नैशनल कॉलेज ऑफ़ आयुर्वेदा ने मनाया प्रथम स्नातक दिवस 

जगदीश असीजा, डेमोक्रेटिक फ्रंट, उकलाना – 21 दिसम्बर  :

नेशनल कॉलेज आफ आयुर्वेद एवं अस्पताल द्वारा प्रथम स्थापना दिवस हर्षोल्लास के साथ  मनाया।   कॉलेज के प्रथम बी.ए.एम.एस.  बैच 2016 को डिग्री वित्तरित की गयी।  इस अवसर पर मुख्यातिथि डॉ. संगीता नेहरा, डायरेक्टर, आयुष विभाग , हरियाणा एवं विशेष अतिथि डॉ. अशोक राणा रहे l  कॉलेज के डायरेक्टर  कृष्ण दुहन  ने सभी बच्चो को आशीर्वाद दिया एवं उज्जवल भविष्य की शुभकामनाये दी।   कॉलेज के प्रधानाचार्य डॉ. के. शिवा रामा प्रसाद  ने कहा कि यह कॉलेज सभी विद्यार्थियों से आशा करता है कि आप सब  ज्ञान ,क्षमता ,वेग एवं आत्मविश्वास के साथ चिकित्सा क्षेत्र में अपनी सेवाएं देंगे।   कार्यक्रम की अध्यक्षता डॉ. प्रवेश कुमारी ओहल्याण ने की एवं डॉ. ज्योति सिहाग द्वारा डिग्री प्राप्त करने वाले सभी विद्यार्थियों को निस्वार्थ भाव से समाज एवं राष्ट्र की सेवा करने की शपथ दिलवाई।  इस अवसर पर डॉ नीतू , डॉ मनोज ,डॉ ज्योति, डॉ निधि , डॉ शालिनी सहित सभी अध्यापकगण उपस्थित रहे।  सभी ने प्रसन्नता जाहिर की। 

कैबिनेट मंत्री कंवर पाल गुर्जर ने उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ की मिमिक्री मामले की निंदा

सुशील पण्डित, डेमोक्रेटिक फ्रंट, यमुनानगर 21             दिसम्बर  :

हरियाणा के कैबिनेट मंत्री कंवरपाल गुर्जर ने भारत के उपराष्ट्रपति की मिमिक्री करने की कड़े शब्दों में निंदा की है।कैबिनेट मंत्री ने कहा कि सदन के बाहर देश के उपराष्ट्रपति की मिमिक्री करके उपहास उड़ाना

और राहुल गांधी द्वारा इसकी वीडियो रिकॉर्डिंग करना बहुत निंदनीय है।उपराष्ट्रपति  जगदीप धनखड़ किसान व कमेरा वर्ग से संबंध रखते हैं। वे अति शालीनता में नम्रता के साथ सदन की कार्रवाई की अध्यक्षता करते हैं। सर्वोच्च संवैधानिक पद पर विराजमान व्यक्ति को लेकर ऐसा कृत्य करना अशोभनीय है ।जिस प्रकार का व्यवहार किया गया बिल्कुल गलत है और आज पूरा देश इसकी आलोचना कर रहा है। कैबिनेट मंत्री कंवरपाल गुर्जर ने कहा कि विपक्षी पार्टियों के इस गलत रवैये की पूरा देश आलोचना कर रहा है ,इस स्तर के लोगो को इस प्रकार का व्यवहार नही करना चाहिए यह बेहद अशोभनीय है।

साई मंदिर में विश्व का प्रथम मैथिली साईं भजन हुआ रिलीज़ 

डेमोक्रेटिक फ्रंट, चण्डीगढ़- 21 दिसम्बर  :

सेक्टर 29 स्थित श्री साई मंदिर में आज साईंवार को “मिथिला में साई” नामक दुनिया प्रथम मैथिली साईं भजन रिलीज़ किया गया। इस भजन के लेखक कृष्णदेव विद्यार्थी हैं व आवाज़ मुकेश झा की है जबकि निर्माता कृष्ण कुमार चौधरी हैं। मनोनीत पार्षद गीता चौहान, समाजसेवी दुर्गेश मिश्रा सहित मंदिर के पुजारियों व कमेटी के सदस्यों मुनीश गुप्ता व परवीन कुमार आदि ने नीलम रिकॉर्डिंग स्टूडियो द्वारा तैयार भजन को रिलीज़ किया। गीतकार कृष्णदेव विद्यार्थी ने बताया कि ये भजन सुप्रसिद्ध मैथिली कवि, विचारक व समाजसेवी स्व. योग नारायण लाल दास को समर्पित है। 

ब्लाइंड क्रिकेट : तेलंगाना और एमपी मैच का रोमांचक समापन

सरवन कुमार, डेमोक्रेटिक फ्रंट, चंडीगढ़, 21 दिसम्बर   :

चौथे दिन नेशनल टी-20 क्रिकेट टूर्नामेंट फॉर ब्लाइंड-ग्रुप डी में तेलंगाना और मध्य प्रदेश का मैच काफी रोमांचक रहा, जिसका फैसला आखिरी गेंद पर हुआ और आखिरी ओवर में तेलंगाना सिर्फ छह रनों से जीत गया।  पहले खेलते हुए तेलंगाना ने 20 ओवर में 2 विकेट पर 221 रन बनाए.  जवाब में मध्य प्रदेश 6 विकेट के नुकसान पर 215 रन तक ही पहुंच सकी.  तेलंगाना के निखिल बथुला को मैन ऑफ द मैच घोषित किया गया।  इस जीत के साथ, तेलंगाना मध्य प्रदेश और चंडीगढ़ को तीसरे और चौथे स्थान पर पछाड़कर दूसरे स्थान पर पहुंच गया।  पश्चिम बंगाल तालिका में सबसे नीचे 5वें स्थान पर है।

एक अन्य मैच में गुजरात ने चंडीगढ़ को 8 विकेट से हराया।  चंडीगढ़ ने पहले खेलते हुए 19.4 ओवर में 9 विकेट पर 128 रन बनाए।  गुजरात ने आसानी से यह लक्ष्य 12.1 ओवर में रन  बना कर हासिल कर लिया 

गुजरात के श्री जीना केसरे को मैन ऑफ द मैच घोषित किया गया।

गुजरात की यह लगातार तीसरी जीत है और वह ग्रुप रैंकिंग में पहले स्थान पर कायम है।

 कल चंडीगढ़ और तेलंगाना के बीच अहम मैच, रैंकिंग पर पड़ेगा असर  गुजरात भी टूर्नामेंट के पांचवें दिन पश्चिम बंगाल के खिलाफ आखिरी मैच खेलेगा।

यूनीक आर्ट्स ने सूचना, जनसंपर्क एवं भाषा विभाग, हरियाणा के सहयोग से नाटक ‘मोक्ष’ का मंचन किया 

संदीप सैनी, डेमोक्रेटिक फ्रंट, पंचकुला – 21 दिसम्बर  :

यूनीक आर्ट्स सोसाइटी द्वारा सूचना, जनसंपर्क एवं भाषा विभाग, हरियाणा के सहयोग से पंचकूला स्थित राजकीय कन्या वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय में नाटक ‘मोक्ष’ पेश किया गया। यह नाटक मां की ममता की अनूठी दास्तान है। एक अनकही, अबूझ सी अनोखी कशमकश है।

गोपाल और रमैया के बेटा कर्णेशप्रिय पैदा होता है। वह स्कूल जाने लगता है। अचानक एक दिन वह बीमार हो जाता है। वह न तो चल सकता है, न ही बोल सकता है। डॉक्टर इसे लाइलाज बीमारी बताते है। दोनों को चिंता रहती है कि उनके जाने के बाद उनके बेटे का क्या होगा? वे‌ कई सामाजिक संस्थाओं के पास जाते हैं कि उनके जाने के बाद उनके बेटे की परवरिश करें। लेकिन कहीं से कोई सकारात्मक जवाब नहीं मिलता। वह अपने बेटे के लिए कुछ भी करने को तैयार है, अपनी सारी जायदाद तक उस संस्था को देने की बात भी करते हैं जो उनके बेटे की  परवरिश कर सके। अचानक एक दिन उनके बेटे का कत्ल हो जाता है। रमैया और गोपाल से पूछताछ होती है। पुलिस गोपाल को गिरफ्तार करके ले जाती है। आखिर केस अदालत में चलता है। यह शक भी होता है कि  गोपाल ने ही कहीं अपने बेटे की हत्या तो नहीं कर दी। लेकिन कोई चश्मदीद गवाह न होने की वजह से अदालत उसे बाइज्जत बरी कर देती है। इसके बाद से गोपाल परेशान रहने लगता है कि आखिर कौन उसके बेटे की हत्या कर सकता है। बाद में पता चलता है कि हत्या उसकी पत्नी ने ही की है और उसकी पत्नी भी खुद को गोली मारकर खत्म कर लेती है। आखिर में गोपाल को एक लवारिस बच्ची मिलती है जिसे वो पालने की ठान लेता है और कहता है कि मोक्ष प्राप्ति के लिए लड़का जरूरी नही, लड़की भी बराबर का स्थान रखती है।

मनमोहन गुप्ता मोनी द्वारा लिखे गए इस नाटक का निर्देशन सोनिका भाटिया ने किया है। इसमें रजत सचदेवा, सोनिका भाटिया, सौरभ, सौदामिनी और लोकेश ने मुख्य भूमिकाएं निभाई। जसवीर जस्सी ने प्रकाश और ध्वनि का निर्देशन किया। गीतों को अपनी आवाज से निखारा संदीप कंबोज ने।

इस अवसर पर फोक सूफी गायक सुशील शर्मा, स्कूल की प्रधानाचार्य बलजिंदर कौर छात्राओं एवं अध्यापिकाओं के साथ विशेष रूप से उपस्थित रहीं।

भारतीय रेल कश्‍मीर घाटी को देश के शेष रेल नेटवर्क से जोड़ने के और करीब पहुँची 

ऊधमपुर-श्रीनगर-बारामूला रेल लिंक  परियोजना  में  महत्‍वपूर्ण उपलब्‍धि: 3209 मीटर लंबी टी-1 सुरंग का ब्रेक-थ्रू  सफलतापूर्वक किया पूरा

रघुनंदन पराशर, डेमोक्रेटिक फ्रंट, जैतो – 21 दिसम्बर  :

रेल मंत्रालय ने वीरवार को कहा कि उत्तर रेलवे ने ऊधमपुर-श्रीनगर-बारामूला (यूएसबीआरएल) रेल परियोजना के तहत निर्माणाधीन कटरा-बनिहाल सैक्‍शन के बीच टनल टी-1 का ब्रेक-थ्रू करके बड़ी उपलब्‍धि हासिल की है ।  20 दिसम्बर 2023 को 3209 मीटर लंबी सुरंग टी-1 के ब्रेक-थ्रू के दौरान लाइन और लेवल को सटीक तरीके से सफलतापूर्वक प्राप्‍त किया गया । यह शानदार उपलब्‍धि प्रगति और संपर्क विस्‍तार की दिशा में एक बड़ी छलांग साबित होगी । राष्‍ट्रीय रेल परियोजना के अंतर्गत उत्‍तर रेलवे के लिए कोंकण रेल निगम लिमिटेड द्वारा रियासी जिले में कटरा के निकट त्रिकुटा पहाड़ियों की तलहटी में  सुरंग टी-1 का निर्माण किया जा रहा है । ऊधमपुर-श्रीनगर-बारामूला रेल लिंक परियोजना के अंतर्गत यह ब्रेक-थ्रू इस लिहाज से एक शानदार उपलब्‍धि है कि इस परियोजना के लिए सभी आवश्‍यक सुरंगों को सफलतापूर्वक पूरा किया गया । 111 किलोमीटर के चुनौतीपूर्ण क्षेत्र वाला कटरा-रियासी के हिस्‍से के निर्माण के दौरान अनेक बाधाएं सामने आईं और इसके लिए वैश्‍विक विशेषज्ञों को भी साथ लेने की आवश्‍यकता पड़ी । हिमालयन मेन बाउंड्री थ्रस्‍ट से होकर गुजरने के कारण सर्वाधिक चुनौतीपूर्ण के रूप में जानी जाने वाली सुरंग टी-1 के निर्माण में अनेक भौगोलिक चुनौतियों, जिनमें दुर्गम क्षेत्र और सुरंग के अंदर से भारी मात्रा में आने वाले जल प्रवाह का भी सामना करना पड़ा । यह सुरंग निचले हिमालय से होकर गुजरती है और यह ज्‍वाइंटिड और फ्रैक्‍चर्ड डोलोमाइट वाली भी है । साथ ही, इसका लगभग 300 से 350 मीटर का बड़ा हिस्‍सा एक बड़े जलप्रपात, जिसे कि मेन बाउंड्री थ्रस्‍ट के रूप में जाना जाता है, से होकर गुजरता है । भारी जल प्रवाह वाले इस जलप्रपात की उपस्‍थिति के कारण इस हिस्‍से में सुरंग की खुदाई का कार्य बेहद चुनौतीपूर्ण रहा । प्रारंभ में, इस सुरंग की खुदाई परंपरागत एनएटीएम टनलिंग फिलोस्‍फी पद्धति से की गई । किंतु मेन बाउंड्री थ्रस्‍ट के विस्‍को-इलास्‍टिक प्‍लास्‍टिक मीडिया को व्‍यवस्‍थित करने के लिए इसे डीप ड्रेनेज पाइपों, अम्‍ब्रेला पाइप रूफिंग, केमिकल ग्राउटिंग, फेस बोल्‍टिंग, मल्‍टीपल ड्रिफ्ट वाली सिक्‍वेंसियल एक्‍सकेवेशन, रिजिड सपोर्ट और शॉटक्रेटिंग इत्‍यादि  द्वारा खोदी जाने वाली आई-सिस्‍टम प्रणाली से पूरा किया गया । सुरंग की आई सिस्‍टम प्रणाली को अपनाकर एमबीटी के जरिए सुरंग टी-1 की खुदाई का कार्य सफलतापूर्वक पूरा किया गया और इस प्रकार कटरा से बनिहाल तक नई रेल लाइन के निर्माण की दिशा में एक नई उपलब्‍धि हासिल की गई । इस सुरंग के ब्रेक-थ्रू को इस राष्‍ट्रीय परियोजना की एक बड़ी उपलब्‍धि के रूप में देखा जा रहा है । इस उपलब्‍धि से कश्‍मीर घाटी को शेष भारत के रेल नेटर्वक से जोड़ने का स्‍वप्‍न साकार हो जाएगा । इस सुरंग का निर्माण ऊधमपुर-श्रीनगर-बारामूला रेल लिंक परियोजना के व्‍यापक संदर्भों में बेहद उल्‍लेखनीय है । इसके अंतर्गत कटरा और बनिहाल के बीच 38 सुरंगों का निर्माण शामिल है । इस रेलमार्ग पर सभी सुरंगों का निर्माण पूरा कर लिया गया है । इस परियोजना में बेहतर नियोजन और विभिन्‍न इंजीनियरिंग तकनीकों का इस्‍तेमाल करके बेहद लंबी और भौगोलिक दृष्‍टि से सर्वाधिक चुनौतीपूर्ण 3209 मीटर लंबी टी-1 सुरंग की खुदाई का कार्य अब सफलतापूर्वक पूरा कर लिया गया है । यह भारतीय रेल की ढांचागत प्रगति की प्रतिबद्धता को दर्शाता है ।आज तक, खुदाई का 318 मीटर और कंकरीट लाइनिंग का 680 मीटर कार्य को बैलेंस कर लिया गया है । शेष कार्य पूरी रफ्तार से दिन-रात चल रहा है । भारतीय रेल कश्‍मीर घाटी को देश के शेष रेल नेटवर्क से जोड़ने के और करीब पहुँच रही है ।

बाल भिक्षावृत्ति की रोकथाम के लिए शपथ दिलाई

डेमोक्रेटिक फ्रंट, चण्डीगढ़- 21 दिसम्बर  :

स्नातकोत्तर सरकारी कॉलेज, सेक्टर 46, चण्डीगढ़ में आज चण्डीगढ़ मिशन वात्सल्य योजना, कानून नीतियों और बाल कल्याण और संरक्षण के लिए योजनाओं के कार्यान्वयन को सुनिश्चित करने के लिए, प्रिंसिपल डॉ. आभा सुदर्शन ने शिक्षण, गैर-शिक्षण कर्मचारियों और छात्रों को बाल भिक्षावृत्ति की रोकथाम के लिए शपथ दिलाई। इस अवसर पर डीन डॉ. राजेश कुमार और उप प्राचार्य डॉ. बलजीत सिंह भी उपस्थित थे।

चार साहिबजादों की छोटी उम्र में शहीदी के सबक बहुत बड़े हैं : डॉ. संदीप संधू

चण्डीगढ़ विकास समिति द्वारा चार साहिबजादों की शहीदी, भारत रत्न वाजपेई और पंडित मालवीय को समर्पित अभियान की घोषणा

डेमोक्रेटिक फ्रंट, चण्डीगढ़- 21 दिसम्बर  :

देश और धर्म की रक्षा के लिए अपने प्राण न्यौछावर करने वाले महापुरुषों की पावन स्मृति में चण्डीगढ़ विकास समिति ने सामाजिक और धार्मिक कार्यक्रम करने की घोषणा की है। पूरे सप्ताह अलग-अलग कार्यक्रमों का आयोजन विभिन्न स्थानों पर किया जाएगा। 

चण्डीगढ़ विकास समिति ने आज चण्डीगढ़ प्रेस क्लब में आयोजित एक पत्रकार वार्ता में मीडियाकर्मियों से बातचीत करते हुए समिति की ओर से सप्ताहभर किए जाने वाले कार्यक्रमों की घोषणा की। संस्था की अध्यक्ष डॉ. संदीप संधू ने कहा कि कार्यक्रम चार साहिबजादों की वीरतापूर्ण विरासत, भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेई और पंडित मदन मोहन मालवीय को समर्पित किए जाएंगे। कार्यक्रमों का आयोजन समिति प्रधान डा. संदीप संधू के नेतृत्व में किया जाएगा।

इस मौके पर डॉ. संदीप संधू ने कहा कि 23 दिसंबर को मनीमाजरा में गुरु का लंगर लगाया जाएगा, जोकि सामुदायिक प्रेम और एकता को प्रदर्शित करता है। 24 दिसंबर को स्कूलों में पुस्तकों का वितरण किया जाएगा। पुस्तकें बांटने का मकसद चार साहिबज़ादे की प्रेरणादायक गाथा को युवा पीढ़ी के साथ साझा करना, साहस और धार्मिकता की भावना को बढ़ावा देना है। इसी प्रकार 25 दिसंबर को भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेई और पंडित मदन मोहन मालवीय का जयंती समारोह मनाया जाएगा। इस दिन स्वास्थ्य जांच और रक्तदान शिविर का आयोजन किया जाएगा। उन्होंने बताया कि 26 दिसंबर को सेक्टर 45 में गौशाला के नजदीक मजदूरों के लिए शिविर लगाकर चाय प्रसाद बांटा जाएगा। 27 दिसंबर को समिति की टीम जरूरतमंद और बेघर लोगों को कंबल भेंट करेगी ताकि ठंड के मौसम में उन्हें शारीरिक परेशानियों का सामना न करना पड़े। समिति की ओर से 28 दिसंबर को प्रधान डा. संदीप संधू के जन्मदिन के अवसर पर जुराबों और टोपियों का वितरण किया जाएगा। डा. संदीप संधु अपने जन्मदिन की खुशियां जरूरतमंद लोगों के साथ सांझा करेंगी।

इस मौके पर प्रधान डा. संदीप संधू ने कहा कि  चार साहिबजादों की दुनिया के इतिहास मे अब तक की सबसे छोटी उम्र में शहीदी हमें यह सिखाती है की जब बात अपने देश व धर्म पर आए तब उसकी रक्षा मे कुछ भी आड़े नहीं आना चाहिए।

इस अवसर पर संथा के पदाधिकारी प्रदीप शर्मा-संरक्षक, ब्रह्मजीत कालिया-चेयरमैन, अभिषेक सरथा-महासचिव, डॉ.आर.के.शर्मा, प्रतीक मलिक,अमिताभ द्विवेदी, नौशाद अली-उपप्रधान, अधीश जिंदल-कोषाध्यक्ष, फर्मिला-महिला संयोजिका व डॉ. उमंग विश्नोई-महिला सह संयोजिका भी उपस्थित रहे।

मॉब लीचिंग पर अमित शाह ने फांसी का कानून बनाकर देश व जनता को सुरक्षित किया : शांडिल्य 

  •  विश्व हिंदू तख्त प्रमुख वीरेश शांडिल्य ने गृह मंत्री अमित शाह को पत्र लिखकर मांग की है कि झूठी शिकायतें देने वाले व झूठी जांच करने वालों को लेकर भी आईपीसी में बदलाव किया जाए
  • नए कानून देश में राम राज स्थापित करेंगे : शांडिल्य 

कोरल ‘पुरनूर’, डेमोक्रेटिक फ्रंट, पंचकुला – 21 दिसम्बर  :

विश्व हिंदू तख्त के अंतर्राष्ट्रीय प्रमुख व एंटी टेरोरिस्ट फ्रंट इंडिया के राष्ट्रीय अध्यक्ष वीरेश शांडिल्य ने देश के गृह मंत्री अमित शाह ने जो अंग्रेजों के थोपे हुए कानून में बदलाव करते हुए अब मॉब लिचिंग पर फांसी का प्रावधान किया है यह देश व जनता को सुरक्षित करेगा। शांडिल्य आज पालिका विहार स्थित निवास पर पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे, उन्होंने कहा कि पहले भीड़ की सकल में लोगों पर हमला करते थे। घरों में आग लगा दी जाती थी जिसमें बहुत से लोग मौत के मुंह में चले जाते थे लेकिन अमित शाह ने आईपीसी में बदलाव करते हुए जो संसद में कानून पेश कर जो मॉब लिचिंग पर फांसी देने का कानून बनाया यह देश की अमन शांति के लिए मील का पत्थर साबित होगा। विश्व हिंदू तख्त के अंतर्राष्ट्रीय प्रमुख व एंटी टेरोरिस्ट फ्रंट इंडिया के राष्ट्रीय अध्यक्ष वीरेश शांडिल्य ने कहा कि 1947 के बाद मोदी के नेतृत्व में अमित शाह ने अंग्रेजों के थोपे हुए कानून को बदला इससे निश्चित तौर पर भारत में राम राज व कानून का राज आएगा। 

शांडिल्य ने कहा कि विश्व हिंदू तख्त अमित शाह को सरदार पटेल अवार्ड से सम्मानित करेगी और आज मोदी व अमित शाह के नेतृत्व में भारत सोने की चिड़िया नहीं सोने का शेर बन रहा है। विश्व हिंदू तख्त प्रमुख वीरेश शांडिल्य ने आज गृह मंत्री अमित शाह को पत्र भेज कर मांग की है कि जो लोग महिलाएं हो या पुरूष झूठी शिकायत घिनौने आरोपों मे देते हैं उन्हें भी कानून में बदलाव लाकर झूठी शिकायत देने वालों को दस साल की सजा का प्रावधान करें क्योंकि देश में पुलिस से मिलकर किसी की भी जिंदगी से खिलवाड़ कर झूठी शिकायत देकर पुलिस एफआईआर दर्ज कर लेती थी, और पुलिस झूठी एफआईआर कर, झूठी मनघढ़ंत व फर्जी जांच कर चालान अदालतों में देने वाले पुलिस अधिकारियों के खिलाफ भी दस साल की सजा का प्रावधान व सरकारी सेवा खत्म करने का कानून गृह मंत्री अमित शाह लाएं। वहीं वीरेश शांडिल्य ने कहा कि अमित शाह ने पुलिस जांच वीडियो ग्राफी से करने का जो कानून बनाया उसका भी विश्व हिंदू तख्त व एंटी टेरोरिस्ट फ्रंट इंडिया स्वागत करता है। और साथ ही शांडिल्य ने कहा कि अंग्रेजों के समय में बनी आईपीसी व सीआरपीसी दोनों का नाम बदलकर अमित शाह ने भारत को असली आजादी दी और आज मोदी सरकार में अमित शाह ने आज आजाद भारत को अंग्रेजों के कानूनों से मुक्त कर आजाद भारत के कानून समर्पित किए। शांडिल्य बोले कि ऐसा लगता है कि देश आज मोदी व अमित शाह के राज देश आजाद हुआ है।

अग्निपथ योजना पर पूर्व सेनाध्यक्ष जनरल नरवणे की चेतावनी को गंभीरता से ले सरकार : दीपेन्द्र हुड्डा

  •         हम वर्षों से जिस योजना को देश और फौज के लिये घातक बता रहे हैं, जनरल नरवणे ने उस पर मुहर लगा दी है – दीपेन्द्र हुड्डा
  •         मैने संसद में बार बार अग्निपथ योजना की खामियों और अग्निवीरों की पीड़ा को उठाया, लेकिन सरकार ने इस पर चर्चा भी नहीं होने दी – दीपेन्द्र हुड्डा
  •         एक तिहाई अग्निवीरों ने मायूस होकर फौज को छोड़ा – दीपेन्द्र हुड्डा
  •         अग्निपथ योजना को तुरंत वापस ले सरकार और फौज में रेगुलर भर्ती करे, इसी में सेना अैर देश का हित है – दीपेन्द्र हुड्डा

डेमोक्रेटिक फ्रंट, चण्डीगढ़- 21 दिसम्बर  :

सांसद दीपेन्द्र हुड्डा ने पूर्व सेना प्रमुख जनरल मनोज मुकुंद नरवणे की नई किताब ‘फॉर स्टार्स ऑफ डेस्टिनी’ में अग्निपथ योजना के संबंध में हुए खुलासों पर चिंता जाहिर करते हुए कहा कि अब भी समय है, सरकार पूर्व सेनाध्यक्ष जनरल नरवणे की चेतावनी को गंभीरता से ले। हम वर्षों से जिस योजना को देश और फौज के लिये घातक बता रहे हैं, जनरल नरवणे ने उस पर मुहर लगा दी है। दीपेन्द्र हुड्डा ने कहा कि मैने संसद में बार-बार अग्निपथ योजना की खामियों और अग्निवीरों की पीड़ा को उठाया, लेकिन सरकार ने इस पर चर्चा भी नहीं होने दी। अग्निपथ योजना में अग्निवीरों को दिये जाने वाली सुविधाओं और अर्हता में गंभीर विसंगतियाँ सामने आ रही हैं। इस योजना द्वारा शहीद के बलिदान में भी भेदभाव हो रहा है। चिंता का विषय है कि एक अग्निवीर सैनिक व एक नियमित सैनिक की शहादत होने पर शहीद के परिवार को मिलने वाली अनुग्रह राशि में भारी अंतर है और अग्निवीर शहीद को सरकार शहीद का दर्जा भी नहीं दे रही है। शहादत होने पर उनके परिवार को पेंशन या सैन्य सेवा से जुड़ी कोई और सुविधा भी नहीं मिल रही है। दीपेन्द्र हुड्डा ने सरकार से फिर अपील करी कि अग्निपथ योजना को तुरंत वापस लिया जाए और फौज में रेगुलर भर्ती की जाए, इसी में सेना अैर देश का हित है।

उन्होंने आगे कहा कि हम लगातार कहते आए हैं शहीद-शहीद के बलिदान तक में भेदभाव करने वाली अग्निपथ योजना देश के युवाओं के मनोबल व उनके भविष्य, देश की सेना और देश की सुरक्षा को सीधे तौर पर प्रभावित कर रही है। दीपेन्द्र हुड्डा ने कहा कि रेगुलर सैनिक का मनोबल उंचा रहता है इसका कारण ये है कि उसे इस बात का अहसास रहता है कि अगर वो देश के लिए शहीद हो गया तो उसकी पत्नी, बच्चे, माता-पिता को सरकार संभालेगी। लेकिन, यदि अग्निवीर सैनिक का बलिदान हो जाता है तो सरकार से उसको कोई सुविधा नहीं मिलती। अग्निवीर सैनिक को ड्यूटी के दौरान ग्रेच्युटी व अन्य सैन्य सुविधाएं और पूर्व सैनिक का दर्जा व पूर्व सैनिक को मिलने वाली सुविधाएं मिलने का भी कोई प्रावधान नहीं है। यही कारण है कि भर्ती हुए अग्निवीरों में इतनी निराशा, हताशा और रोष है कि एक तिहाई अग्निवीर मायूस होकर ट्रेनिंग बीच में ही छोड़कर वापस घर लौट रहे हैं। यही नहीं देश भर के युवा अपने भविष्य को लेकर आशंकित हैं।

पूर्व सेना प्रमुख जनरल नरवणे ने अपनी किताब में लिखा है कि अग्निपथ योजना की घोषणा थल सेना के लिए तो हैरान करने वाली थी, लेकिन नौसेना और वायु सेना के लिए ये एक झटके की तरह आई। उन्होंने कहा कि आर्म्ड फोर्सेस का मानना था कि चार साल के कार्यकाल के बाद बड़ी संख्या में कर्मियों को सेवा में रखा जाना चाहिए और बेहतर वेतन दिया जाना चाहिए, लेकिन योजना में इसका उल्टा हुआ। उन्होंने उस बात की भी पुष्टि कर दी कि इस विनाशकारी नीति से सीधे तौर पर प्रभावित होने वालों से विचार-विमर्श किए बिना ही अग्निपथ / अग्निवीर योजना को जबरन थोप दिया गया। अपने संस्मरण में पूर्व सेना प्रमुख नरवणे ने ये भी बताया है कि शुरुआत में अग्निवीरों के लिए पहले साल की सैलरी 20 हजार रुपये प्रतिमाह तय की गई थी। इसमें उन्हें अलग से कोई और भुगतान देने का प्रावधान नहीं था। जनरल नरवणे ने इस बारे में लिखा है कि “ये बिल्कुल स्वीकार करने लायक नहीं था। यहाँ हम एक प्रशिक्षित सैनिक की बात कर रहे थे जिससे उम्मीद की जाती है कि वो देश के लिए अपनी जान दे दे। सैनिकों की तुलना दिहाड़ी मजदूरों से नहीं की जा सकती है। सेना की मजबूत सिफारिशों के बाद ही सरकार ने अग्निवीर की सैलरी 30 हजार रुपये की।”