डेमोक्रेटिक फ्रंट, चण्डीगढ़- 06 दिसम्बर :
निसान मैग्नाइट के लॉन्च और उसके पीछे की रणनीति की सफलता की शानदार कहानी का उल्लेख इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट अहमदाबाद द्वारा गई केस स्टडी में किया गया है। इस केस स्टडी का शीर्षक महामारी के दौर में मैग्नाइट की लॉन्चिंग: भारत में निसान का पुनरुत्थान’ है। इस केस स्टडी को प्रोफेसर अमित कर्ण, प्रोफेसर ऑफ स्ट्रैटेजी, आईआईएम और उनकी रिसर्च सहायक बुशरा कुरैशी ने तैयार किया है। इसमें योजना से लेकर उसे लागू करने तक निसान इंडिया के पूरे सफर की कहानी को शामिल किया है। इसके अलावा प्रमुख चुनौतियों और अवसरों का उल्लेख किया गया है।
साथ ही महामारी के दौरान निसान मैग्नाइट को लॉन्च करने के दौरान सामने आई बाधाओं का समाधान करने के लिए किए जाने वाले इनोवेशन के बारे में भी जानकारी दी गई है। इस केस स्टडी में यह भी बताया गया है कि किस तरह निसान इंडिया ने अपनी इनोवेटिव निसान नेक्स्ट स्ट्रैटेजी का लाभ उठाकर अत्यधिक प्रतिस्पर्धी भारतीय ऑटो बाज़ार में अपनी स्थिति को मज़बूती दी।
राकेश श्रीवास्तव, मैनेजिंग डायरेक्टरए निसान मोटर इंडिया ने कहा, इस केस स्टडी से असल दुनिया की कारोबारी चुनौतियों का समाधान चाहने वाले भविष्य के नेतृत्व को और योजनाओं को लागू करने की सर्वश्रेष्ठ प्रक्रियाओं के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी मिलेगी। हमें उम्मीद है कि यह केस स्टडी खास तौर पर अनिश्चितता के दौर में बदलावों और इनोवेशन को अपनाकर चुनौतियों से पार करने के लिए प्रेरित करेगी।
निसान मैग्नाइट को तीन वर्ष पहले दिसंबर 2020 में कोविड-19 महामारी के चुनौतीपूर्ण दौर में लॉन्च किया था। लॉन्च के पहले महीने में ही 32,800 ग्राहकों ने इसकी बुकिंग की। इसने एसयूवीए सेडान और हैचबैक सेगमेंट के ग्राहकों को अपनी ओर आकर्षित कर तमाम सीमाएं तोड़ दीं और ऑटो जर्नलिस्ट व मीडिया क्षेत्र से कई पुरस्कार हासिल किए।