नगर निगम पंचकूला के निर्वाचित सदस्यों व महापौर के चुनाव को हुए 3 साल पूरे

संदीप सैनी, डेमोक्रेटिक फ्रंट, पंचकुला – 28 दिसम्बर  :

आज नगर निगम पंचकूला के चुनाव आज से ठीक 3 साल पहले 27 दिसम्बर 2020 को सम्पन्न हुए थे तथा चुनाव का परिणाम 30 दिसम्बर 2020 को आया था तथा 2 जनवरी 2021 को हरियाणा  इलेक्शन कमिशन द्वारा निर्वाचित हुए वार्ड सदस्यों व मेयर के नामों की अधिसूचना जारी कर दी थी। इस बारे चर्चा करते हुए पंचकूला  के पुर्व जजपा शहरी जिला अध्यक्ष ओ पी सिहाग ने कहा कि जिन उम्मीदों एवं आकांक्षाओं से पंचकूला के नागरिकों ने महापौर तथा वार्ड सदस्यों को चुना था उनमें से ज़्यादातर उन पर खरे नहीं उतर पाए। सिहाग ने कहा कि पंचकूला की जनता ने नगर निगम चुनाव में पहली दफा प्रत्यक्ष रूप से हुए महापौर के पद पर चुनाव में विजय प्राप्त करने वाले कुलभूषण गोयल से बहुत ज्यादा उम्मीदें थी पर वो उन को पूरी करने में पूरी तरह कामयाब नहीं हो पाए हैं ।

   ओ पी सिहाग ने कहा कि पंचकूला नगर निगम के महापौर को अपने पद की गरिमा तथा अपनी संवैधानिक  शक्तिओ के अनुरूप कार्य करना चाहिए। उन्होंने कहा कि  महापौर का पद बहुत बड़ा होता है तथा महापौर नगर निगम का सर्वेसर्वा होता है ।सिहाग  ने कहा कि निगम के चुनाव के वक्त हमारी पार्टी ने बहुत ज्यादा मेहनत करके उनकी जीत में योगदान दिया था पर पद पर बैठने के बाद वो हमारी पार्टी के कार्यकर्ताओं व 2 चुने हुए पार्षदों के साथ सौतेला व्यवहार कर रहे हैं। ओ पी सिहाग ने बताया कि बड़े ही दुःख व निराशा की बात है कि निगम आयुक्त तथा  महापौर ने चुनाव के तीन साल पूरे होने के बावजूद नगर निगम में खाली  पड़े वरिष्ठ उप-महापौर एवं उप- महापौर के चुनाव नहीं करवाये हैं ।                  

    ओ पी सिहाग ने कहा कि उनका मकसद किसी चुने हुए जन प्रतिनिधि की आलोचना करना नहीं है  परन्तु निगम क्षेत्र के नागरिको को जन सुविधाएं पूरी तरह से न प्रदान करने के कारण मुझे ऐसा लिखने  के लिए मजबूर होना पड़ रहा है। आम लोगों में चर्चा है कि निगम क्षेत्र में पहले से ज्यादा कर्मचारी भर्ती करने,ज़्यादा मशीनरी खरीदने तथा लगभग 2 करोड़ रुपये प्रति माह पहले से अधिक खर्चा करने के बावजूद निगम क्षेत्र  की सफाई व्यवस्था खराब है । इसके अलावा सडकों की हालत,अवैध कब्जे ,शहर के चौको ,आवारा पशुओं, आवारा कुत्तों  एवं पॉलीथिन  की समस्या के समाधान में कोई ज्यादा सुधार नहीं हुआ है ।                                          ओपी सिहाग ने उम्मीद जतायी कि महापौर कुलभूषण गोयल खूब खुलकर धड़ल्ले से निगम क्षेत्र में लोगों को जन सुविधाएं प्रदान करने में निगम के अधिकारियों के सहयोग से आगामी बचे हुए दो सालों में कामयाब होंगे तथा जनहित  के अच्छे काम करके लोगों को  आम समस्याओं से निजात दिलाने में कामयाब होंगे।

Professor Ranju Bansal of UIPS, PU receives a research grant of Rs 60 lacs from ICMR

Koral ‘Purnoor’, Demokratic Front, Chandigarh  – 28 December:

The Indian Council of Medical Research (ICMR), New Delhi has awarded a research grant of Rs 60 lacs for a project entitled “Investigations on the role of innate immune response in neuroprotective effects of synthetic and natural heterosteroids on Alzheimer’s disease pathogenesis and cognition” to Professor Ranju Bansal working at the University Institute of Pharmaceutical Sciences (UIPS) to develop new drug molecules and explore natural steroids for the prevention and treatment of Alzheimer’s Disease. The amount of Rs 39 lacs for the first year has already been released by ICMR.

Alzheimer’s disease usually affects people over the age of 65 and main symptoms of the disease include a gradual decline in memory, thinking learning, and organizing skills of an individual over time. There is no cure for Alzheimer’s, but certain medications and therapies can help manage symptoms temporarily.

Over the next three years, Professor Ranju will work in collaboration with Prof Rajat Sandhir of Department of Biochemistry, who is also co-investigator of the project, on the development of new drug candidates and their testing on laboratory animals to understand the mechanism of underlying disease and to find innovative solutions for the treatment of Alzheimer’s disease.

For the last 10 years, Professor Bansal has been continuously working in the field of neurodegenerative disorders and has successfully developed some steroidal lead molecules useful for the prevention and treatment of brain diseases especially Alzheimer’s and Parkinson’s diseases. She also received Mid-Career Research award of UGC while working in this area. It is a testament to the dedication of Panjab University’s Faculty in addressing pressing health challenges.

सड़क क्रास करते समय तेंदुए का शावक वाहन की चपेट में, मौत

वन्य जीव प्राणी विभाग कलेसर ने पोस्टमार्टम करा किया संस्कार 

कोशिक खान, डेमोक्रेटिक फ्रंट, छछरौली – 28 दिसम्बर  :

बीती देर रात देवधर से बीकेडी रोड पर मनभरवाला गांव के पास दुर्घटना में अज्ञात वाहन की टक्कर से मादा शावक तेंदुए की मौत हो गई। मृतक शावक की उम्र तीन से चार महीने की थी। जानकारी देते हुए जिला वन्य प्राणी निरीक्षक जयवेंद्र नेहरा ने बताया कि मादा शावक तेंदुए के शव को वन्य प्राणी विभाग द्वारा कलेसर वन्य प्राणी विभाग के कार्यलय लाया गया,जहां पर उसका पोस्टमार्टम कर संस्कार कर दिया गया।

            बताया जा रहा है कि मुजेहदवाला जंगल के पास दो तीन दिन पहले मादा तेंदुआ अपने 3 बच्चों के साथ घूमती देखी गई थी जिससे आसपास के ग्रामीणों में दहशत का माहौल था। देर रात वन्य प्राणी विभाग को सूचना मिली कि एक तेंदुए का शावक वाहन की चपेट में आकर मर गया जिस पर वन्य प्राणी विभाग की टीम मौके पर पहुंची और तेंदुए के शावक को उठाया। वन्य प्राणी विभाग मृतक शावक के शव को अपने कब्जे में लेकर वन्य प्राणी विभाग के जिला कार्यालय कलेसर लेकर आया। जहां पर डॉक्टरों के पैनल ने  मादा तेंदुए के शावक का पोस्टमार्टम किया ।वन्य प्राणी विभाग के अधिकारियों व कर्मचारियों की मौजूदगी में तेंदुए के शावक का संस्कार वन्य प्राणी विभाग की तरफ से किया गया। डॉक्टरों के पैनल में डॉक्टर सुखबीर नैन वेटरनरी सर्जन,डॉक्टर अमित कुमार,डॉक्टर ओम आहूजा शामिल रहे।

बता दें कि तेंदुए,चीता व शेर आदि की मौत होने पर उनके शवों को अधिकारियों की मौजूदगी में जलाया जाता है ताकि कोई मृतक वन्य प्राणी की खाल व अन्य अंगों को चुरा कर कहीं बेच न दे। विभाग के अनुसार लेपर्ड, तेंदुआ, शेर व चीता इनके अंग को शिकारी चुरा कर या शिकार कर महंगे दामों पर बेच देते हैं।

माता -पिता भगवान का रूप होते हैं उनकी हमेशा सेवा व सम्मान करें  : डा.सुयशा जी महाराज

रघुनंदन पराशर, डेमोक्रेटिक फ्रंट, जैतो – 28दिसम्बर  :

स्वर्ण कुल गौरव, जिनशासन पारसमनी श्री समता जी महाराज संगीतमयी प्रवचन शिरोमणि, राष्ट्र ज्योति डा.सुयशा जी महाराज, स्वर्ण संघ प्रभाविता,वीर शिरोमणि श्री प्रगति जी महाराज ठाणे -7 स्वर्ण सुधा समता सुयशा जैन साधना केंद्र आर.वी.शांति नगर  कालोनी जैतो में विराजमान हैं।

जानी-मानी जैन साध्वी डा.श्री सुयशा शशि जी महाराज ने अपने प्रवचन में कहा-एक बेटा अपने बूढ़े पिता को रात के खाने के लिए एक अच्छे रेस्टोरेंट में ले गया। भोजन करते समय बूढ़े पिता ने कई बार उनके कपड़ों पर भोजन गिरा दिया। रेस्टोरेंट में बैठे खाना खा रहे अन्य लोग वृद्ध को घृणा की दृष्टि से देख रहे थे लेकिन उनका बेटा शांत था। खाना खाने के बाद बेटा बिना किसी शर्म के वृद्ध को वॉशरूम ले गया। उसके कपड़े साफ किए, उसका चेहरा साफ किया, उसके बालों में कंघी की, चश्मा लगाया और फिर उसे बाहर ले आया। सब चुपचाप उसे देख रहे थे। फिर उसने बिल चुकाया और बूढ़े को लेकर निकल गया। तभी रात का खाना खा रहे एक और उसे बुलाया, और पूछा- क्या तुम्हें नहीं लगता कि तुम यहाँ कुछ छोड़ कर जा रहे हो? उसने जवाब दिया- नहीं साहब, मैं कुछ नहीं छोड़ रहा हूं। बुढ़ा बोला- बेटा, तुम यहाँ हर बेटे के लिए एक सीख, हर बेटे के लिए एक सीख और हर पिता के लिए उम्मीद छोड़ कर जा रहे हो। आमतौर पर हम अपने बुजुर्ग माता- पिता को अपने साथ बाहर ले जाना पसंद नहीं करते, और कहते हैं- क्या करोगे, चल नहीं सकते, ठीक से खा भी नहीं सकते, तुम घर में ही रहो, यही अच्छा रहेगा। लेकिन क्या आप भूल गए हैं कि जब आप छोटे थे तो आपके माता- पिता आपको गोद मेंउठाकर ले जाया करते थे। जब तुम ठीक से खा नहीं पाते थे तो माँ अपने हाथों से खिलाती थी और खाना गिर जाने पर डाँटने की जगह प्यार जताती थी।फिर वही माँ-बाप बुढ़ापे में बोझ क्यों लगते हैं? माता-पिता भगवान का रूप होते हैं।उनकी सेवा करो और प्यार दो क्योंकि एक दिन तुम भी बूढ़े हो जाओगे। अपने माता,पिता और बड़ों का हमेशा सम्मान करें।

साहिबजादों के शहीदी दिवस पर चुहडपुर में लगाया चाय का लंगर

कोशिक खान, डेमोक्रेटिक फ्रंट, छछरौली – 28 दिसम्बर  :

साहिबजादों के शहीदी दिवस पर चुहडपुर कलां में चाय का लंगर लगाया गया। इस मौके पर सभी ग्रामीण युवाओं ने लंगर में सेवा की।

ग्रामीण इंद्रजीत सिंह ने जानकारी देते हुए बताया कि साहिबजादों के शहीदी दिवस के मौके पर ग्रामीणों की तरफ से हर वर्ष की भांति गांव के गुरूद्वारा साहिब में चाय ब्रैड पकोड़ा का लंगर लगाया गया।

लंगर में गांव के सभी युवाओ ने बढ़ चढ़कर भाग लेकर सेवा कार्य में अपना सहयोग दिया। उन्होंने कहा कि मानवता की सेवा ही सर्वोपरी है। सिख धर्म के सभी गुरू महाराज ने इंसानियत की सेवा को सबसे अव्वल बताया है। हमारे गुरूओं द्वारा दर्शाए मार्ग पर चलते हुए मानवता की सेवा कार्य मे लगे हुए हैं।  उन्होंने बताया कि चुहडपुर कलां के युवा गर्मी में जल सेवा व सर्दी में चाय का लंगर लगा सेवा करते हैं। गुरूओं द्वारा दर्शाए मार्ग व उनके जीवन से प्रेरणा लें।

इस मौके पर गुरदेव सिंह ,जसमिंदर सिंह,अमरेन्द्र पाल सिंह,सतबीर सिंह, हरप्रीत सिंह,नवजोत सिंह,जगतार सिंह,सतविंदर सिंह ,रसपाल सिंह ,सिमरनजीत सिंह,सर्वजीत सिंह ,इकबाल सिंह आदि मौजूद रहे।

कांग्रेस कार्यालय छछरौली में कार्यकताओं ने मनाया पार्टी स्थापना दिवस

कोशिक खान, डेमोक्रेटिक फ्रंट, छछरौली – 28 दिसम्बर  :

पूर्व डिप्टी चौधरी अकरम खान व पार्टी कार्यकर्ताओं ने कांग्रेस कार्यालय में कांग्रेस के 139 वें स्थापना दिवस पर पार्टी का झंडा फहराया। इस मौके पर सैकड़ों की संख्या में लोगों ने कार्यक्रम मे भाग लिया।  

               इस मौके पर कार्यक्रम में मौजूद पार्टी कार्यकर्ताओं को सम्बोधित करते हुए पूर्व डिप्टी स्पीकर चौधरी अकरम खान ने कहा कि कांग्रेस पार्टी का आज 139 वां स्थापना दिवस है। जिस दिन से कांग्रेस पार्टी बनी है उसी दिन से पार्टी ने गरीबों के कल्याण के लिए अनेकों कल्याणकारी योजनाएं चलाकर उनको फायदा पहुंचाने का काम किया है। देश में बड़े बड़े शिक्षण संस्थान कम्प्यूटर सब कांग्रेस की देन है। कांग्रेस पार्टी ने जो देश के लिए कार्य किए हैं। भाजपा पिछले नौ सालों से उन सभी को बेचने में लगी हुई है। भाजपा ने देश मे सिर्फ नफरत जातिवाद का जहर घोलने के अलावा कोई भी काम नहीं कर रही है। भाजपा ने हर प्रदेश में कहीं ना कहीं दंगों की राजनीति जरूर की है। भाजपा पिछले नौ सालों से गरीब मजदूर किसान का खून चूसकर कुम्भकरणी नींद सो रही थी। जैसे ही चुनाव सामने आए तो जन संवाद करने गांवों की निकल पड़ी है। गांव में पच्चीस लोगों की पेंशन काटकर दो तीन लोगों की बनवा उनको खड़ा करके कहती हैं कि इन लोगों की पेंशन लग गई है। हर व्यक्ति को फैमीली आईडी व अन्य कागजों में उलझाकर रखा हुआ है। उन्होंने कहा कि देश व प्रदेश की जनता भाजपा से तंग आ चुकी है। आने वाला समय कांग्रेस का है। उन्होंने सभी कांग्रेस कार्यकताओ को पार्टी हित के कार्य करने के लिए भी कहा। इस मौके पर जिला परिषद सदस्य नरवैल सिंह, ताजेवाला सरपंच जाकिर हुसैन, पार्षद देवेन्द्र ,मोहन वर्मा, प्रदीप शर्मा, अमित शर्मा सरपंच मुजाफत,मुस्ताक मलिक, रोशन पूर्व सरपंच, कासिम, तोइयब आदि मौजूद रहे।

सेंट लॉरेंस इंटरनेशनल स्कूल के प्रतिभाशाली विद्यार्थियों को सम्मानित किया गया

सुशील पण्डित, डेमोक्रेटिक फ्रंट, यमुनानगर -28 दिसम्बर  :

सेंट लॉरेंस इंटरनेशनल स्कूल पाबनी  रोड जगाधरी, सेंट लॉरेंस स्मार्ट कान्वेंट स्कूल बिलासपुर और  गुरुकुल यमुनानगर के प्रतिभाशाली व समाज सेवी विद्यार्थियों और शिक्षकों को “साहिबज़ादे सेवा समिति” यमुनानगर द्वारा सम्मानित किया गया I सभी को शील्ड और सर्टिफिकेट प्रदान किए गए I 

स्कूल की चेयरपर्सन डॉक्टर रजनी सहगल ने सभी विद्यार्थियों एवं शिक्षकों को  बधाई और शुभकामनाएं देते हुए अपने संबोधन में बताया कि सिक्खों  के दसवें गुरु श्री गुरु गोविंद सिंह जी के चारों साहबजादों की शहादत के उपलक्ष्य में पूरे देश में वीर बाल दिवस मनाया जा रहा है I मुगल सम्राट औरंगजेब के साथ  लड़ते हुए गुरु गोविंद सिंह जी के दोनों बड़े पुत्र शहीद हो गए और दोनों छोटे पुत्र साहबजादे  जोरावर सिंह और  साहबजादे   फतेह सिंह जी  को जिंदा दीवार में चिनवा  दिया गया I  उन्हीं की शहादत की स्मृति में यह कार्यक्रम आयोजित किया गया है एवं प्रतिभाशाली और सामाजिक सेवा संस्थाओं से जुड़े विद्यार्थियों को सम्मानित किया गया है I

स्कूल के प्रबंध निदेशक व  प्रसिद्ध शिक्षाविद डॉक्टर एमके सहगल ने अपने आह्वान  में कहा कि किसी भी राष्ट्र और धर्म की पहचान उसके सिद्धांतों, मूल्यों  और आदर्शों से होती है I जब किसी राष्ट्र के मूल्य  बदल जाते हैं तो कुछ ही समय में उसका भविष्य बदल जाता है और यह मूल्य तब सुरक्षित होते हैं जब वर्तमान पीढ़ी विशेषतया विद्यार्थियों के सामने अपने अतीत के आदर्श स्पष्ट होते हैं I   इसीलिए संस्था ने  गुरु गोविंद सिंह और उनके साहबजादों  की शहादत को सम्मान देते हुए यह पहल  की है I  ऐसी परंपराएं और मिसाल हमें याद दिलाती है , कि हमारे देश और समाज के लिए सिख परंपरा का बलिदान क्या है और भारतवर्ष की विशेषता क्या हैI 

मैनेजिंग डायरेक्टर  डा  एम.के. सहगल ने संस्था द्वारा पुरुस्कृत  शिक्षकों और विद्यार्थियों –  मीनल बजाज, सिमरन बांगा, गरिमा, अगमजोत और समृद्धि को बधाई  और शुभकामनाएं दी एवं शिक्षक वर्ग गगन बजाज, शैली चौहान, ब्रह्म कान्ति शर्मा को समाज सेवी  संस्थाओं के साथ बढ़ चढ़कर के भाग लेने के लिए प्रोत्साहित एव प्रेरित  किया।

पठानकोट के पर्यटक स्थलों के मुख्यमंत्री के दौरे ने निराश किया : विज

2 हज़ार करोड़ के पर्यटन परियोजनाओं पर केवल 20 करोड़ एक मज़ाक

डेमोक्रेटिक फ्रंट, चण्डीगढ़- 28दिसम्बर  :

पंजाब कॉंग्रेस के कोषाध्यक्ष एवं पूर्व विधायक अमित विज ने कहा है कि पिछले दिनों मुख्यमंत्री भगवंत मान पठानकोट के पर्यटक स्थलों के दौरे से पठानकोट की जनता में बड़ी आशा थी,लेकिन पर्यटक के विकास के लिए कोई बड़ी घोषणा न करने से निराशा हाथ लगी है। उन्होंने कहा हिमाचल,जम्मू कश्मीर की सीमा से जुड़े पठानकोट आने वाले समय में देश ही नहीं बल्कि विश्व में पर्यटकों के आकर्षण का केंद्र बन सकता है,लेकिन इसके लिए सरकार और मुख्यमंत्री की साफ मंशा न होने से क्षेत्र के लोग हताश व निराशा से गुजर रहे हैं।

उन्होंने कहा पठानकोट में पर्यटन परियोजना में 2000 करोड़ रुपये का निवेश आकर्षित करने की क्षमता है। लेकिन सरकार ने मात्र 20 करोड़ से पर्यटन विकास के नाम पर 20 कॉटेज के निर्माण का निर्णय लिया,जो न्यायसंगत नहीं  है। उन्होंने कहा मेरे विधायक कार्यकाल में पर्यटन परियोजनाओं के पहले चरण के लिए 77 एकड़ भूमि अधिग्रहण की मंजूरी प्राप्त करने की प्रक्रिया में राज्य सरकार,केंद्र सरकार के पर्यावरण और वन मंत्रालय और एमओईएफ के क्षेत्रीय कार्यालय के साथ दो साल की कड़ी मेहनत से मंजूरियां प्राप्त की। उसमें से भी सरकार ने नगर निगम को 6.5 करोड़ देना था,जो अभी तक नहीं दिया

उन्होंने बताया जब हमें सभी स्वीकृतियां मिल गईं – हमारी सरकार के दौरान टेंडर जारी किया गया । पर्यटन परियोजना के लिए अलग – अलग मंजूरी मिली । पर्यावरण मंजूरी दिनांक 23 जनवरी 2017,एमओईएफ चंडीगढ़ के क्षेत्रीय कार्यालय से वन मंजूरी दिनांक 10 अगस्त 2020 और उसके बाद निविदा जारी होने की तिथि 20 मई 2021। जब हमें अंततः मंजूरी मिली तो मुझे खुशी हुई, क्योंकि यह बांध क्षेत्र में पर्यावरण मंत्रालय द्वारा अनुमोदित होने वाली दूसरी इको टूरिज्म परियोजना थी। लेकिन दुर्भाग्य से कोरोना का दौर शुरू हो गया । पर्यटन उद्योग महामारी से बुरी तरह प्रभावित हुआ ।

उन्होंने कहा इस परियोजना में 2000 करोड़ रुपये का निवेश लाने की क्षमता है और मेरी ओर से मुख्यमंत्री साहब से अनुरोध कि वे इस पर काम करें और परियोजना को नष्ट न करें,मुख्यमंत्री के व्यान की मैं यहां 20 करोड़ रुपये का निवेश कर रहा हूं और कॉटेज बना रहा हूं,यह स्थानीय युवाओं और स्थानीय व्यवसायों और स्थानीय क्षेत्र के विकास के साथ अन्याय होगा।

विज ने कहा मुझे सभी स्वीकृतियाँ प्राप्त करने में मुझे लगभग वर्षों का समय लग गया। अगर पेप्सी जैसा प्रोजेक्ट पठानकोट आ सकता है और अगर सीएम हिमाचल पेप्सी का प्रोजेक्ट इंदौरा जैसा श्रेणी सी औद्योगिक क्षेत्र में निवेश ला सकते हैं तो यहां क्यों नहीं?

वीर बालदिवस पर बच्चों को दिखाई ‘चार साहिबजादे‘ फिल्म

डेमोक्रेटिक फ्रंट, जयपुर – 28 दिसम्बर  :

आज ह्यूमन लाईफ फाऊण्डेशन द्वारा सै. 263 प्रताप नगर विकास समिति के सहयोग से प्रतापनगर में वीर बालदिवस कार्यक्रम मनाया गया जिसमें 200 से अधिक बालक बालिकाओं भाग लिया। ह्यूमन लाईफ फाउण्डेशन के संस्थापक हेमराज चतुर्वेदी नेे बताया कि मुख्य अतिथि द्वारा गुरूगोविन्द सिंह के छोटे साहिबजादों बाबा जोरावर सिंह एवं बाबा फतेह सिंह के चित्र के समक्ष द्वीप प्रज्ज्वलित किया गया। तत्पश्चात उपस्थित सभी अतिथि एवं आगतुकों ने चित्र पर पुष्पान्जली अर्पित कर उन्हें प्रमाण किया।

इसके बाद इस्लाम कुबूल ना करने के कारण, सरहिन्द के नवाव वजीर खान द्वारा दोेंनों वीरों को दीवार में जिन्दा चिनवा देने की अमावनीय घटना को ‘चार साहिबजादे‘ फिल्म के माध्यम से सभी बच्चों एवं आगंतुकों को दिखाया गया। औरंगजेब के शासन में नवाव वजीर खान के निरंतर अत्याचारों के बाद भी दोनों साहिबजादों द्वारा सिखधर्म न त्यागने की कहानी सुनकर उपस्थित सभी सहभागी भावविभोर हो गये। तत्पश्चात उनकी याद में बच्चों ने ’’कहीं पर्वत झुके भी हैं’’ जैसे गीतों ओजश्वी गीतों पर नृत्य प्रस्तुतियां दी।

मुख्यअतिथि भारतरक्षा मंच के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष श्री लक्ष्मीनारायण शर्मा ने काव्यगान प्रस्तुत कर सभी को जागाने का प्रयास किया और घटना की विवेचना कर हुए कहा कि गुरू गोबिन्द सिंह के वचन कि ’यह घटना मुगलिया हुकूमत के अंत का कारण बनेगी’, बिल्कुल सत्यसिद्ध हुई। ऐसा हुआ भी। गुरूपुत्रों के बलिदान के बाद सिख ही नहीं अपितु समस्त सनातन पंथियों में जागृति की चिंगारी फूट पडी और मुगलशासन की नींव हिलगई और धीरे धीरे कमजोर होकर अंततः खत्म हो गया।

अतिथि प्रो. श्याम मोहन अग्रवाल ने कहा कि देश धर्म की रक्षा के लिए सर्वाधिक बलिदान सिखों ने दिये हैं। उनके अमर इतिहास को जन जन तक पहुँचाना चाहिए। मनीष विजयवर्गीय ने वीरबाल दिवस मनाने को महान कार्य बताया। श्री सी एल सेन ने कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए आयोजन को सफल बनाने के लिए सभी का धन्यवाद किया। हेमराज चतुर्वेदी ने ’’जागो तो इक बार जागो जागो तो’’ सहगान प्रस्तुत कर बच्चों को जगाया। अंत में बच्चों को लंगर प्रसादी के पेकेट वितरित किये गये

वरिष्ठ नागरिक काव्य मंच चण्डीगढ़ इकाई की मासिक काव्य गोष्ठी

डेमोक्रेटिक फ्रंट, चण्डीगढ़- 28 दिसम्बर  :

वरिष्ठ नागरिक काव्य मंच (अंतर्राष्ट्रीय संस्था) चण्डीगढ़ इकाई की मासिक काव्य गोष्ठी का आयोजन 25 दिसंबर को माइंड वेदा स्टूडियो में किया गया जिसमे डॉक्टर श्रीमति चेतना वैष्णवी, जोकि पी जी आई से सेवानिवृत प्रोफेसर हैं चिकित्सा जगत में उनके लेखन को राष्ट्रिय व अंतरराष्ट्रीय स्तर पर एक विशेष मुकाम हासिल है इसके अतिरिक्त वो एक वरिष्ठ साहित्यकार हैं उनकी हिंदी और अंग्रेजी में 16 से अधिक पुस्तकें प्रकाशित हो चुकी हैं जिनमे 3 कविता संग्रह हैं कार्यक्रम की शुरूआत मुख्य अतिथि डा. वैष्णवी, वनकाम चण्डीगढ़ इकाई के अध्यक्ष श्री आर पी मल्होत्रा जोकि माता मनसा देवी श्राइन बोर्ड के मेम्बर भी है व श्री कंवल बिंदुसार, राष्ट्रीय सलाहकार वनकाम जोकि माइंड वेदा, बिफमा के संस्थापक भी हैं, द्वारा दीप प्रज्वलित करके की गई । सर्वप्रथम बिफमा की डायरेक्टर श्रीमति कृषिता बिंदुसार ने अपनी मधुर आवाज में सरस्वती/गणेश वन्दना गाकर सारा वातावरण भक्तिमय कर दिया । कविता पाठ से पूर्व, श्रीमति वीना मल्होत्रा पत्नी श्री आर पी मल्होत्रा, जी को, 2 मिनट का मौन रखकर श्रद्धांजलि अर्पित की गई , जो कि इसी माह इस नश्वर संसार से विदा हुई हैं, तत्पश्चात श्री कंवल बिंदुसार जी ने श्री नरेश नाज़ द्वारा स्थापित वनकाम के नियम, लक्ष्य और उससे जुड़ी अन्य संस्थाएं जिन की शाखाएं 42 देशों में हैं के बारे जानकारी दी और बताया की किस तरह कविता के माध्यम से पूरा विश्व एक प्लेटफार्म पर एकत्रित हो रहा है ।

कविता पाठ का आगाज श्रीमति रेणु अब्बी जी ने अपने विशेष अंदाज में, अपनी गज़ल, “नाम उनके ये जिंदगी कर दी” सुना कर किया । गेरा जी ने अपनी कविता “तितलियां परिंदे आते क्यों नहीं” द्वारा जीवन मृत्यु के रहस्य को सुंदर तरीके से उजागर किया, श्री मनोचा जी की कविता “वो पल” ने प्रातकाल की महिमा का गुणगान किया, सोमेश जी ने अपनी दिलकश आवाज में अपनी गज़ल “तोड़ना टूटे हुए दिल का” प्रस्तुत की, श्री ओ पी सिहाग जी ने सेना के जवानों के सम्मान में अपनी वीर रस की कविता “हिंदुस्तान के सिपाही” पेश की, श्रीमति कमलेश गेरा ने अपनी रचना “नारी तू महान है” से नारी शक्ति को आईने में उतार दिया, सक्सेना जी ने “लेटरबॉक्स” के गुणों और इतिहास पर काव्यात्मक शैली में ऐसा प्रकाश डाला कि पत्रों के पढ़ते समय की गुदगुदी का एहसास होने लगा इसी बीच मास्टर मनीष ने अपनी छोटी सी कविता से सभी लोगों को बैसाखी मेला दिखा दिया और बचपन याद करा दिया

वनकाम चंडीगढ़ इकाई की कार्यकारिणी ने भी अपनी अपनी रचनाएं प्रस्तुत कर सहभागिता की । राष्ट्रीय सलाहकार श्री कंवल बिंदुसार जी, ने श्री अटल बिहारी जी की 99वीं जन्मजयंती पर अटल जी की लिखी पंक्तियां उन्हीं के अंदाज में सुनाकर उन्हे याद किया फिर अपनी रचना “एहम का वहम” सुना कर सभी को अपने अंदर झांकने पर मजबूर कर दिया । अध्यक्ष श्री आर पी मल्होत्रा जी ने अपनी कविता में मानव के जीवन चक्र की तुलना सूर्योदय से सूर्यास्त तक करते हुए, कालचक्र के रचइता को नमन किया और सब को भाव विभोर कर दिया । उपाध्यक्ष श्रीमति उषा गर्ग ने समाज में फैलती नशे की आदत पर अपनी कविता “रलमिल करो उपराला” , बेहतरीन संदेश देते हुए प्रस्तुत की । महासचिव श्री सुरेश कुकरेजा “तन्हा” ने अपनी शानदार गज़ल “ढूंढोगे तो मिल ही जाएगी खुशी तो आस पास रहती है” सुनाकर खूब तालियां बटोरी । सचिव श्री रविंद्र जी, ने अपनी बहुत सुंदर रचना “किसी को बुरा न कहो दोस्तो” पेश कर सबको मंत्रमुग्ध कर दिया ।

मुख्य अतिथि, डा वैष्णवी ने भी अपनी भावों से भरी हुई एक कविता “मैं जीवित हूं” प्रस्तुत की, चिकित्सा जगत से जुड़ी इस महान हस्ती का हृदय इतना कोमल हो सकता है, यह अपने आप में एक मिसाल है । उन्होंने सभी सहभागियों को कविता की मशाल थामने के लिए बधाई दी और शुभकामनाएं दीं । श्री बिंदुसार जी व श्री मल्होत्रा जी ने मुख्य अतिथि का धन्यवाद करते हुए वनकाम की ओर से 3 पुस्तकें भेंट कर उनका सम्मान किया ।
गोष्ठी में उत्तम जल पान की व्यवस्था श्री बिंदुसार जी की ओर से की गई थी । मंच संचालन श्रीमति उषा गर्ग द्वारा अपने खूबसूरत अंदाज में किया गया जिसकी सब ने सराहना की । अंत में इस गोष्ठी के अध्यक्ष श्री सुरेश कुकरेजा “तन्हा” ने आए हुए सभी कवियों की रचनाओं की सार्थकता से रूबरू करवाया, एक सफल व सुनियोजित गोष्ठी के लिए सभी उपस्थित जनों का धन्यवाद किया और बधाई दी