सुशील पण्डित, डेमोक्रेटिक फ्रंट, यमुनानगर –23 दिसम्बर :
उत्थान संस्थान के प्रांगण मे तुलसी पूजन के दिवस पर तुलसी पूजन कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस अवसर पर सभी दिव्यांग बच्चो ने पूर्ण विधिवत रूप से तुलसी पूजन किया। उत्थान संस्थान की डायरेक्टर डॉक्टर अंजु बाजपाई ने कहा कि भारतीय संस्कृति में अहम स्थान रखने वाले तुलसी पौधे की पूजा-अर्चना करने का विशेष महत्व है।उन्होंने कहा कि हम सबको अपने-अपने धर्म की मर्यादाओं और मान्यताओं को मनाते हुए समाज में ऐसा वातावरण तैयार करना चाहिए जिससे समाज में सौहार्द व भाईचारा बना रहे।हिंदू धर्म में तुलसी के पौधे को बहुत ही पूजनीय और पवित्र माना गया है। शास्त्रों में तुलसी के पौधे को देवी लक्ष्मी का रूप माना गया है। जिन घरों में तुलसी का पौधा लगा होता है और नियमित रूप से इनकी पूजा होती है वहां पर हमेशा सुख-समृद्धि का वास रहता है।इस अवसर पर तुलसी पर्व के साथ साथ उन्होंने क्रिसमस पर्व की भी बधाई दी। कोशिश ईकाई के प्रधानाचार्य रविन्द्र मिश्रा ने तुलसी के पौधे की महिमा का वर्णन करते हुए कहा की तुलसी के पौधे में नकारात्मक ऊर्जा को दूर करने की क्षमता होती है। नियमित रूप से तुलसी की पूजा करने से भगवान विष्णु की अपार कृपा मिलती है। तुलसी के पौधे में कई तरह के औषधीय गुण मौजूद होते हैं। तुलसी की पूजा करने से मन में अच्छे विचार और नकारात्मक शक्तियों का नाश होता है। ऐसी मान्यता है जो लोग तुलसी स्तोत्र का पाठ करते है उन्हें हर तरह के मनवांक्षित फल की प्राप्ति होती है। हिंदू ग्रंथों के अनुसार तुलसी पूजन से कई तरह के सकारात्मक बदलाव आते हैं,जीवन में नई ऊर्जा का संचार होता है।कहा जाता है की जहां पर तुलसी का पौधा होता है और उसकी पूजा-सेवा की जाती है, उस घर में लक्ष्मीजी की सदैव कृपा बनी रहती है।सभी बच्चो ने तुलसी पूजा में बढ़ चढ़कर भाग लिया। संस्थान से स्वाति, सुमित सोनी,हनी तोमर मौजूद रहे।