोल अर्णव की किक से आया। इस गोल के बाद ओडिशा के प्लेयर बैकफुट पर रहे। अर्णव ने टीम के लिए फिर मौका बनाया और कप्तान आशिष राणा ने हेडर लगाकर गोल दाग दिया। इसने टेक्ट्रो स्वदेश यूनाइटेड को 4-0 से आगे कर दिया।

                        आईएसएल क्लब की जूनियर टीम को टेक्ट्रो ने जश्न बनाने का मौका नहीं दिया और जल्दी ही 5वां गोल भी कर दिया। 85वें मिनट में आशिष राणा ने मूव बनाया और इस पर अर्णव ने डबल लगाकर टीम को 5-0 से आगे कर दिया। अंत में बोर्ड पर यही स्कोर रहा और टेक्ट्रो स्वदेश यूनाइटेड ने जीत दर्ज करते हुए शानदार आगाज किया।

मुख्यमंत्री द्वारा राज्य में खरीफ सीज़न की फसलों और बीजों संबंधी तैयारियों का जायज़ा लेने के लिए कृषि अफ़सरों के साथ विचार-विमर्श

पंजाब एग्रीकल्चर यूनिवर्सिटी को खरीफ की फ़सलों संबंधी किसानों तक सीधी पहुँच करके सलाह-परामर्श करने के लिए कहा

राकेश शाह, डेमोक्रेटिक फ्रंट, चंडीगढ़ : पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने आज राज्य में आगामी खरीफ सीज़न की फसलों और बीजों संबंधी तैयारियों का जायज़ा लेने के लिए कृषि अफ़सरों और पंजाब एग्रीकल्चर यूनिवर्सिटी के अफ़सरों के साथ विस्तार से विचार-विमर्श किया।

आज प्रातः काल यहाँ पंजाब सिविल सचिवालय में मीटिंग की अध्यक्षता करते हुये मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार कृषि को लाभदायक धंधा बनाने के लिए वचनबद्ध है। उन्होंने कहा कि इस मनोरथ के लिए किसानों की आय बढ़ाने पर और ज्यादा ध्यान दिया जाना चाहिए। भगवंत मान ने कहा कि इसको यकीनी बनाने के लिए राज्य में फ़सलीय विभिन्नता पर अधिक ज़ोर दिया जायेगा।

मुख्यमंत्री ने कहा कि इस उद्देश्य की पूर्ति के लिए राज्य सरकार किसानों के साथ सीधे तौर पर बातचीत करके सलाह-परामर्श करेगी। उन्होंने कहा कि आगामी फ़सल की बुवाई से पहले किसानों के साथ विस्तृत विचार-विमर्श किया जायेगा। भगवंत मान ने पंजाब एग्रीकल्चर यूनिवर्सिटी को कहा कि वह किसानों तक सीधी पहुँच करके उनके साथ बातचीत करें और इस सम्बन्ध में सुझाव हासिल करें।

मुख्यमंत्री ने कहा कि कृषि यूनिवर्सिटी की टीमों को ज़मीनी स्तर पर किसानों के साथ सीधे तौर पर मिलना चाहिए और फ़सली चक्र के बारे उनकी राय लेनी चाहिए। उन्होंने स्पष्ट कहा कि पंजाब में अब खेती सम्बन्धी कोई भी नीति किसानों और अन्य सम्बन्धित पक्षों के सलाह-मशवरे से तैयार करके लागू की जायेगी। भगवंत मान ने कहा कि राज्य सरकार किसानों की भलाई के लिए कोई कसर बाकी नहीं छोड़ेगी।

इस मौके पर कृषि मंत्री कुलदीप सिंह धालीवाल, मुख्यमंत्री के अतिरिक्त मुख्य सचिव ए. वेनू प्रसाद, पंजाब कृषि यूनिवर्सिटी के उप कुलपति डॉ. एस. एस गोसल, वित्त कमिशनर विकास-कम-सचिव कृषि राहुल तिवारी और डायरैक्टर कृषि डाः गुरविन्दर सिंह और अन्य भी उपस्थित थे।

भाषा विभाग द्वारा साहित्य चर्चा व पुस्तक प्रदर्शनी का आयोजन  

  • भाषा विभाग के इतिहास, उपलब्धियों और आयोजनों को याद किया प्रो. फूलचंद मानव ने

डेमोक्रेटिक फ्रंट संवाददाता, मोहाली – 03 जनवरी:  

            जिला भाषा अधिकारी, मोहाली के कार्यालय में जिला प्रबंधन भवन में एक साहित्य चर्चा का आयोजन किया गया।  इसमें भाषा विभाग के अमृत महोत्सव समारोह की अध्यक्षता करते हुए साहित्य संगम ट्राइसिटी के संस्थापक अध्यक्ष प्रो. फूलचंद मानव ने कहा कि वे साल 1961-62 से किला मुबारक, पटियाला कार्यालय से जुड़कर इसकी सक्रियता, सरगर्मियों का गवाह रहे हैं। उनके सामने ही पंजाबी और हिंदी विभाग, बाद में भाषा विभाग, पंजाब कहलाए। पत्रिकाएं, पुरस्कार, सम्मान, अनुदान, यात्राएं, सर्वेक्षण, पुस्तक माला जैसी योजनाओं में भी हमसे हमेशा योगदान लिया जाता रहा है।


            उन्होंने कहा कि उन्होंने जीरकपुर, ढकौली के साथ साहित्य संगम ट्राइसिटी की ओर से मोहाली, चंडीगढ़, पंचकूला जैसे शहरों में भी राष्ट्रीय, प्रांतीय आयोजन करवाए और करवा भी रहे हैं। उन्होंने अपनी चर्चा के दौरान कहा कि वे भाषा विभाग की ओर से 2006 में शिरोमणि हिंदी साहित्यकार घोषित हुए और उ. प्र. हिंदी संस्थान, लखनऊ से 1989 में, प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी द्वारा 2001 में और केंद्रीय साहित्य अकादमी, रवींद्र भवन, नई दिल्ली की ओर से 2014 में हिंदी अनुवाद का राष्ट्रीय सम्मान-पुरस्कार प्राप्त किया हैं। उन्होंने कहा कि उनकी  रचनाएं पंजाबी दुनिया, जन साहित्य, पंजाब सौरभ के साथ संयुक्त पंजाबी की पत्रिकाओं सप्तसंधु, जन साहित्य में भी प्रोत्साहन पाती रही हैं।


            प्रो. मानव ने अपनी रचना-यात्रा में विभागीय योगदान की सराहना करते हुए कहा कि विगत 50-55 साल के दौरान पूर्व अधिकारियों, संपादकों का नाम, इनके योगदान को भी सराहा। इस आयोजन में चुनिंदा साहित्यकारों सहित डा. देवेंदर सिंह वोहा, मेघा सिंह, रमारतन कुलदीप सिंह सिद्धू, गुरप्रीत सिंह नियामियाँ सहित 70 सदस्यों ने हाजिरी लगाई। इसमें साहित्य संगम ट्राइसिटी की सचिव प्रो. योगेश्वर कौर मुख्य रूप से शामिल हुईं। डा. दर्शन कौर ने मंच संचालन करते हुए अंत में धन्यवाद भी दिया। पुस्तक प्रदर्शनी के इस अवसर पर पाठकों ने पुस्तकें खरीदीं।