शिक्षक-धन्यवाद व सम्मान-दिवस
- श्री सिद्धिविनायक एजुकेशनल ट्रस्ट द्वारा वार्षिक उत्सवो की गतिविधिओ के लिये शिक्षक-धन्यवाद व सम्मान-दिवस का किया आयोजन
सुशील पण्डित, डेमोक्रेटिक फ्रंट, यमुनानगर -30 दिसम्बर :
सेंट लारेंस इंटरनेशनल स्कूल, पाबनी रोड़, जगाधरी, सेंट लारेंस स्मार्ट कान्वेंट स्कूल व गुरुकुल यमुनानगर, बिलासपुर के संयुक्त तत्वाधान में स्कूल की चेयरपर्सन डॉ० रजनी सहगल की अध्यक्षता में वार्षिक उत्सवों व वर्ष भर हुई गतिविधिओ के लिये शिक्षकों के धन्यवाद में ‘सम्मान दिवस’ समारोह का भव्य आयोजन किया गया। इस अवसर पर वर्ष भर हुई गतिविधिओ में उत्कृष्ट कार्य करने वाले शिक्षकों को सम्मानित किया गया। सभी पदाधिकारियों ने भगवान गणेश और माँ सरस्वती के चरणों में दीप प्रज्वलित, पुष्पांजलि अर्पित कर और प्रार्थना कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। वार्षिक समारोहों की उत्कृष्ट प्रस्तुतियों के लिए चेयरपर्सन डा रजनी सहगल ने सभी शिक्षक और शिक्षणेत्तर सदस्यों की प्रशंसा की और उन्हें ट्राफी प्रदान कर सम्मानित किया। साथ ही उन्होंने शिक्षकों के उत्साहवर्धन के लिए विभिन्न पुरुस्कारो की घोषणा भी की।इस अवसर पर शैली चौहान, राखी बांगा, ममता बत्रा, ज्योति बाला, मनदीप कौर, रेनू, गुरजीत कौर, योगिता, प्रियंका विर्क, भावना बंसल, मीनू गेरा, निशा, श्वेता, मंजू, रजनी गुप्ता, लिली मैरी, रजनी शर्मा, पदमा, पूजा देवी, जगमीत कौर, पिंकी बंसल, हीना, रमन, आशा, अनीता, डेज़ी शर्मा, लखविंदर कौर, ब्रह्मकान्ति शर्मा, चितवन कम्बोज, करमन, रजनी बाला को विभिन्न श्रेणियों के अंतर्गत पुरुस्कृत किया गया।
चेयरपर्सन डा रजनी सहगल ने कहा कि शिक्षकों को सम्मान प्रदान करने का उद्देश्य शिक्षकों के योगदान के लिए उनकी सराहना करना है जिन्होंने स्कूली शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार किया है, और कड़ी मेहनत से अपने छात्रों के जीवन को समृद्ध बनाया है। साथ ही उन्होंने बताया कि आज के समय में पूरी टीम को प्रेरित और उत्साहित रखना एक कठिन कार्य है। सभी नियमित रूप से अपने दैनिक कार्यों से गुजरते हुए तनाव महसूस न करे और पूरी टीम हर समय ऊर्जावान रहे, इसके लिए इस प्रकार की गतिविधियों की आवश्यकता होती है जिससे टीम की गतिशीलता पर सकारात्मक प्रभाव पड़ता है।
विख्यात शिक्षाविद डा एम् के सहगल ने उत्कृष्ट कार्य करने वाले अध्यापकों को बधाई दी और भविष्य में और अधिक मेहनत करने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने अपने सम्बोधन में कहा कि शिक्षक शिष्य के जीवन में अंधकार को मिटाकर प्रकाश फैलाते हैं। जिस तरह व्यक्ति इच्छा प्राप्ति के लिए ईश्वर की भक्ति करता है, उसी तरह व्यक्ति को जीवन में सफल होने के लिए बेहतर शिक्षक की आवश्यकता होती है और एक बार वह मिल जाए, तो व्यक्ति अपने जीवन में सब कुछ हासिल कर सकता है। शिक्षक का विद्यार्थी के जीवन में विशेष महत्व है क्यूंकि गुरु के बिना ज्ञान नहीं मिलता है और उनकी शरण में रहने से व्यक्ति जीवन में अवश्य सफल होता है। उन्होंने सभी शिक्षकों को नववर्ष की शुभकामनाये दी और उज्जवल भविष्य की कामनाएं की ।
कार्यक्रम के दौरान शिक्षकों ने संगीत के कार्यक्रम पेश कर कार्यक्रम की मधुरता को और बढ़ाया। इस अवसर पर प्रबंधन समिति द्वारा शिक्षक और शिक्षणेतर सदस्यों के लिए भोजन की व्यवस्था की गयी। इस अवसर पर स्वरांजलि सहगल, विक्रांत गुलाटी, मीना, गगन बजाज, डॉ. जी. बी. गुप्ता, दीपक शर्मा मोजूद रहे।