सेंट लारेंस इंटरनेशनल स्कूल के साप्ताहिक वार्षिकोत्सव एवं पुरस्कार वितरण समारोह का हर्षोउल्लास से समापन

सेंट लारेंस इंटरनेशनल स्कूल व श्री सिद्धिविनायक ग्रुप के साप्ताहिक वार्षिकोत्सव एवं पुरस्कार वितरण समारोह का हर्षोउल्लास से समापन:- डॉ एम. के. सहगल

सुशील पण्डित, डेमोक्रेटिक फ्रंट, यमुनानगर 25              दिसम्बर  :

सेंट लारेंस इंटरनेशनल स्कूल, पाबनी  रोड़, जगाधरी, शाहपुर-बिलासपुर व गुरुकुल यमुनानगर में साप्ताहिक वार्षिकोत्सव एवं पुरस्कार वितरण समारोह ‘अभिव्यक्ति’ का समापन हर्ष और उल्लास से किया गया। कार्यक्रम के दौरान विशिष्ठ अतिथि के तौर पर हरियाणा समाज कल्याण बोर्ड की अध्यक्षा मलिक रोज़ी आनंद,  सीनियर एडवोकेट ज्ञान चंद वर्मा,  प्रख्यात स्पाइन सर्जन डा रमनीश कोहली, कोहली अस्पताल, चेयरपर्सन सेसिल कान्वेंट स्कूल सविता गोयल,  पूर्व चेयरमैन नगर पालिका जगाधरी दर्शन लाल खेड़ा, यमुनानगर जगाधरी चैम्बर ऑफ़ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री के प्रधान व् के आयरन इंजीनरिंग लिमिटेड के डायरेक्टर  प्रणव चंद्रा ने शिरकत की। कार्यक्रम का शुभारंभ सिद्धिविनायक गणेश और माँ सरस्वती के चरणों में दीप प्रज्वलित कर एवं पुष्पांजलि अर्पित करके किया गया। स्वरांजलि सहगल एव डा. जी.बी.गुप्ता द्वारा विशिष्ठ अतिथियों के जीवन की उप्लब्धियों के बारे में विस्तार से बताया गया। तत्पश्चात स्कूल प्रबंधन समिति द्वारा उपस्थित  अतिथियों को शाल, नारियल व स्मृति चिह्न देकर सम्मानित किया गया। साथ ही इस अवसर पर मुसिम्बल सरपंच हवा सिंह, तलाकोर सरपंच संदीप कुमार,  मेहलांवाली सरपंच धर्मपाल सिंह को भी सम्मानित किया गयाI स्कूल परिसर में आयोजित उत्सव में रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन आकर्षण का केंद्र रहे  जिसमें छात्राओं ने अपनी बहुमुखी प्रतिभा का प्रदर्शन कर सभी का मन मोह लिया।  विशिष्ट अतिथि व स्कूल प्रबंधन समिति द्वारा मेधावी विद्यार्थियों  को पुरस्कार स्वरूप ट्रॉफी प्रदान की गयी  व उनके उज्वल भविष्य के लिए आशीर्वाद प्रदान किया गया।विख्यात शिक्षाविद डा एम् के सहगल ने अपने आह्वान में सभी अतिथियों का स्वागत और अभिनन्दन किया तथा कहा कि विद्यालय का उद्देश्य मानव जीवन के सभी पहलुओं को ऊपर उठाना और पूर्ण करना है। विद्यालय द्वारा अकादमिक उत्कृष्टता और छात्रों के सर्वांगीण विकास पर भरपूर जोर दिया जाता है। विद्यार्थियों  को नृत्य, संगीत, कला, संचार, खेल और सह- पाठयक्रम गतिविधियों में अपनी प्रतिभा विकसित करने के लिए सभी अवसर प्रदान किये जाते है। चेयरपर्सन डा रजनी सहगल ने कहा कि शिक्षा का उद्देश्य व्यक्ति का सर्वागीण विकास करना होता है। सांस्कृतिक कार्यक्रम भी पाठ्यक्रम का एक अभिन्न अंग हैं जिससे बच्चों के अंदर छिपी प्रतिभा निखर कर आती है।सम्मानित अतिथि मलिक रोज़ी आनंद ने अपने संबोधन में कहा की बच्चो द्वारा प्रस्तुत किये गए सभी कार्यक्रम सराहनीय है। उन्होंने कहा कि  डा. सहगल स्वयं शिक्षाविद है इसीलिए वे और उनकी पूरी टीम बच्चो की प्रतिभा को सजाने, संवारने और निखारने में प्रयासरत है। उन्होंने बच्चों के परिजनों से अपील करते हुए कहा कि अपने  बच्चों को सही दिशा की ओर अग्रसर करने के लिए अच्छे-अच्छे संस्कारों के बारे में बताएं।ज्ञान चंद वर्मा ने अपने सम्बोधन में कहा कि कि शिक्षा ही वह धरोहर है जो व्यक्ति के व्यक्तित्व को निखारती है। आज के इस दौर भी शिक्षा के बिना कुछ भी नहीं है। बच्चों को शुरू से ही कड़ी मेहनत करनी चाहिए, जिससे बड़े होकर वह अपने मां बाप के साथ साथ अपने क्षेत्र का नाम भी रोशन कर सकें। उन्होंने कहा कि स्कूल में इस तरह के कार्यक्रमों के आयोजन से बच्चों को मनोबल बढ़ता है।प्रणव चंद्र ने सभी छात्रों को अपनी प्रतिभा और कौशल दिखाने के लिए वार्षिक समारोह और अन्य गतिविधियों में भाग लेने के लिए प्रोत्साहित किया। उन्होंने विधालय द्वारा विद्यार्थियों की सौ प्रतिशत भागीदारी कराने की सोच को सराहा ।वशिष्ठ अतिथि  सविता गोयल ने विद्यार्थियों को प्रोत्साहित करते हुए कहा कि  ऐसे समारोहों में भाग लेकर बच्चों को अपनी प्रतिभा दिखाने का मौका मिलता है और इससे उनके मन में स्टेज पर जाकर किसी कार्यक्रम को प्रस्तुत करने का डर निकल जाता है।विशेष विशिष्ट अतिथि  डा रमनीश कोहली  ने सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत कर रहे विद्यार्थियों के अभिनय की सराहना की। साथ ही कहा कि  किसी भी क्षेत्र के विकास का मुख्य मूलमंत्र शिक्षा है। इसे ग्रहण कर अपना तथा अपने क्षेत्र का विकास किया जा सकता है।  शिक्षित व्यक्ति समाज और राष्ट्र का प्रतीक होता है।

विशिष्ट अतिथि दर्शन लाल खेड़ा ने विद्याथियों द्वारा प्रस्तुत किये गए सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रशंसा की और कहा कि निश्चित रूप से यहां के सभी शिक्षक विद्यार्थियों के सर्वांगीण विकास में कोई कसर नहीं छोड़ रहे है इसीलिए यहां इनका भविष्य सुरक्षित है।कार्यक्रम में विभिन्न नृत्य प्रस्तुतियों के जरिये संस्कृति को बढ़ावा दिया गया। साथ ही सामाजिक विषयों पर आधारित नुक्कड़ नाटक से सामाजिक संदेश भी दिए गए। कार्यक्रम की शुरुआत विद्यार्थियों ने गणेश वंदना से की। तत्पश्चात विद्यार्थियों ने फ्यूज़न डांस, घरबा, क्रिसमिस एक्ट, रेट्रो तो मेट्रो एक्ट , गटका  भी प्रस्तुत किए। अंत में प्रस्तुत गिद्दे व भंगडे की सभी ने विशेष रूप से तारीफ़ की।समारोह के अंत में राष्ट्रगान गाकर कार्यक्रम का समापन किया गया । इस अवसर पर स्वरांजलि सहगल,  विक्रांत गुलाटी, गगन बजाज, डा जी बी गुप्ता, शैली चौहान, ब्रह्मकान्ति शर्मा, डेज़ी  शर्मा, पिंकी बंसल, दीपक शर्मा, रमन खन्ना व सभी शैक्षणिक व् शिक्षणेत्तर सदस्य उपस्थित रहे।