अन्न बर्बाद करना शर्मनाक कृत्य : अमिताभ रूंगटा
- अन्न को बर्बाद करने से बेहतर है कि वो किसी भूखे का पेट भरेः अमिताभ रूंगटा
- श्री श्याम करुणा फाउंडेशन ने जनकल्याण भावना से लगाया 92वां भंडारा
डेमोक्रेटिक फ्रंट, पंचकुला – 16 दिसम्बर :
अन्न और जल दोनों में भगवान विष्णु का वास होता है इसलिए इन दोनों को बर्बाद करने से मनुष्य पाप का भागीदार बनता है। अन्न को बर्बाद करने से बेहतर है कि वो किसी भूखे की भूख शांत करे। अन्न को बर्बाद करना शर्मनाक कृत्य है। यह बात समाजसेवी व श्री श्याम करुणा फाउंडेशन के संचालक अमिताभ रूंगटा ने इंडस्ट्रियल एरिया फेज 1 में 92 वें भण्डारे के आयोजन के दौरान कही। इस दौरान उन्होंने व उनके सदस्यों की टीम ने राहगीरों, मजदूरों व जरूरतमंद लोगों को अन्न का भण्डारा परोसा।
अमिताभ रूंगटा ने अपनी बात को जारी रखते हुए कहा कि समाज की विभिन्न संस्थाओं को अन्न की बर्बादी के लिए अभियान छेड़ना चाहिए और लोगों को इस संबंध में जागरूक करना चाहिए। अन्न उतना ही खाओ जितनी जरूरत हो। आपके द्वारा थाली में छोड़ा गया अन्न कई भूखे व बेसहारा लोगों को जीवन प्रदान कर सकता है। उन्होंने कहा कि हमारी फाउंडेशन का उद्देश्य अन्न को भण्डारे के रूप में जन जन तक पहुंचाना है और लोगों को अन्न भण्डारा आयोजित करने के प्रति जागरूक करना भी है।
इस अन्न भण्डारे के आयोजन में अनुपमा रूंगटा, चैतन्य रूंगटा, प्रगति रूंगटा, दीपाली रूंगटा, सुखपाल सिंह, सुरेश जांगरा, निधि संधु, सुशांत ,राजू, अमर, सीमा विशेष रूप से उपस्थित रहे।