पवन सैनी, डेमोक्रेटिक फ्रंट, हिसार – 25 दिसम्बर :
पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने राष्ट्र को लेकर जो सपने संजोए थे, वो आज नरेंद्र मोदी देश के प्रधानमंत्री के तौर पर काम करते हुए पूरे कर रहे हैं। वाजपेयी के दिखाए रास्ते पर ही आज सरकार चल रही है, जिससे कह सकते हैं कि वर्तमान परिदृश्य में अटल जी के विचारों की प्रासंगिकता आज भी उतनी ही है। यह बात सार्वजनिक उपक्रम ब्यूरो के चेयरमैन वरिष्ठ नेता सुभाष बराला ने सोमवार को लुवास के सभागार में भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी की जयंती के अवसर पर आयोजित विचार गोष्ठी में बतौर मुख्यातिथि संबोधित करते हुए कही।
अटल विचार जागृति मंच के तत्वाधान में आयोजित इस गोष्ठी की अध्यक्षता लुवास के कुलपति डॉ विनोद वर्मा ने की, वहीं हरियाणा विधानसभा के डिप्टी स्पीकर रणबीर गंगवा, राज्यसभा सांसद जनरल डॉ डीपी वत्स, विधायक जोगीराम सिहाग, मेयर गौतम सरदाना व भाजपा जिलाध्यक्ष कैप्टन भूपेंद्र सिंह, चेयरमैन ईश्वर मालवाल ने बतौर विशिष्ट अतिथि शिरकत की। मंच के अध्यक्ष राकेश बंसल व टीम ने अतिथियों का स्वागत किया और वाजपेयी जी की 51 कविताओं के संकलन वाली पुस्तक भेंट कर सम्मानित किया। अतिथियों ने मां सरस्वती की प्रतिमा सम्मुख दीप प्रज्जवलित कर कार्यक्रम शुरू किया, वहीं समापन पर राष्ट्रगान हुआ।
इस मौके पर गायककार रामकेश जीवनपुरिया द्वारा रचित हरियाणवी गीत का भी विमोचन किया गया। सभी वक्ताओं ने अपने संबोधन में पूर्व प्रधानमंत्री से जुड़े संस्मरण सांझा करते हुए उनके जीवन पर प्रकाश डाला। वहीं मुख्य अतिथि बराला ने वाजपेयी जी के साथ बिताए अपने पलों को याद करते हुए कहा कि वाजपेयी शांति की बात के साथ-साथ क्रांति की भी बात करते थे। अध्यापक के घर जन्मे अटल जी एक कवि, पत्रकार और एक राजनेता के तौर पर बहुमुखी प्रतिभा के धनी थे।
पंडित दीनदयाल उपाध्याय ने अंत्योदय का विचार दिया। उसे सही मायनों में आगे वाजपेयी जी ने बढ़ाया और आज विकसित भारत जन संकल्प यात्रा में अंत्योदय की झलक साफ तौर पर देखने को मिल रही है। सरकार ने नागरिकों को बेहतर प्रशासनिक व्यवस्था उपलब्ध करवाने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं। सरकार ने अंत्योदय की भावना से कार्य करते हुए गरीब एवं जरूरतमंद लोगों के जीवन स्तर में सुधार लाने के लिए विभिन्न योजनाओं एवं कार्यक्रमों को भी प्रभावशाली ढंग से लागू किया है। बराला ने इस बात पर जोर दिया कि भारत और अटल जी का परिचय कोई अलग नहीं है और उनका अखंड भारत का सपना भी हम और आप बहुत जल्द पूरा होता देखेंगे। अंत में उन्होंने आह्वान किया कि भारत को पूर्ण वैभव पर ले जाने के वाजपेयी जी के सपने को पूरा करने को लेकर प्रत्येक नागरिक को अपना योगदान देना चाहिए।