Friday, December 27

राष्ट्रीय प्रदूषण नियंत्रण दिवस पर सेंट लारेंस स्मार्ट कान्वेंट स्कूल के विद्यार्थियों द्वारा नुक्कड़ नाटक का आयोजन

सुशील पण्डित, डेमोक्रेटिक फ्रंट, यमुनानगर – 02 दिसम्बर  :

सेंट लारेंस स्मार्ट कान्वेंट स्कूल के विद्यार्थियों द्वारा चेयरपर्सन डा रजनी सहगल के दिशा निर्देशन में  राष्ट्रीय प्रदूषण नियंत्रण दिवस व स्वच्छता अभियान के तहत स्वच्छता के प्रति जन जागृति फैलाने के लिए नुक्कड़ नाटक का मंचन पंचमुखी हनुमान मंदिर पर किया गया। नुक्कड़ नाटक के माध्यम से विद्यार्थियों द्वारा कूड़े- कचरे का उचित समाधान, पॉलिथीन का उपयोग न करना, घर के आसपास गंदा पानी इकट्टा ना होने देना, शारीरिक सफाई, खुले में शौच न करना, हरियाली लाने व प्रदूषण मुक्त वातावरण के लिए अधिक से अधिक पेड़ पौधे लगाए जाने का संदेश दिया गया। लोगों को पॉलीथिन से फैल रही बीमारियों के बारे में बताया गया और साथ ही सिंगल यूज प्लास्टिक का इस्तेमाल न करने का आह्वान किया गया। सभी से कचरा केवल डस्टबिन में फेंकने बारे व्  बाजार से सामान लेने जाते समय साथ में बैग रखने  बारे आग्रह किया गया। स्कूल के विद्यार्थियों व शिक्षकों ने उपस्थित सभी सदस्यों को इन सभी बातो का विशेष ध्यान रखने बारे कहा और आग्रह किया कि अपने आसपास के लोगों को भी इसके लिए प्रेरित करें।

विख्यात शिक्षाविद डा एम् के सहगल ने अपने सन्देश में कहा कि इस रैली व नुक्कड़ नाटक का मुख्य उद्देश्य साफ सफाई के जरिए सभी में स्वच्छता के प्रति जागरूकता पैदा करना है। इस अभियान के माध्यम से लोगों की मानसिकता को बदलने का प्रयास किया जा रहा है क्योंकि हमारे देश के लोग प्राय: सफाई के महत्तता को नजरअंदाज कर घरों के बाहर या सड़क पर कूडा करकट/ कचरा फैंकने में परहेज नहीं करते, उनकी इस मानसिकता को बदलना आवश्यक है।चेयरपर्सन डा रजनी सहगल ने  बताया कि स्कूल द्वारा विभिन्न जगहों पर विभिन्न विषयो पर नुक्कड़ नाटक व रैलियो का आयोजन किया जायेगा। उन्होंने सन्देश दिया कि इन गतिविधियों को करने का मुख्य उद्देश्य किसी समस्या के प्रति लोगों में जागरूकता पैदा करना है। नाट्य प्रस्तुति के माध्यम से उनका ध्यान आकृष्ट करते हुए उन्हें सोचने को मजबूर किया जायेगा ताकि वे सुधार या बदलाव की जरूरत महसूस करें और उसके लिए प्रयास करें। कार्यक्रम के सफल आयोजन में मीणा रोहिला, विक्रांत गुलाटी, राखी बाँगा, दीपक शर्मा, ममता बत्रा, मीनू, रेनु व  सभी शिक्षकों का विशेष योगदान रहा।