कांग्रेस सरकार बनने पर सफाई कर्मचारियों की कच्ची नहीं, नियमित भर्ती होगी – दीपेन्द्र हुड्डा
- सांसद दीपेन्द्र हुड्डा ने नगर पालिका, परिषद व निगम कर्मचारियों की मांगों का किया पूर्ण समर्थन
- कर्मचारियों के 24 सूत्रीय मांग पत्र का समाधान कर छंटनीग्रस्त कर्मचारियों को ड्यूटी पर वापस ले सरकार – दीपेन्द्र हुड्डा
- ठेकेदारी प्रथा के जरिए सरकार लूट व भ्रष्टाचार को दे रही बढ़ावा – दीपेन्द्र हुड्डा
- भाजपा-जजपा सरकार ने नौकरी देने की बजाय नौकरी छीनी – दीपेन्द्र हुड्डा
- गांव से लेकर शहरों तक लोग बुनियादी सुविधाओं का अभाव झेल रहे – दीपेन्द्र हुड्डा
चंडीगढ़, 15 दिसंबर।
सांसद दीपेन्द्र हुड्डा ने हरियाणा के 40 हजार से अधिक नगर पालिका, नगर परिषद व निगम कर्मचारियों की मांगों का पूर्ण समर्थन करते हुए कहा कि बीजेपी-जेजेपी सरकार के रवैये ने प्रदेश की जनता को नारकीय स्थिति में पहुंचा दिया है। कर्मचारियों की मांगें जायज हैं सरकार उनके 24 सूत्रीय मांग पत्र का समाधान कर छंटनीग्रस्त कर्मचारियों को ड्यूटी पर वापस ले। दीपेन्द्र हुड्डा ने सरकार और कर्मचारियों के बीच 29 अक्टूबर, 2022 एवं 5 अप्रैल, 2023 को हुए समझौते को लागू करने की भी मांग की। दीपेन्द्र हुड्डा ने यह भी कहा कि सरकार कौशल निगम के जरिए कच्ची भर्ती कर कर्मचारियों के शोषण को बढ़ावा दे रही है। प्रदेश में काँग्रेस सरकार आने पर खाली पड़े सभी 2 लाख से ज्यादा सरकारी पदों पर कच्ची नहीं, नियमित भर्ती होगी साथ ही एससी, बीसी भर्ती का बैकलॉग भी पूरा किया जाएगा। सांसद दीपेन्द्र हुड्डा ने आश्वस्त किया कि प्रदेश में कांग्रेस सरकार बनने पर सफाई कर्मचारियों की नयी भर्ती भी होगी और उनको नियमित भी किया जाएगा। बीजेपी-जेजेपी सरकार की पहचान बन चुकी भ्रष्ट ठेकेदारी प्रथा को भी जड़ से खत्म किया जाएगा।
उन्होंने आगे कहा कि इससे पहले कांग्रेस की पूर्ववर्ती हुड्डा सरकार के समय एक कलम से 11000 सफाई कर्मचारी भर्ती किये गये थे। सफाई कर्मचारियों का वेतनमान भी 8100 रूपये कर दिया गया था और ठेकेदारी प्रथा समाप्त कर दी गयी थी। लेकिन भाजपा-जजपा सरकार ने सफाई कर्मचारियों को न तो पक्का किया बल्कि नौकरी से निकालाकर ठेकेदारी प्रथा के हवाले कर उनकी आजीविका छीनने के रास्ते खोल दिए। आज सफाई कर्मचारी अपना मानदेय बढ़ाने और अपने जायज हकों के लिये दर-दर की ठोकर खा रहे हैं। लेकिन अहंकार में चूर बीजेपी-जेजेपी सरकार किसान, मजदूर, सफाई कर्मचारी, चौकीदार, सरपंच हर किसी पर लाठियाँ बरसा रही है। उन्होंने कहा कि सरकार छंटनी ने नाम पर कर्मचारियों की नौकरी छीनकर उनका शोषण कर रही है। सरकार ने साढ़े 9 साल में प्रदेश की दुर्दशा कर दी है। सफाई से लेकर सीवर तक का लगभग हर काम काम इस सरकार ने ठेकेदारों के हवाले कर दिया है, ताकि मनमानी और लूट खसोट की जा सके। पूरे हरियाणा में सफाई और ठेकेदारी के नाम पर बड़ी लूट भ्रष्टाचार को अंजाम दिया जा रहा है। बगैर संसाधनों, सफाई उपकरणों, सुरक्षा उपकरणों व कर्मचारी संख्या बल पूरा किए सरकार कागजों पर ही पूरे वर्ष सफाई अभियान चलाती है। सत्ता में बैठे लोग फोटो खिंचवाकर सफाई के नाम पर प्रदेश की जनता को गुमराह करने की कोशिश कर रहे हैं।
सांसद दीपेन्द्र ने आगे कहा कि गांव से लेकर शहर तक लोगों को मूलभूत समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। लोग बिजली पानी सड़क साफ सफाई जैसी मूलभूत सुविधाओं को भी तरस रहे हैं। जहां-तहां कूड़े के ढेर लगे हुए हैं, सड़कों पर सीवर का पानी बह रहा है, लोग नारकीय जीवन जीने को मजबूर हैं। नगर निगमों में भारी भ्रष्टाचार को बढ़ावा दिया गया और निगम के माध्यम से बेइंतहां लूट-खसोट के प्रयास हुए। इसका उदाहरण देते हुए उन्होंने कहा कि BJP-JJP सरकार के भ्रष्टाचार का ही नतीजा है कि अकेले फरीदाबाद नगर निगम में बिना काम किए 200 करोड़ का घोटाला कर दिया गया। बिना काम कराए ही ठेकेदार को पेमेंट भी हो गई। लोगों पर लाखों रुपये के प्रापर्टी टैक्स थोप दिये गये। सरकार घोटाले के जिम्मेदारों पर कार्रवाई करने की बजाय घोटाले की खबरों को दबाने और घोटालेबाजों को बचाने की कोशिशें कर रही है। उन्होंने कहा कि प्रदेश की जनता अब बदलाव चाहती है और आने वाले चुनाव में बीजेपी-जेजेपी को सत्ता से बाहर करने का फैसला कर चुकी है।